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    Delhi Blast: उत्तराखंड के इस इलाके से जुड़ रहे साजिशकर्ताओं के तार, निकले सात कनेक्शन; सभी रडार पर

    Updated: Wed, 19 Nov 2025 08:03 PM (IST)

    दिल्ली में लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट के साजिशकर्ताओं के तार उत्तराखंड से जुड़ रहे हैं। एसटीएफ रुड़की, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में जांच कर रही है। साजिशकर्ताओं के उत्तराखंड से सात कनेक्शन मिले हैं। आरोपियों ने उत्तराखंड को सेफ मीटिंग प्वाइंट बताया था। पुलिस संदिग्धों के मोबाइल डेटा और संगठनों पर नजर रख रही है। दिल्ली पुलिस ने यात्रियों की सूची मांगी है।

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    संगठन विशेष पर भी खुफिया पुलिस की नजर. Concept

    जागरण संवाददाता, देहरादून। दिल्ली में 10 नवंबर की रात लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट के साजिशकर्ताओं के तार उत्तराखंड के तराई से जुड़ भी रहे हैं। इंटेलिजेंस मुख्यालय के सूत्रों के आधार पर धमाके में शामिल साजिशकर्ता घटना से पूर्व कई बार उत्तराखंड आ चुके हैं। इंटेलिजेंस के इनपुट पर एसटीएफ की टीमें रुड़की, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर के कई ठिकानों पर गुप्त जांच कर रही हैं। घटना में शामिल अलग-अलग साजिशकर्ताओं के उत्तराखंड से सात कनेक्शन निकलने की बात सामने आ रही हैं, जिसमें प्लेसमेंट एजेंसी संचालक और चिकित्सा कारोबार से जुड़े लोग भी शामिल हैं। फिल्हाल, पुलिस अधिकारियों ने अभी पुख्ता सबूत न मिलने की बात कही है।

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    दिल्ली में हुए बम धमाके की जांच में बड़ा मोड़ सामने आया है। प्रारंभिक जांच में सुरक्षा एजेंसियों को मिले इनपुट के अनुसार, मामले के साजिशकर्ताओं के तार उत्तराखंड से जुड़ने की बात सामने आई है। उत्तर प्रदेश एटीएस ने प्रदेश पुलिस को इस संबंध में जानकारी साझा की है, जिसके बाद देहरादून, हरिद्वार, रुड़की और ऊधमसिंह के कई ठिकानों पर निगरानी व गुप्त जांच तेज कर दी गई है। धमाके के बाद पकड़े गए संदिग्धों के मोबाइल डेटा और डिजिटल फुटप्रिंट की जांच में उत्तराखंड के दो फोन नंबर, एक ई-मेल ट्रेल और रुड़की क्षेत्र में हुई एक मुलाकात का संकेत मिला है।

    माना जा रहा है कि आरोपियों में से एक ने पिछले दो महीनों में देहरादून और हरिद्वार के बीच कम-से-कम तीन बार यात्रा की थी। जांच टीमों को एक चैटिंग एप में मिले चैट बैकअप से पता चला कि आरोपियों ने उत्तराखंड को सेफ मीटिंग प्वाइंट कहा था। इसी वजह से हरिद्वार, रुड़की और ऊधमसिंह नगर बेल्ट में खुफिया टीमें लगातार मूवमेंट ट्रैक कर रही हैं। एक ई-वालेट ट्रांजेक्शन भी सामने आया है, जो हरिद्वार में सक्रिय एक दुकान के नंबर से जुड़ा बताया जा रहा है।

    संगठन विशेष पर कड़ी नजर

    एसटीएफ ने रुड़की, मंगलौर और ऊधमसिंह नगर के धार्मिक स्थलों व संगठनों की कड़ी निगरानी शुरू कर दी है। एसटीएफ संगठन में शामिल लोगों के फोन-काल डिटेल्स और उनके मूवमेंट में नजर रख रही है। पूर्व में संगठन के सदस्यों की गतिविधियों का विवरण भी खंगाला जा रहा है। हालांकि अभी तक दिल्ली धमाके के साजिशकर्ताओं का किसी संगठन से काेई लिंक सामने नहीं आया है।

    बस और ट्रेन रूट की निगरानी

    दिल्ली-देहरादून और दिल्ली-हरिद्वार बस रूट के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने उत्तराखंड पुलिस से उन यात्रियों की सूची मांगी है जिन्होंने धमाकों से ठीक एक हफ्ते पहले राजधानी की यात्रा की थी। रेलवे स्टेशन पर भी आरपीएफ और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने अचानक चेकिंग अभियान चलाया।

    दिल्ली बम धमाके से जुड़े फिल्हाल पुख्ता सबूत उत्तराखंड में नहीं मिले हैं। हम निगरानी बनाए हुए हैं। कुछ भी इनपुट मिलते हैं तो कार्रवाई की जाएगी। - वी मुरुगेश, एडीजी, कानून व्यवस्था

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