प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गोद लिए सांसद आदर्श गांव अब मुफ्त में बनेंगे ''सोलर एनर्जी विलेज''
वाराणसी के आदर्श गांवों को सोलर एनर्जी विलेज बनाने की तैयारी है। पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत पीएम और सीएम आवास के लाभार्थियों को मुफ्त सोलर पैनल मिलेंगे जिसका खर्च एयरपोर्ट अथॉरिटी उठाएगी। अन्य लोगों को भी सोलर पैनल लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा ताकि सभी गांव हरित ऊर्जा गांव बनें। सरकार सब्सिडी भी देगी।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। प्रधानमंत्री के संसदीय आदर्श गांवों में अनवरत बह रही विकास गंगा के साथ अब हरित ऊर्जा की दिशा में व्यापक स्तर पर कार्य करने की तैयारी है। इन गांवों को सोलर एनर्जी विलेज बनाने की दिशा में सबसे पहले जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। अधिक से अधिक लोगों को पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना की जानकारी दी जा रही है।
पीएम व सीएम आवास से आच्छादित गरीब परिवारों को अपनी छतों पर सोलर पैनल लगाने के लिए अपनी जेब से कुछ भी खर्च नहीं करना होगा। एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया अपने सीएसआर (कार्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलटी) फंड से इस बाबत मदद करेगी। इसके अलावा जिला प्रशासन अन्य कंपनियों के सीएसआर फंड से भी इस दिशा में कार्य कराने की जुगत में लगी है।
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी की ओर से सबसे पहले वित्तीय वर्ष 2014-15 में ब्लाक आराजीलाइन के जयापुर गांव को गोद लिया गया था। इस गांव में सड़क निर्माण से लगायत यूबीआइ, कैनरा बैंक की शाखा, पोस्ट आफिस, बस सेवा संचालन समेत बहुतायत कार्य हुए। हालांकि वर्तमान में बस नहीं चल रही है। इस गांव में वेदांत ग्रुप, तमाम बैंकों ने अपने सीएसआर फंड से आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण लगायत बहुतायत कार्य कराए।
गांव में सर्वे कराकर एक-एक गरीब व पात्र लोगों को चिहि्नत कर सरकारी योजना पीएम आवास, सीएम आवास के साथ ही दिव्यांगजन पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन, पात्र गृहस्थी कार्ड, आयुष्मान कार्ड समेत अन्य योजनाओं से आच्छादित किया गया। सबसे बड़ी बात है कि जयापुर में एक बार कार्य कराने के बाद इसे छोड़ा नहीं गया। जिलाधिकारी की ओर से नोडल अधिकारी की तैनाती कर सतत निगरानी व जनजन तक योजनाएं पहुंचाने का दायित्व सौंपा गया। प्रधानमंत्री की ओर से वित्तीय वर्ष 2016-17 में नागेपुर को चिहि्नत किया गया। इस गांव को भी माडल बनाने की दिशा में व्यापक स्तर पर कार्य हुए। इस गांव में आवागमन के लिए बस सेवा उपलब्ध है। गांव में यूबीआइ की शाखा भी है।
इसी प्रकार पीएम ने वित्तीय वर्ष 2017-18 में काशी विद्यापीठ के ककरहिया को चुना। काेविड के बाद वर्ष 2020-21 में आराजीलाइन के परमपुर, 2021-22 में सेवापुरी के पूरे बरियार, 2022-23 में इसी ब्लाक से पूरे गांव का चयन किया। वित्तीय वर्ष 2023-24 में काशी विद्यापीठ से कुरुहुआ गांव को पीएम ने गोद लिया है। इस गांव में भी शत प्रतिशत विकास कार्य पूर्ण करा लिए गए हैं। अब इन सभी गांवों में पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना पर तेजी से कार्य कराया जा रहा है। इन सभी गांवों को शत प्रतिशत हरित ऊर्जा गांव बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
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पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना : सोलर पैनल पर खर्च
पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना में दो किलोवाट तक सोलर पैनल लगाने पर कुल 1.20 लाख रुपये खर्च आते हैं। इसमें राज्य सरकार की आरे से तीस हजार और केंद्र की ओर से 60 हजार रुपये की सब्सिडी मिलती है। शेष धनराशि उपभोक्ता को लगानी पड़ती है। सरकार की ओर से इस योजना में अधिकतम एक लाख आठ हजार रुपये तक की सब्सिडी देय है। शेष उपभोक्ता को अपनी जेब से खर्च करना होता है। प्रति किलोवाट 60 हजार रुपये सोलर पैनल लगाने पर खर्च होता है।
बोले अधिकारी
प्रधानमंत्री की ओर से गोद लिए सातों गांव में हरित ऊर्जा को लेकर व्यापक कार्य होंगे। पीएम व सीएम आवास से लाभान्वित लाभार्थियों को पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना से लाभान्वित कराया जाएगा। लाभार्थियों को अपनी छत पर सोलर पैनल लगवाने के लिए एक पैसा खर्च नहीं करना होगा। सीएसआर फंड से इसकी व्यवस्था होगी। शेष लोगों को मोटिवेट कर रूफ टाप सोलर पैनल लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
- हिमांशु नागपाल, सीडीओ।
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