अल्मोड़ा में दहशत का पर्याय बना तेंदुआ, कई मवेशियों का कर चुका है शिकार
अल्मोड़ा के गांव हरोली में ग्रामीण तेंदुए के आतंक से त्रस्त हैं। तेंदुआ गांव में मवेशियों का लगातार शिकार कर रहा है। ग्रामीणों ने वन विभाग से गांव में पिंजरा लगाने की मांग की है।
रानीखेत, अल्मोड़ा, [जेएनएन]: अल्मोड़ा के गांव हरोली में तेंदुए के आतंक से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। तेंदुआ अब तक गांव में कई मवेशियों को अपना निवाला बना चुका है।
विकासखंड ताड़ीखेत से सटे बेतालघाट ब्लाक के सुदूर हरोली गांव में तेंदुए की घुसपैठ तेज होने से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है।
गांव में तेंदुए की आवाजाही एकाएक तेज हो गई है। तेंदुआ आबादी के काफी करीब तक आ जा रहा है, साथ ही कई मवेशियों को निवाला भी बना चुका है।
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जिससे पशुपालकों को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। गांव के पूर्व ग्राम प्रधान हरीश राम के अनुसार गांव के पशुपालकों को काफी आर्थिक नुकसान हो रहा है और अब तेंदुआ गांव की ओर भी रूख करने लगा है। जिससे खतरा कई गुना बढ़ चुका है।
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पूर्व ग्राम प्रधान ने वन विभाग से पशुपालकों को मुआवजा दिए जाने तथा गांव में पिंजरा लगाकर गुलदार की दहशत से निजात दिलाने की मांग की है।
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गांव में काश्तकार व पशुपालक चौतरफा संकटों से घिर चुके हैं। तेंदुआ एक के बाद एक मवेशियों को निशाना बनाता जा रहा है तो वही बंदर, लंगूर व जंगली सुअरों के बाद अब जंगली खरगोश काश्तकारों के लिए मुसीबत का सबब बन चुके हैं। एक अन्य छड़ा गांव के काश्तकार भवान सिंह के अनुसार जंगली खरगोश उपज को चट कर जा रहे हैं। जिस कारण काफी नुकसान हो रहा है।

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