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    अल्मोड़ा बस हादसे के दो घायल किए एयरलिफ्ट, चार रामनगर में भर्ती, एक को बेस किया रेफर

    Updated: Tue, 30 Dec 2025 08:10 PM (IST)

    अल्मोड़ा के भिकियासैंण में हुए बस हादसे में सात लोगों की मौत हो गई और 12 घायल हुए। दो गंभीर घायलों को ऋषिकेश एम्स एयरलिफ्ट किया गया, जबकि अन्य को रामन ...और पढ़ें

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    गंभीर रूप से घायल नंदाबल्लभ और हंसी देवी की हालत चिंताजनक होने पर उन्हें एयरलिफ्ट कर ऋषिकेश एम्स भेजा गया। 

    भिकियासैंण (अल्मोड़ा)। तहसील क्षेत्र के शिलापानी के पास हुई केमू बस दुर्घटना में कुल 12 लोग घायल हो गए, जबकि सात यात्रियों की मौत हो गई। हादसे के बाद प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया।

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    घायलों में गंभीर रूप से घायल नंदाबल्लभ और हंसी देवी की हालत चिंताजनक होने पर उन्हें एयरलिफ्ट कर उच्च चिकित्सा केंद्र ऋषिकेश एम्स भेजा गया। नंदी देवी, राकेश कुमार सहित चार घायलों को आपातकालीन सेवा 108 के माध्यम से रामनगर रेफर किया गया, जबकि प्रकाश नैनवाल को अल्मोड़ा बेस अस्पताल भेजा गया। शेष पांच घायलों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिकियासैंण में प्राथमिक उपचार किया गया, जिसके बाद उनके स्वजन उन्हें अपने साथ घर ले गए।

    सातों मृतकों का सीएचसी में पोस्टमार्टम

    दुर्घटना में जान गंवाने वाले सभी सात मृतकों का पोस्टमार्टम भिकियासैंण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया गया। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में पूरी की गई। पुलिस ने आवश्यक कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर शवों को स्वजनों को सौंप दिया। हादसे के बाद क्षेत्र में शोक की लहर है। अस्पताल परिसर में मृतकों और घायलों के स्वजन मौजूद रहे, जिससे माहौल गमगीन बना रहा। पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है।

    सड़कों की बदहाली पर भड़के जनप्रतिनिधि, सीएम से सुधार की मांग

    भिकियासैंण (अल्मोड़ा)। क्षेत्र पंचायत सदस्य दीपक करगेती ने क्षेत्र की जर्जर सड़कों को लेकर कड़ा विरोध जताते हुए मुख्यमंत्री से तत्काल सुधार की मांग की। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिकियासैंण में मौजूद रहते हुए कहा कि सड़कें अत्यंत खराब स्थिति में हैं, जिन पर चलना लोगों के लिए खतरे से खाली नहीं है। गड्ढों और टूटे हिस्सों के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, लेकिन संबंधित विभागों द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही।

    दीपक करगेती ने कहा कि यदि समय रहते सड़कों की मरम्मत और चौड़ीकरण किया जाता, तो कई हादसों से बचा जा सकता था। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जनता की जान से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि भिकियासैंण और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों का शीघ्र निरीक्षण कर स्थायी समाधान निकाला जाए।

    इस दौरान पूर्व ब्लॉक प्रमुख भगवती रेखाड़ी, क्षेत्र पंचायत सदस्य नरेंद्र नेगी,भूपेंद्र सिंह बिष्ट,वीरेंद्र बिष्ट,महिपाल सिंह कड़ाकोटी, विजय कड़कोटी, संजय बंगारी, प्रहलाद बंगारी, भरत बिष्ट, गोविंद जीना, नीरज बिष्ट, सूरज बिष्ट, दामोदर असनोड़ा समस्त क्षेत्रीय जनता , दिलीप रावत, रविन्द्र रावत प्रधान सीनार आदि लोग सहित क्षेत्रीय जनता उपस्थित रही।

    भिकियासैंण में हो हेलीपैड निर्माण

    भिकियासैंण क्षेत्र में आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से हेलीपैड निर्माण की मांग उठी है। जनप्रतिनिधियों व स्थानीय लोगों ने गंभीर मरीजों के त्वरित एयरलिफ्ट, आपदाओं के समय राहत व बचाव कार्य के लिए हेलीपैड को आवश्यक बताया है।

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