Ankita Murder Case : पिता की मजदूरी छूटी, मां करने लगी आंगनबाड़ी में काम... बेटी ने नौकरी की तो गंवाई जान
Ankita Murder Case परिवार की आर्थिक तंगी दूर करने के मकसद से अंकिता पौड़ी के गांव से ऋषिकेश आई थी। रिजॉर्ट का मालिक बिगड़ैल रईस पुल्कित आर्या अंकित और सौरभ उस पर गलत काम के लिए दबाव बनाने लगे।
टीम जागरण, देहरादून : Ankita Murder Case : ऋषिकेश दुनियाभर में योगनगरी के नाम से प्रख्यात है। देश-विदेश से लोग यहां शांति की खोज में आते हैं। यहां साल भर पर्यटकों का सैलाब उमड़ता है, लेकिन शुक्रवार को यहां ऐसा सनसनीखेज हत्या का मामला सामने आया जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।
अंकिता के पिता वीरेन्द्र ने मजदूरी का काम छोड़ दिया था। जिसके बाद उसकी मां आंगनबाड़ी में काम करने लगी। घर की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए माता-पिता ने अंकिता को नौकरी करने अनुमति दी थी, लेकिन उन्हें अपनी बेटी को ही खोना पड़ा।
पहली नौकरी में एक महिना भी पूरा नहीं हुआ
परिवार की आर्थिक तंगी दूर करने के मकसद से अंकिता पौड़ी के गांव से ऋषिकेश आई थी। यहां वह वनन्तरा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी। उसे अपनी पहली नौकरी में एक महिना भी पूरा नहीं हुआ था कि उसके साथ यह अनहोनी हो गई।
रिजॉर्ट का मालिक बिगड़ैल रईस पुल्कित आर्या, अंकित और सौरभ उस पर गलत काम के लिए दबाव बनाने लगे। लेकिन अंकिता ने इस बात से इन्कार कर दिया। जब अंकिता ने इस बात की जानकारी अपने साथियों को दी तो रिसॉर्ट मालिक और उसके दो साथियों को यह बात ना गवार गुजरी।
18 सितंबर को इसे लेकर चारों के बीच कहासुनी हुई। इसी दौरान पुल्कित ने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया और पुल्कित आर्या, अंकित व सौरभ मौके से फरार हो गए। रिसॉर्ट के सीसीटीवी में 18 सितंबर की रात अंकिता पुल्कित, अंकित व सौरभ के साथ जाते दिखी तो पुलिस ने तीनों को हिरासत में लिया। आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद मामले का खुलासा हुआ तो उत्तराखंड के साथ पूरा देश सन्न हो गया। आइए पढ़ते हैं इस काली करतूत की खूनी दास्तां :
- अंकिता का परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था, लेकिन उसके पिता वीरेन्द्र ने अंकिता को किसी चीज की कमी नहीं होने दी।
- अंकिता भी पिता को सपोर्ट करने के लिए करीब एक माह पहले 28 अगस्त को वनन्तरा रिसॉर्ट में जॉब करने पहुंची थी। लेकिन उसे क्या पता था कि जहां वह अपने सुनहरे भविष्य के सपने बुनकर आई थी, वहां उसके साथ अनहोनी हो जाएगी।
- अंकिता भंडारी अपने माता-पिता और बड़े भाई अजय भंडारी की लाडली थी। शायद इसलिए ही जब उसने गांव से बाहर रहकर नौकरी करने की बात की तो घर पर सब नाराज हो गए।
- मगर अंकिता की जिद के आगे उनकी एक न चली। शायह उन्हें भी अंकिता के आत्मविश्वास पर भरोसा था, लेकिन उनकी खुशियों को किसी की नजर लग चुकी थी।
- घर से परमिशन मिलने के बाद अंकिता ने ओएलएक्स एप पर नौकरी की खोजबीन की।
- यहां अंकिता को गंगा भोगपुर स्थित वनन्तरा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी का ऑफर मिला तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं था। लेकिन उसे क्या पता था कि वहां जाकर उसका भविष्य नहीं सुधरेगा। बल्कि वह पिता को सपोर्ट करने का उसका सपना, सपना ही रहा जाएगा।
