ऑनलाइन फीस ट्रांसफर कराने के लिए भेजा अपना पेटीएम, दून स्कूल की वेबसाइट हैक; बरेली के तीन साइबर ठग गिरफ्तार
उत्तराखंड पुलिस एसटीएफ ने दून इंटरनेशनल स्कूल की वेबसाइट हैक कर ठगी करने वाले तीन साइबर ठगों को बरेली से गिरफ्तार किया है। गिरोह का सरगना फरार है। हैकर्स ने स्कूलपैड के माध्यम से अभिभावकों को फर्जी संदेश भेजकर 4990 रुपये जमा करने को कहा था। वेबसाइट बंगाल से हैक की गई थी। गिरफ्तार आरोपितों के खाते में पेटीएम नंबर भेजा गया था।

जागरण संवाददाता, देहरादून। दून के प्रतिष्ठित दून इंटरनेशनल स्कूल (डीआइएस) वेबसाइट हैक कर ठगी करने का प्रयास करने वाले तीन साइबर ठगों को उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने बरेली से गिरफ्तार किया है। गिरोह का मुख्य सरगना अभी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है। जांच में पता चला है कि वेबसाइट को बंगाल से हैक किया गया था।
गिरफ्तार आरोपितों की पहचान मोहम्मद रिजवान निवासी ग्राम मुल्लापुर पोस्ट रिठौरा जिला बरेली उत्तर प्रदेश, सुदामा दिवाकर निवासी आकाश पुरम बरेली, उत्तर प्रदेश व मोहम्मद फ़राज़ निवासी बनखाना गुलाबनगर बरेली उत्तरप्रदेश के रूप में हुई है।
अपना पेटीएम नंबर भेजकर अभिभावकों पर फीस जमा करने का बनाया दबाव
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत भुल्लर ने बताया कि स्कूल प्रधानाचार्य डा. दिनेश बर्थवाल ने तहरीर दी कि हैकर ने विद्यालय की तीनों शाखाओं डीआइएस सिटी कैंपस, डीआइएस रिवरसाइड और डीआइएस मोहाली की वेबसाइट हैक कर लिया है। यही नहीं हैकर ने स्कूलपैड प्रणाली के माध्यम से विद्यार्थियों और अभिभावकों को एक फर्जी संदेश भेजा, जिसमें 4990 की राशि एआई सक्षम रोबोटिक्स लैब के लिए जमा करने को कहा। यह संदेश आधिकारिक प्रतीत भी हो रहा था व अभिभावकों को धोखे से निजी जानकारी देने या शुल्क गलत खाते में जमा करने के लिए मजबूर किया जा रहा था।
पुलिस टीम ने की जांच
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए विवेचना निरीक्षक विकास भारद्वाज को सौंपी गई। पुलिस टीम ने घटना में इस्तेमाल विद्यालय का ऑनलाइन प्लेटफार्म स्कूलपैड, बैंक खातों, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर व वाट्सएप की जांच की। जांच में सामने आया कि साइबर ठगों की ओर से घटना में विद्यालय का आनलाइन प्लेटफार्म स्कूलपैड से विद्यालय शुल्क प्रणाली से पीड़ित से लाभ कमाने के उद्देश्य से धनराशि ट्रांसफर करवाने का प्रयास किया।
इसकी भनक स्कूल प्रबंधक को लगी तो उन्होंने सभी छात्रों व अभिभावकों को सूचित कर दिया। वेबसाइट में जो पेटीएम नंबर भेजा गया उसका खाताधारक मोहम्मद रिजवान, सुदामा दिवाकर और मोहम्मद फ़राज़ थे। आरोपितों के बारे में जानकारी जुटाई गई और शुक्रवार को तीनों को बरेली से गिरफ्तार किया गया।
अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ में तैनात थे रिजवान व सुदामा
प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि आरोपित मोहम्मद रिजवान व सुदामा दिवाकर बरेली में किसी अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ में तैनात थे। उन्होंने अपने साथ पांचवीं पास मोहम्मद फ़राज़ को मिलाया। गिरोह के मुख्य सरगना नसीम खान ने तीनों को सिमकार्ड उपलब्ध करवाने को कहा ताकि खाता खुलवाया जा सके।
आरोपित नसीम ने बंगाल में बैठे साइबर ठगों से दून इंटरनेशनल स्कूल की वेबसाइट हैक कराई और फीस जमा करने के लिए अपना पेटीएम नंबर भेज दिया। जांच में यह भी सामने आया कि गिरफ्तार साइबर ठगों के विरुद्ध देश के कई राज्यों में साइबर अपराधों में मुकदमे दर्ज हैं। अन्य राज्यों की पुलिस के साथ संपर्क किया जा रहा है।
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