वाराणसी की सब्जी मंडी में देहरादून की ताजी हरी मटर पहुंची, कीमत मगर जेब पर पड़ेगी भारी
वाराणसी मंडी में देहरादून की ताज़ी हरी मटर पहुँच चुकी है। थोक व्यापारियों के अनुसार वर्तमान में इसका थोक रेट 180 से 200 रुपये प्रति किलो है। कीमत अधिक होने के कारण अभी मांग कम है पर दीपावली और छठ तक बिक्री बढ़ने की उम्मीद है। 10 अक्टूबर के आसपास शिमला की मटर आने से कीमतें घटेंगी।

जागरण संवाददाता वाराणसी। पूरे वर्ष कोल्ड स्टोर में रखी गई मटर मांग के अनुसार बाजार में उपलब्ध रहती है। इसके अलावा, लोग पैकेट में बंद सफल मटर का उपयोग करते हैं। लेकिन ताज़ी हरी मटर की शुरुआत हर साल सितंबर के प्रारंभ से होती है। फिलहाट बनारसियों को चूड़ा मटर खूब भाता है तो हरी मटर का जायका अब बनारस में लिया जा सकता है, मटर के सीजन की शुरुआत हो चुकी है।
इसी क्रम में, देहरादून (हिमाचल प्रदेश) की ताज़ी हरी मटर ने मंडी में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। मंडी के थोक व्यापारी लालबाबू, दिलीप कुमार, भोला जायसवाल, संतोष मौर्य और धीरज का कहना है कि देहरादून से ताज़ी हरी मटर आना शुरू हो गई है। कारोबारी बताते हैं कि अभी कीमत भले जेब पर भारी पड़ रही हो लेकिन सप्ताह दर सप्ताह जैसे- जैसे पहाड़ी हरी मटर आने लगेगी वैसे ही वैसे कीमतें भी घटनी शुरू हो जाएंगी।
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हालांकि, बताया कि इसकी कीमत अधिक होने के कारण बाजार में मांग अभी कम है। फिर भी, दो पिकअप माल मंडी में बिक रहा है। यह क्रम दीपावली से लेकर छठ तक बढ़ता रहेगा। हालांकि शुरुआत में कीमतें कम नहीं होंगी मगर मांग के सापेक्ष माल आने लगेगा तो कीमतों में कमी भी शुरू हो जाएगी।
करोबारी बताते हैं कि देहरादून के बाद 10 अक्टूबर के आसपास शिमला की मटर भी मंडी में आने लगेगी, जिससे मटर की कीमतों में अचाने से कमी आनी शुरू हो जाएगी। वर्तमान में, मंडी में हरी मटर का थोक रेट 180 से 200 रुपये प्रति किलो है, जबकि फुटकर में यह 200 से 220 रुपये प्रति किलो में बेची जा रही है।
ताज़ी हरी मटर का स्वाद और गुणवत्ता इसे विशेष बनाते हैं। उपभोक्ता इसकी ताजगी को प्राथमिकता देते हैं, और त्योहारों के दौरान इसकी मांग में वृद्धि होती है। व्यापारी इस बात की उम्मीद कर रहे हैं कि दीपावली के बाद मटर की बिक्री में तेजी आएगी। इसके साथ ही बाजार में कीमतें गिरने का दौर शुरू होगा और चूड़ा मटर के साथ ही घुघनी और मटर पनीर के साथ लोग मटर की कचौड़ी का जायका कम कीमतों पर ले सकेंगे।
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मंडी में मटर की उपलब्धता और कीमतों में उतार-चढ़ाव से स्थानीय उपभोक्ताओं को प्रभावित किया है। इस समय, मटर की कीमतें उच्च स्तर पर हैं, लेकिन जैसे-जैसे अन्य क्षेत्रों से मटर की आवक बढ़ेगी, कीमतों में कमी आने की संभावना है।
इस प्रकार, देहरादून की ताज़ी हरी मटर ने मंडी में अपनी उपस्थिति से एक नई हलचल पैदा की है। उपभोक्ता और व्यापारी दोनों ही इस ताज़ी मटर का लाभ उठाने के लिए उत्सुक हैं। मंडी में मटर की बिक्री का यह क्रम आने वाले दिनों में और भी बढ़ेगा, जिससे त्योहारों के मौसम में उपभोक्ताओं को ताज़ी हरी मटर का आनंद लेने का अवसर मिलेगा।
इस प्रकार, देहरादून की ताज़ी हरी मटर ने मंडी में एक नई शुरुआत की है, जो आने वाले दिनों में और भी महत्वपूर्ण साबित होगी। हालांकि कीमतों में कमी तभी पूरी तरह संभव है जब स्थानीय खेतों से मंडी में हरी मटर की दस्तक होगी।
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