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    ओलंपिक में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने को बेताब अनु कुमार, जानिए इनके बारे में

    By Raksha PanthariEdited By:
    Updated: Sun, 28 Jul 2019 08:40 PM (IST)

    साल 2012 में कुछ कर गुजरने के जज्बे को लेकर एथलेटिक्स में कदम रखने वाले एथलीट अनु कुमार ओलंपिक गेम्स की आठ सौ मीटर दौड़ में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना चाहते हैं।

    ओलंपिक में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने को बेताब अनु कुमार, जानिए इनके बारे में

    देहरादून, निशांत चौधरी। मन में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो पड़ाव में आने वाली विपत्तियों को भी मजबूरन रास्ता बदलना पड़ जाता है। ऐसा ही कुछ युवा एथलीट अनु कुमार भी मानते हैं। साल 2012 में कुछ कर गुजरने के जज्बे को लेकर एथलेटिक्स में कदम रखने वाले एथलीट अनु कुमार ओलंपिक गेम्स की आठ सौ मीटर दौड़ में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना चाहते हैं।

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    जूनियर एशियन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर उन्होंने इसकी उम्मीद भी जगा दी थी। लेकिन, इंजरी के कारण वह यूथ ओलंपिक में हिस्सा नहीं ले सके। अनु कुमार को पिछले डेढ़ साल से इंजरी के चलते एक भी टूर्नामेंट में नहीं खेल पाने का मलाल नहीं है। बल्कि इंजरी से उबर कर खुद को ओलंपिक के लिए तैयार करना प्राथमिकता मानते हैं। अनु कुमार का यह दृढ़ संकल्प उन सभी लोगों को प्रेरणा देता है, जो चोट का बहाना बनाकर कामयाबी की राह त्याग देते हैं। 

    उत्तराखंड (हरिद्वार) के अनु कुमार 2024 में आयोजित होने वाले ओलंपिक गेम्स में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने को बेताब हैं। पिछले डेढ़ साल से इंजरी से चौतरफा घिरे होने के बावजूद अनु कुमार रोजना मैदान पर प्रैक्टिस के लिए जाते हैं। इंजरी के कारण उन्हें ज्यादा प्रैक्टिस नहीं करने का कोई मलाल नहीं है, लेकिन वह इससे उबर कर दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ मैदान पर वापसी करना चाहते है। स्पोट्र्स कॉलेज से 12वीं पास करने के बाद अनु कुमार स्पोट्र्स कॉलेज में ट्रेनिंग कर रहें हैं। अनु कहते हैं कि 2024 ओलंपिक में पदक जीतना उनका सपना नहीं है, बल्कि ओलंपिक में आठ सौ मीटर दौड़ में वल्र्ड रिकॉर्ड बनाकर वह अपना नाम बनाना चाहते हैं। जिसकी तैयारी में वह कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे। 

    बिना कोच के कर रहे ट्रेनिंग 

    महाराणा प्रताप स्पोट्र्स कॉलेज से 12वीं पास करने के बाद अनु कुमार रायपुर में किराये का कमरा लेकर रह रहें हैं। अनु कुमार ने बताया कि मौजूदा समय में वह स्पोर्ट्स कॉलेज में प्रैक्टिस कर रहें हैं और स्पोर्ट्स कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य मनोज शर्मा से निरंतर फोन पर संपर्क में रहते हैं। 

    यूसैन बोल्ट के कोच ने थपथपाई पीठ 

    दुनिया के सबसे तेज एथलीट यूसैन बोल्ट के कोच ग्लेन मिल्स ने भी अनु कुमार की पीठ थपथपाई। अनु कुमार ने कहा कि जमैका में चैंपियनशिप के दौरान उनकी मुलाकात यूसैन बोल्ट के कोच ग्लेन मिल्स से हुई थी, जहां उन्होंने उनकी पीठ थपथपाते हुए कड़ी मेहनत कर हुनर को निखारने की सलाह दी। 

    अनु कुमार की उपलब्धियां 

    -जूनियर एशियन चैंपियनशिप 2018 में स्वर्ण पदक 

    -अंडर-20 फेडरेशन कप 2018 में स्वर्ण पदक 

    -स्कूल नेशनल गेम्स 2017 में स्वर्ण पदक 

    -जूनियर नेशनल चैंपियनशिप 2017 में स्वर्ण पदक 

    -यूथ एशियन चैंपियनशिप क्वालीफायर 2017 में रजत पदक 

    -वर्ल्ड स्कूल गेम्स अंडर-17 2017 में रजत पदक 

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