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    लाखों हड़पने वाले किटी संचालक दंपती गिरफ्तार, वेश बदलकर छिपाई थी पहचान Dehradun News

    By Edited By:
    Updated: Wed, 16 Oct 2019 07:45 AM (IST)

    पुलिस ने लाखों की ठगी करने वाले किटी संचालक दंपति को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में अभी एक आरोपित महिला पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।

    लाखों हड़पने वाले किटी संचालक दंपती गिरफ्तार, वेश बदलकर छिपाई थी पहचान Dehradun News

    देहरादून, जेएनएन। पुलिस ने लाखों की ठगी करने वाले किटी संचालक दंपति को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में अभी एक आरोपित महिला पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है।

    पुलिस के मुताबिक, ट्विंकल अरोड़ा पुत्र स्व. राधेश्याम अरोड़ा निवासी इंदिरापुरम ने बीती 15 सितंबर को पटेलनगर कोतवाली को तहरीर दी थी। तहरीर में किटी संचालक दीपक सहगल पुत्र अरुण कुमार निवासी मोहित नगर और उसकी पत्‍‌नी सिमरन उर्फ रंजीता के अलावा ज्योति व विशाल के खिलाफ लोगों से जमा कराई गई किटी की रकम लेकर फरार होने का आरोप लगाया था। 

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    आरोप था कि सभी आरोपितों ने किटी के नाम पर सैकड़ों लोगों से लाखों रुपये जमा कराए। जब किटी पूरी होने पर रुपये लौटाने का समय आया तो सभी फरार हो गए। आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर लोगों ने पटेलनगर कोतवाली में हंगामा भी किया था। इस पर पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। साथ ही आरोपितों की तलाश शुरू की। 

    दंपति की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लोग कोतवाली के चक्कर काटते रहे। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि दीपक और सिमरन आइएसबीटी पर हैं और शहर छोड़ कर कहीं फरार होने की फिराक में हैं। इस पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। 

    एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि अभी इस मामले में एक आरोपित फरार है, जिसकी तलाश में दबिश दी जा रही है। साथ ही पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। 

    लुका छिपी के खेल में पुलिस फेल 

    किटी संचालक दंपति की गिरफ्तारी तक चले लुका छिपी के खेल में पुलिस पूरी तरह फेल रही। एक माह तक दंपती वेश बदलकर दून में आते-जाते रहे और पुलिस को भनक तक नहीं लगी। सूत्रों के अनुसार किटी संचालक दीपक सहगल और उसकी पत्नी सिमरन ने मुकदमा दर्ज होने के तुरंत बाद वेश बदल लिया। दीपक ने दाढ़ी-मूंछे बढ़ा ली और मोटे लेंस का चश्मा पहन लिया। 

    पहचान छिपाने को टोपी पहनना भी शुरू कर दिया। वहीं उसकी पत्‍‌नी ने भी वेश बदल लिया। इस बदले हुए वेश से दोनों हर बार तेज तर्रार पुलिस की निगाहों में धूल झोंककर दून में आवाजाही करते रहे। 

    सूत्रों की माने तो मुकदमा दर्ज होने के बाद दंपति ने चार-पांच दिन दिल्ली में बिताए। यहां से वे मुंबई और गोवा भी गए। जहां कुछ दिन बिताने के बाद यूपी लौटे। यूपी में अलीगढ़ में एक रिश्तेदार के यहां भी जाने की सूचना है। इस बीच शहर में हो रहे हंगामे पर नजर बनाए रखने के लिए समय-समय पर दून में आवाजाही करते रहे। 

    सूत्रों की माने तो पुलिस को सूचना मिली कि दंपती अलीगढ़ में रिश्तेदार के यहां मौजूद है। इस पर एक टीम अलीगढ़ रवाना हुई। इस बीच मुखबिर ने बताया कि दोनों दून के लिए रवाना हो चुके हैं। इस पर पुलिस की एक टीम दून में घर के आसपास और रेलवे स्टेशन, आईएसबीटी पर लगा दी गई। आखिरकार पुलिस को आईएसबीटी से दंपती को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिल ही गई। 

    किटी के रुपये से करते रहे सैर 

    सहगल दंपती किटी के रुपयों से गोवा, मुंबई की सैर करते थे। आए दिन ये दंपती घूमने जाता और महंगे होटलों में रुका करता था। इनकी शान शौकत देखकर लोग इनके झांसे में आ जाते और किटी में रकम लगा देते थे। 

    दो-ढाई करोड़ की हो सकती है ठगी 

    सूत्रों की माने तो आरोपितों ने किटी के नाम पर जमा तकरीबन एक करोड़ रुपया हड़प लिया है। वहीं, बड़ी बड़ी कमेटियों में ये हिस्सेदारी किया करते थे। अपनी शान शौकत दिखाकर शहर के बड़े व्यापारियों के साथ मोटी रकम की कमेटी भी आरोपितों ने शुरू की। नौ से 99 के फेर में व्यापारियों ने कमेटी शुरू कर दी। बाद में कमेटी की पूरी रकम हड़प ली। यह रकम भी एक-डेढ़ करोड़ की हो सकती है। 

    साला पूर्व में हो चुका है गिरफ्तार 

    करोड़ की धोखाधड़ी में अजय सहगल का साला विशाल पासी पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इस समय वह जेल में है। हालांकि विशाल की पत्‍‌नी ज्योति अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। 

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    बेहद शातिर ढंग से लगाया जनता को चूना 

    सहगल दंपती ने बेहद शातिर ढंग से जनता को चूना लगाया। उन्होंने एक-एक हजार की किटी शुरू की। किटी में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए एजेंट बनाए गए। इन एजेंटों को मामूली रकम पर 500 से 800 रुपये प्रति किटी, जबकि बड़ी रकम पर मोटा कमीशन दिया जाता था। इस लालच में कई एजेंटों ने शहर की जनता की गाढ़ी कमाई लगवा दी। एक-एक एजेंट ने नौ-दस लाख रुपये तक जमा करवाए।

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