बिजली से दौड़ेंगी अयोध्या-प्रयागराज रूट पर रेलगाड़ियां
पवित्र त्रिवेणी व रामजन्म भूमि की यात्राएं सुगम हो सकेंगी।
सुलतानपुर : दो तीर्थों अयोध्या व प्रयागराज को जोड़ने वाले रेलखंड का विद्युतीकरण का कार्य शुरू हो गया है। इस बहुप्रतीक्षित परियोजना के पहले चरण में सुलतानपुर से प्रतापगढ़ और इसी के साथ अयोध्या के रूट पर काम होगा। दो साल के भीतर इस काम के पूरा हो जाने की उम्मीद है। ऐसा होने पर जिले के लोगों के दोनों तीर्थों पर पहुंचने में तेज और सुविधाजनक यात्रा का लाभ मिल सकेगा।
अयोध्या-प्रयागराज वाया सुलतानपुर प्रतापगढ़ के बीच रेलखंड पर बिजली से ट्रेनों के संचालन की तकरीबन एक साल पहले परियोजना बनी। अब विभाग की ओर से इस पर काम शुरू हुआ है। तकरीबन 150 किमी लंबे इस रेलखंड पर अयोध्या से प्रतापगढ़ के मध्य 12 रेलवे स्टेशनों के बीच करीब 94 किमी के दायरे में होने वाले विद्युतीकरण का कार्य उत्तर रेलवे करेगा। इसके आगे के स्टेशनों से प्रयागराज तक केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन की ओर से काम किया जाएगा। लगभग 60 करोड़ रुपये की इस परियोजना के पूरा होने से पवित्र त्रिवेणी में स्नान और रामजन्म भूमि की यात्राएं सुगम हो सकेगी।
ट्रैक का होगा उच्चीकरण बचेगा समय :
विद्युतीकरण के साथ इस रेल लाइन का उच्चीकरण भी किया जाएगा। इससे रेलखंड पर रेलगाड़ियां 100 किमी प्रतिघंटा की गति से दौड़ सकेंगी। ऐसे में कम ठहराव वाली ट्रेनें यह दूरी ढाई घंटे में तय कर सकेगी। प्रयागराज-अयोध्या के बीच रेलखंड की लंबाई 157 किमी है। अयोध्या से प्रतापगढ़ जिले के चिलबिला जंक्शन तक इस रेलवे लाइन पर गाड़ियों की औसत रफ्तार 50 किमी प्रति घंटे की है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, चिलबिला से प्रतापगढ़ जंक्शन तक रेल पटरियों की क्षमता 110 और प्रतापगढ़ से फाफामऊ रेलवे स्टेशन तक पटरियों की क्षमता 75 केएमपीएच रफ्तार की है। इसी कारण इस रेलखंड पर चलने वाली रेल गाड़ियों को गंतव्य तक पहुंचने में अधिक समय लग जाता है। दूरी कम होने की वजह से अयोध्या से प्रयागराज जाने वाले ज्यादातर तीर्थयात्री वाया सुलतानपुर की यात्रा करते हैं। उच्चीकरण होने के बाद इस रेल रूट यात्रा करने वाले रेलयात्रियों का काफी समय बचेगा।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल जगतोष शुक्ला ने बताया कि भविष्य की जरूरतों को देखते हुए पूरे मंडल में रेलखंडों के विद्युतीकरण का कार्य किया जा रहा है। महत्वपूर्ण रूट के बाद अब दूसरे चरण में शेष रूट पर यह कार्य शुरू किया गया है। इसी के तहत अयोध्या प्रयागराज रेलखंड को भी लिया गया है।