Panchayat Election के कयास में मार्च में ट्रेनें फुल, पूर्वांचल में सामूहिक रेल टिकट निकाल रहे भावी प्रत्याशी
पंचायत चुनाव लड़ रहे भावी उम्मीदवार मार्च में सामूहिक रेल टिकट निकाल रहे हैं। दूर शहरों में बसे अपने गांववालों का चुनाव में समर्थन हासिल करने के लिए गाजीपुर के संभावित उम्मीदवारों ने मार्च में 10- 20 मार्च के बीच गांव बुलाने के लिए सैकड़ों रेल टिकट निकाल रहे हैं।
गाजीपुर, जेएनएन। त्रि-स्तरीय पंचायत का चुनाव लड़ रहे भावी उम्मीदवार मार्च में सामूहिक रेल टिकट निकाल रहे हैं। दूर शहरों में बसे अपने गांववालों का चुनाव में समर्थन हासिल करने के लिए संभावित उम्मीदवारों ने मार्च में 10 और 20 मार्च के बीच गांव बुलाने के लिए सैकड़ों रेल टिकट निकाल रहे हैं। पंचायत चुनाव में लगे अधिकारियों की सक्रियता और सीबीएसई सहित यूपी बोर्ड की संभावित परीक्षा मई माह में जानकर सभी लोग मार्च महीने में पंचायत चुनाव संपन्न होने का कयास लगा रहे हैं।
मुंबई, कोलकाता, दिल्ली और गुजरात के विभिन्न शहरों से 50-60 की संख्या में लोग रेलवे का रिजर्वेशन टिकट निकाल चुके हैं। जिला पंचायत और ग्रामप्रधान का चुनाव लडऩे वाले लोगों का कहना है कि अपने गांव क्षेत्र के वोटरों का समर्थन पाने और उन्हें त्योहार पर घर मुफ्त आने का सुनहरा मौका दिया जा रहा है। टिकट निकाल चुके संभावित उम्मीदवारों का कहना है कि यदि 10 और 20 मार्च के बीच चुनावी तिथि नहीं पड़ी तो टिकट वापसी में होने वाला नुकसान भी घाटे का सौदा नहीं है। सभी ग्रामसभाओं से तीन-चार उत्साही उम्मीदवार अपने गांव से दूर बसे शहरियों से संपर्क कर रहे हैं और उन्हें गांव आकर विकास में भागीदार बनने का आफर दे रहे हैं। पिछले तीन चार दिनों से प्रतिदिन पांच-छह लोग रेलवे बुकिंग खिड़की पर लाइन में लगकर एक आईडी पर छह-छह टिकट ले रहे हैं।
सूची पहुंची मतदाता के द्वार, मिली त्रुटियों की भरमार
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए प्रशासन द्वारा प्रकाशित मतदाता सूची में त्रुटियों की भरमार है। आपत्ति दर्ज कराने के आखरी दिन संशोधन और सुधार के लिए सभी ग्रामप्रधान सक्रिय दिखाई पड़े। संबंधित ग्रामप्रधान सहित सभी भावी उम्मीदवार भी मतदाता सूची लेकर लोगों के घर तक जाकर संशोधित सूची बना रहे थे। मतदाता सूची में आपत्ति दर्ज कराने के अंतिम दिन रविवार को सभी ग्रामसभाओं में भारी संख्या में आपत्ति सूची बनाई गई। ग्राम पंचायत चुनाव के लिए पुनरीक्षित मतदाता सूची का प्रकाशन 27 दिसंबर को किया गया था। प्रकाशित सूची में कई मृतकों के नाम नही काटे गए हैं और कई नए मतदाताओं के नाम नही जोड़े गए हैं। लगभग सभी गांवों के मतदाता सूची में गांव के दर्जनों लोगों के नाम उम्र और पिता के नाम में भारी अशुद्धियां सामने आ रही हैं। एडीओ पंचायत सैदपुर राकेश दीक्षित ने बताया कि सभी बीएलओ को मतदाता सूची में मिल रही त्रुटियों की सूची संकलित करने की ड्यूटी लगाई गई है।