Happy New Year 2026: उत्तराखंड में उमंग-उत्साह के साथ हुआ नए साल का स्वागत, तस्वीरों में देखें जश्न की धूम
उत्तराखंड ने उत्साह और उल्लास के साथ नए साल 2026 का स्वागत किया। मसूरी, नैनीताल, ऋषिकेश, हरिद्वार, औली और चकराता जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों पर देर रात ...और पढ़ें

नव वर्ष के अभिनंदन में पहाड़ से मैदान तक धमाल, पर्यटन स्थलों पर उमड़ा सैलाब। जागरण
जागरण टीम, देहरादून। हिमालय की गोद में बसे उत्तराखंड ने नये साल का स्वागत उत्साह, उल्लास और भावनात्मक जुड़ाव के साथ किया। राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों मसूरी, नैनीताल, ऋषिकेश, हरिद्वार, औली और चकराता में साल की आखिरी रात रंग-विरंगी रोशनी, संगीत और खुशियों से जगमगाती रही।
वर्ष-2025 को विदाई और 2026 के स्वागत में उत्तराखंड के पहाड़ से मैदान तक जश्न का माहौल रहा। मसूरी, नैनीताल, औली, चकराता, धनोल्टी, काणाताल, चोपता, रानीखेत, कौसानी समेत सभी प्रमुख पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की भारी भीड़ उमड़ी। होटल, होमस्टे व गेस्ट हाउस लगभग फुल रहे। मालरोड, व्यू प्वाइंट्स, झरनों और बुग्यालों में देर रात तक रौनक दिखी।
मसूरी में नववर्ष की पूर्व संध्या पर माल रोड, कंपनी गार्डन व होटल परिसर पर्यटकों से खचाखच भरे रहे। होटल, कैफे व रेस्टोरेंट्स में लाइव म्यूजिक, डीजे नाइट और पारिवारिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। जैसे ही घड़ी ने 12 बजाए, तालियों, शुभकामनाओं और आतिशबाजी के बीच नये साल का स्वागत किया गया। ठंड के बावजूद उत्साह में कोई कमी नहीं दिखी। औली, नीती घाटी में बर्फबारी की उम्मीद के बीच पर्यटक गौरसों, फुलारा बुग्याल तक ट्रेकिंग का आनंद लेते दिखे। दयारा बुग्याल के बेस कैंप रैथल गांव में ट्रेकर्स और प्रकृति प्रेमियों का जमावड़ा लगा रहा।
धनोल्टी, कणाताल और नागटिब्बा में ईको पार्क, बुग्याल और हिमालयी चोटियों के नजारों ने सैलानियों को आकर्षित किया। चकराता में लोखंडी, टाइगर फाल, कनासर और देववन जैसे स्थलों पर भी अच्छी खासी चहल-पहल रही। चोपता में तुंगनाथ चंद्रशिला ट्रेक पर जाने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ी। नये साल पर धार्मिक पर्यटन भी चरम पर रहा। हरिद्वार, ऋषिकेश, कैंची धाम, पूर्णागिरि, जागेश्वर, गिरिजा मंदिर व चारधाम के शीतकालीन गद्दीस्थलों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने को लेकर व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की गई हैं।


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