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    अल्मोड़ा बस हादसे की दर्दनाक कहानी, दंपती ने जिंदगी संग बिताई; दुनिया से एक साथ हुई विदाई

    By Deep Bora Edited By: Sunil Negi
    Updated: Tue, 30 Dec 2025 07:33 PM (IST)

    अल्मोड़ा बस हादसे ने रानीखेत को झकझोर दिया है। सेवानिवृत्त शिक्षक गोविंद बल्लभ मठपाल और उनकी पत्नी पार्वती देवी, जिन्होंने अपना जीवन संग बिताया। मंगलव ...और पढ़ें

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    रानीखेत वालों को रुला गए भिकियासैंण के गोविंद मास्साब और पार्वती ताई।

    संस, जागरण, रानीखेत : शिलापानी बस हादसे ने रानीखेत वालों को भी झकझोर कर रख दिया। जीवन का बड़ा समय चिलियानौला में बिताने वाले सेवानिवृत्त शिक्षक गोविंद बल्लभ मठपाल (गोविंद मास्साब) ने इसी शहर को अपना गांव घर मान लिया था। उन्हें न दिल्ली रास आई और न ही भाबर भाया।

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    महानगरीय चकाचौंध के इतर उन्होंने सेवानिवृत्ति के बाद रानीखेत से ही दिल लगा लिया। जीवनसाथी पार्वती देवी (ताई) साथ ही रही। मगर नियति देखिए पहाड़ में चैन सुकून के साथ बुढ़ापा काट रहा यह दंपती दुनिया से विदा भी एकसाथ हो गया।

    मूल रूप से थे जमोली के

    मूल रूप से जमोली (भिकियासैंण ब्लाक) निवासी गोविंद मास्साब लंबे समय तक प्राथमिक विद्यालय चिलियानौला में अध्यापक रहे। बाद में वह जूनियर हाईस्कूल के हेडमास्टर बने। वर्ष 2005 में सेवानिवृत्ति के बाद वह यहीं के होकर रह गए। उनके चार पुत्र हैं। एक पुत्र दिनेश चंद्र मठपाल ताड़ीखेत बिजली सब स्टेशन में आपरेटर हैं। वही माता-पिता के करीब रहे।

    राजेंद्र हल्द्वानी, त्रिभुवन दिल्ली व नवीन रामनगर में रहते हैं। मगर गोविंद मास्साब व उनकी जीवनसंगिनी पार्वती देवी का मन मैदान में कभी लगा ही नहीं। मास्साब ने चिलियानौला को ही अपनी कर्म भूमि मान लिया और पुरोहिती भी करने लगे।

    नगर में थे सबसे बुजुर्ग दंपती

    व्यापार मंडल नगर अध्यक्ष कमलेश सिंह बौरा के अनुसार मठपाल दंपती चिलियानौला नगर में सबसे बुजुर्ग थे। लोगों के 80 वर्षीय गोविंद मास्साब से आत्मीय रिश्ता जुड़ चुका था और वह बच्चे व बड़ों के ताऊ व ताई थे। इस बीच वह अपने पैतृक गांव जमोली गए थे।

    रामनगर पुत्र से मिलने जा रहे थे 

    पारिवारिक सूत्रों के अनुसार मंगलवार को गोविंद मास्साब अपनी 75 वर्षीय जीवनसाथी पार्वती देवी के साथ रामनगर अपने तीसरे पुत्र नवीन से मिलने के लिए बस में बैठे। मगर शिलापानी क्षेत्र में बस को एक झटका लगा। वाहन सड़क पर असंतुलित होकर खाई में जा गिरा और साथ बुढ़ापे का आनंद ले रहे मठपाल दंपती एकसाथ दुनिया से विदा हो गए।

    पूरा रानीखेत गमगीन

    व्यापारमंडल अध्यक्ष कमलेश के साथ ही पूर्व विधायक करन माहरा, चिलियानौला पालिकाध्यक्ष अरुण रावत, व्यापार मंडल अध्यक्ष कमलेश बोरा, कैंट के नामित सदस्य मोहन नेगी, पूर्व प्रमुख धन सिंह रावत, दीप भगत, शिक्षिका बिमला रावत, अधिवक्ता हरीश सिंह मनराल, व्यापारी नेता भगवंत सिंह नेगी, जयंत सिंह रौतेला, गिरीश भगत, सेवानिवृत्त तहसीलदार बंशीधर मठपाल, मदन कुवार्बी आदि ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की। वहीं ऊर्जा निगम में भी शोक छा गया। सब स्टेशन आपरेटर दिनेश मठपाल को सांत्वना देने जेई भाष्कर पांडे, राजेंद्र सिंह बजेठा आदि सीएचसी भिकियासैंण पहुंचे।

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