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    स्मैक तस्करी में दो महिलाओं सहित चार को किया गिरफ्तार Dehradun News

    By BhanuEdited By:
    Updated: Wed, 21 Aug 2019 02:00 PM (IST)

    दून में मादक पदार्थों की तस्करी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस ने दून और विकासनगर से स्मैक तस्करी में दो महिलाओं सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया।

    स्मैक तस्करी में दो महिलाओं सहित चार को किया गिरफ्तार Dehradun News

    देहरादून, जेएनएन। दून में मादक पदार्थों की तस्करी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस ने दून और विकासनगर से स्मैक तस्करी में दो महिलाओं सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया। 

    बरेली से स्मैक लाकर देहरादून के युवाओं को सप्लाई करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के दो तस्करों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बरेली का गैंग खुद ही स्मैक बनाता था, जिसे गिरोह के सदस्य बारी-बारी से अपने नेटवर्क के जरिए स्कूल-कॉलेजों तक पहुंचाते थे। पुलिस ने दोनों के पास से 404 ग्राम स्मैक बरामद की है। गिरोह के दो सदस्य अभी फरार हैं, जिनकी तलाश के लिए टीमें दबिश दे रही हैं। 

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    एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि कोतवाली पुलिस की टीम हिंदू नेशनल इंटर कॉलेज के पास मालवीय रोड पर गश्त पर थी। इसी दौरान दो युवक पुलिस को देखकर भागने लगे। दोनों को दौड़ाकर पकड़ा गया। सीओ सिटी प्रथम शेखर चंद्र सुयाल की मौजूदगी में दोनों की तलाशी ली गई तो दोनों के पास से 404 ग्राम स्मैक बरामद हुई। 

    दोनों की पहचान कामरान उर्फ कफील पुत्र अब्दुल वाहिद निवासी मोहल्ला नई बस्ती, वार्ड नंबर 11 थाना फतेहगंज बरेली व भूरा उर्फ ताहिर पुत्र आबिद निवासी मोहल्ला सराय भोलेनगर, वार्ड नंबर 15 थाना फतेहगंज बरेली के रूप में हुई। 

    पूछताछ में दोनों ने बताया कि गिरोह में मलिक कुरैशी पुत्र साबिर कुरैशी निवासी सराय भोलेनगर बरेली व ताहिर निवासी नई बस्ती बरेली भी शामिल हैं। कामरान पेशे से मोटर मैकेनिक है, जबकि भूरा कसाई का काम करता है। काम-धंधे से अधिक आमदनी न होने के चलते चारों ने स्मैक तस्करी का धंधा शुरू किया। बाद में चारों खुद ही स्मैक बनाने लगे और उसे देहरादून में स्कूल-कॉलेजों में सप्लाई करने लगे। 

    मोबाइल फोन का प्रयोग नहीं करता गैंग 

    कामरान व भूरा ने पुलिस को बताया कि उनका गिरोह मोबाइल फोन का प्रयोग नहीं करता। एक बार में दो लोग स्मैक लेकर दून आते थे और सप्लाई कर वापस चले जाते थे। जाते समय वह बता कर जाते कि दोबारा स्मैक लेकर कब और कहां आएंगे। इस पर नशे के आदी युवा उनका इंतजार करते।

    पुलिस ने कसा शिकंजा, बदला तस्करी का ट्रेंड

    देहरादून में नशे के खिलाफ हो रही ताबड़तोड़ कार्रवाई से सहमे ड्रग डीलरों ने तस्करी का ट्रेंड ही बदल दिया है। पूर्व में गैंग जहां पैडलर्स के माध्यम से दून में नशे की खेप पहुंचाते थे, वहीं अब गैंग के गुर्गे खुद ही मादक पदार्थ लेकर दून पहुंच रहे हैं और स्कूल-कॉलेजों में पढऩे वाले युवाओं को डिलीवरी देकर चुपचाप लौट जा रहे हैं। 

    ऐसे में पुलिस ने भी अब दांव बदलते हुए बरेली समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात ड्रग डीलरों और उनके गुर्गों के हर पैंतरे पर बारीकी से नजर रख रही है। इसी के चलते सोमवार की रात बरेली के दो तस्करों और कुछ दिन पहले प्रेमनगर के पकड़े गए मामू गैंग पर शिकंजा कसने में पुलिस कामयाब हो पाई।

    गौरतलब है कि बीते साल पुलिस ने पौने चार करोड़ रुपये का मादक पदार्थ जब्त करते हुए 502 तस्करों को गिरफ्तार किया था। वहीं इस साल जुलाई महीने तक 2.65 करोड़ रुपये का मादक पदार्थ बरामद करने के साथ 322 तस्करों पर शिकंजा कसा जा चुका है। 

    सूत्रों की मानें तो पुलिस के हत्थे चढ़े अधिकांश तस्कर ड्रग डीलरों के पैडलर थे, जिन पर गुजरे महीनों में हुई ताबड़तोड़ कार्रवाई से गिरोहों का सप्लाई नेटवर्क ध्वस्त होने के करीब पहुंच गया। पुलिस की लगातार हो रही कार्रवाई और नवागत कप्तान के अरुण मोहन जोशी के नशे के खिलाफ सख्त से भी ड्रग डीलरों में दहशत फैल गई है। 

    यही वजह है कि बरेली के गैंग अब खुद ही नशे की खेप लेकर देहरादून पहुंच रहे हैं। हालांकि मोबाइल फोन न करने से लेकर वह तमाम सावधानी बरत तो रहे, फिर भी पुलिस की नजरों से बच पाने में नाकाम रहे। 

    आर्डर बुक करने पर ही सप्लाई

    सोमवार रात गिरफ्तार कामरान व भूरा ने पुलिस को बताया कि वह सीधे किसी को स्मैक की सप्लाई नहीं करते थे। पहले आर्डर बुक करते थे और उसके बाद सप्लाई देने आते थे। वहीं आर्डर बुक करने के दौरान काफी सावधानी बरतते हैं, ताकि किसी तरह पुलिस के मुखबिरों को उनकी मौजूदगी का पता न चल सके। 

    स्मैक के साथ दो महिलाएं गिरफ्तार

    विकासनगर क्षेत्र में कुल्हाल चौकी की पुलिस ने कुंजाग्रांट में दो महिलाओं को 15 ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया। दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है। उधर, मादक पदार्थों की तस्करी में बढ़ रही महिलाओं की संलिप्तता पर क्षेत्र के बुजुर्ग लोगों ने चिंता जताई है।

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    चेकिंग अभियान पर निकली पुलिस टीम जब कुंजाग्रांट पहुंची तो उन्हें मुखबिर ने दो महिलाओं द्वारा मादक पदार्थ की तस्करी करने की सूचना दी। जिस पर पुलिस ने गांव से दो महिलाओं को स्मैक के साथ दबोचा। पुलिस पूछताछ में आरोपित महिलाओं ने अपनी पहचान प्रवीन उर्फ पिन्नो पत्नी इसरार निवासी कुरैशी मोहल्ला कुंजाग्रांट व शबनम पत्नी तसलीम मूल निवासी मोहल्ला गडोका थाना मिर्जापुर जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश हाल निवासी मायका कुंजा ग्रांट विकासनगर के रूप में बताई। 

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    आरोपित पिन्नों के पास से आठ ग्राम व शबनम के पास से सात ग्राम स्मैक बरामद की गई। कोतवाल महेश जोशी के अनुसार पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपित परवीन उर्फ पिन्नो के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तीन मामले पहले से ही दर्ज हैं। आरोपित शबनम के आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है।

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