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28 अगस्त 2022, दिन रविवार : वीरेन्द्र भंडारी अपनी लाडली को खुद ही रिसॉर्ट में नौकरी ज्वॉइन कराने चल दिए। रास्ते भर वह बेटी को समझाते हुए आ रहे थे कि मन लगाकर काम करना। कोई परेशानी हो तो मुझे या मां को बताना। बेटी के सपनों को पंख लगते देख पिता भी उत्साहित थे। लेकिन 18 सितंबर की काली रात भंडारी परिवार की खुशियां लील गई। उस दिन वीरेंद्र ने अंकिता को ज्वॉइन करवाया। नौकरी पाकर अंकिता बहुत खुश थी।
पिता को भी गांव में संचालित रिसॉर्ट में नौकरी मिलने पर संतोष था। लेकिन उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि उनके जिगर का टुकड़ा हमेशा के लिए उनकी नजरों से दूर हो जाएगा।
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नौकरी ज्वाइन करने के बाद अंकिता लगातार माता-पिता के साथ फोन के संपर्क में रहती थी। उसने माता पिता को कभी यह अहसास तक नहीं होने दिया कि वह इनती परेशानी में है। शायद अंकिता के जेहन में पिता की आर्थिक स्थिति का ख्याल आ जाता होगा। तभी वह रिसॉर्ट मालिक पुल्कित आर्या, अंकित और सौरभ की मनमानी को सह रही थी।
शुरुआत में अंकिता की नौकरी सही चल रही थी। लेकिन बाद में रिसॉर्ट मालिक पुल्कित आर्या और उसके साथी अंकिता को परेशान करने लगे। वह उस पर रिसॉर्ट में आने वाले कस्टमर से संबंध बनाने का दबाव बनाने लगे। उसने ऐसा करने से इन्कार कर दिया।
घर पर वह यह बात बताने में संकोच कर रही थी। इसलिए उसने यह बात अपने दोस्त पुष्प को फोन पर बताई। अंकिता अपनी सभी छोटी बड़ी बातें अपने दोस्त जम्मू निवासी पुष्प के साथ शेयर करती थीं। जिस पर पुल्कित आर्या और उसे साथी नाराज हो गए थे।
18 सितंबर 2022, दिन रविवार : अंकिता कई दिनों तक रिसॉर्ट मालिक पुल्कित आर्या और उसके साथियों की बात टालती रही। लेकिन रविवार की शाम इसी बात को लेकर अंकिता, पुल्कित, अंकित और सौरभ के बीच रिजॉर्ट में विवाद और कहासुनी हुई। तब अंकिता ने रोते हुए रिजॉर्ट के एक कर्मचारी को कॉल किया और उससे अपना बैग लाने के लिए कहा।
जब अंकिता ने रिसार्ट छोड़कर जाने की बात कही तो उन्होंने उसकी हत्या का षड्यंत्र रचा और 18 सितंबर को रात करीब आठ बजे पुल्कित, अंकित और सौरभ, अंकिता को लेकर ऋषिकेश लाए। अंकिता ने यहां भी उनकी बात मानने से इन्कार किया।
उसने कहा कि वह रिसॉर्ट में चल रहे कामों के बारे में अपने घरवालों और परिचितों को बता देगी। झगड़ा बढ़ने पर उसने पुल्कित का मोबाइल नहर में फेंक दिया। इसके बाद पुल्कित और अंकिता के बीच हाथापाई भी हुई। जिसके बाद पुल्कित ने अंकिता को चीला नहर में फेंक दिया।
अंकिता लहरों से बाहर निकलने के लिए छटपटाती रही, लेकिन वहशी हत्यारों का दिल तक नहीं पसीजा। तीनों अंकिता के डूबने का इंतजार करते रहे। अंकिता मदद के लिए चिल्लाई भी, लेकिन तीनों दरिंदे उसे डूबते हुए देखते रहे।
अंकिता को मारने के बाद तीनों आरोपित जब देर रात रिसॉर्ट लौटे तो उन्होंने स्टाफ को गुमराह किया। शाम को अंकिता ऋषिकेश ले जाते वक्त स्टाफ के दो कर्मचारियों अभिनव व कुश ने उन्हें देख लिया था।
इसलिए रिसार्ट आने से पहले प्लान के तहत अंकित ने शेफ मनवीर को फोन कर चार लोगों का खाना बनाने को कहा। तीनों आरोपित रिसॉर्ट के किनारे वाले दरवाजे से अंदर पहुंचे। अंकित ने अंकिता के लिए शेफ से खाना लिया व खुद ही अंकिता के कमरे में गया, ताकि उनकी करतूत का खुलासा नह हो।
19 सितंबर 2022, दिन सोमवार : अगली सुबह पुल्कित व अंकित हरिद्वार जाने की बात कहकर रिसॉर्ट से चले गए। हरिद्वार में पुल्कित ने नया मोबाइल खरीदा और दूसरे नंबर से रिसॉर्ट के एक कर्मचारी को फोन किया और कहा कि उसका मोबाइल अंकिता के कमरे में रह गया है, जाकर ले आए। ऐसा इसलिए ताकी प्लानिंग के तहत कर्मचारी के द्वारा यह पता चले कि अंकिता रिसॉर्ट में नहीं है। इसके बाद तीनों ने पटवारी चौकी पहुंचकर अंकिता की गुमशुदगी दर्ज कराई।
