भारतीय सैन्य अकादमी की मुख्यधारा में शामिल हुए 55 कैडेट्स
आर्मी कैडेट कॉलेज की 108वीं ग्रेजुएशन सेरेमनी में 55 कैडेट्स भारतीय सैन्य अकादमी की मुख्यधारा में शामिल हुए। यह कैडेट आइएमए में एक साल का प्रशिक्षण लेंगे।
देहरादून, [जेएनएन]: सिपाही के रूप में फौज के आधारभूत ढांचे को करीब से जाना और अब अधिकारी बनकर सेना को अपने नेतृत्व कौशल से मजबूत बनाएंगे। आर्मी कैडेट कॉलेज (एसीसी) की 108 वीं ग्रेजुएशन सेरेमनी में कैडेट भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) की मुख्यधारा में शामिल हुए।
अब वे अकादमी में एक साल का कड़ा प्रशिक्षण लेकर सेना में अधिकारी के रूप में पदार्पण करेंगे। अपनी लग्न और परिश्रम के बूते ये मुकाम हासिल करने वाले इन जाबांजों में उत्तराखंड के युवाओं ने खास मुकाम हासिल किया है। हल्द्वानी के कैडेट नीरज नेगी को स्वर्ण पदक से नवाजा गया।
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शुक्रवार को आइएमए के कमांडेंट (ले.ज.) एसके सैनी ने आर्मी कैडेट कॉलेज के 108वें कोर्स के 55 कैडेट्स को ग्रेजुएट्स की उपाधि व अवार्ड दिए। 33 कैडेट ह्यूमिनिटीज स्ट्रीम और 22 साइंस स्ट्रीम से ग्रेजुएट बने। कॉलेज से पासआउट होने के बाद यह कैडेट आइएमए में एक साल का प्रशिक्षण लेंगे। कमांडेंट ने सैन्य अफसर बनने की राह पर अग्रसर कैडेट्स को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
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उन्होंने कैडेट्स को याद दिलाया कि एसीसी ने देश को बड़ी संख्या में ऐसे जांबाज अफसर दिए हैं, जिन्होंने अपनी क्षमता के बलबूते कई पदक जीते। इस दौरान आर्मी कैडेट कॉलेज विंग के कमांडर ब्रिगेडियर रवि डिमरी आदि उपस्थित थे। उक्त 55 कैडेट्स में आठ उत्तराखंड से हैं।
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