18 सितंबर की सायं से अंकिता का मोबाइल स्विच आफ आ रहा था। जिसके बाद 19 सितंबर को ही अंकिता की रहस्यमय गुमशुदगी की बात भी सबसे पहले अंकिता के दोस्त पुष्प ने ही उनके स्वजन को दी। इसके बाद पुष्प खुद 23 सितंबर तक अंकिता के स्वजन के साथ छानबीन में जुटा रहा।
21 सितंबर 2022, दिन बुधवार : बैराज चीला मार्ग पर राजस्व क्षेत्र गंगा भोगपुर में स्थित एक रिसार्ट की महिला रिसेप्शनिस्ट के रहस्यमय परिस्थितियों में लापता होने का राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने संज्ञान लिया।
अध्यक्ष ने पौड़ी गढ़वाल के जिलाधिकारी और एसएसपी को मामले की जांच राजस्व पुलिस के बजाय सिविल पुलिस से कराने के लिए निर्देशित किया। मामले में युवती के पिता ने रिसॉर्ट के मालिक, प्रबंधक और एक कर्मचारी पर संदेह व्यक्त किया था।
22 सितंबर 2022, दिन गुरुवार : अंकिता की गुमशुदगी में पुलिस ने रिसॉर्ट पर ताला जड़ दिया और वहां मौजूद छह कर्मचारियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। संदिग्ध मानने के बाद राजस्व पुलिस से यह मामला नागरिक पुलिस में ट्रांसफर कर दिया गया है। वहीं गुमशुदगी दर्ज कराने वाला रिसॉर्ट मालिक तथा मैनेजर अभी तक पुलिस के सामने नहीं आए।
23 सितंबर 2022, दिन शुक्रवार : शुक्रवार को रिसॉर्ट के मालिक पुल्कित आर्या, सौरभ और अंकित को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो तीनों ने अपनी काली करतूत की दास्तां सुनाई और उनकी दरिंदगी सुन पुलिस तक सन्न रह गई।
शुक्रवार की सुबह जब पुलिस ने अंकिता की हत्या का पर्दाफाश किया तो स्वजन की बाकी उम्मीदें भी धराशाही हो गई। पूरे प्रदेश में धरने प्रदर्शन होने लगे। अंकिता को इंसाफ दिलाने की मांग को लेकर इंटरनेट मीडिया पर जस्टिस फॉर अंकिता कैंपेन चलाया गया।
मामला बढ़ते देख मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी आगे आए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की बाद की। देर रात करीब एक बजे रिसॉर्ट पर बुल्डोजर चलाकर तोड़फोड़ की गई। तीन बजे दोबारा रिसॉर्ट पर बुल्डोजर गरजा।
24 सितंबर 2022, दिन शनिवार : शनिवार को चीला बैराज से अंकिता का शव बरामद हुआ। जिसके बाद मृतका के पिता और भाई ने शव की शिनाख्त की। शव को एम्स ऋषिकेश ले जाया गया और शाम चार बजे पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजनों को सौंप दिया गया।
शाम को अंकिता की प्राथमिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई। जिसमें पता चला की अंकिता की मौत डूबने से हुई है, लेकिन उससे पहले उसे बुरी तरह से पीटा गया था। अंकिता के शरीर पर चोट के कई निशान थे।
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मामले की जांच के लिए एसआइटी के गठन की आदेश जारी किए। मुख्य आरोपित पुल्कित के पिता विनोद आर्या और भाई अंकित आर्या को भाजपा के निष्कासित कर दिया गया।
शनिवार को गुस्साएं लोगों ने एम्स पहुंची स्थानीय विधायक रेनू बिष्ट का विरोध जताया और उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ कर दी। वहीं कुछ लोगों ने वनन्तरा में आग लगा दी। हालांकि समय रहते आग पर काबू पा लिया गया।
दोपहर बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बयान जारी कर कहा कि अंकिता हत्याकांड में जो भी शामिल होगा उसके खिलाफ कार्यवाही होगी। मामले की फोरेंसिक जांच भी होगी।