Prayagraj News : गंगा में डूबने से तीन किशोरों की मौत, नहाते समय नदी में बहे, सर्च आपरेशन के बाद शव बरामद
प्रयागराज के पूरामुफ्ती में गंगा नदी में नहाते समय तीन किशोरों की डूबने से मौत हो गई। ये घटना शनिवार को रसूलपुर घाट पर हुई। 16 वर्षीय नमन लूथरा 13 वर्षीय मनीष और 14 वर्षीय शौर्य पाल गहरे पानी में चले गए। पुलिस और एसडीआरएफ ने खोज अभियान चलाकर शव बरामद किए।

प्रयागराज। गंगा में बाढ़ के बावजूद स्नान करना एक बार फिर कुछ लड़कों के लिए घातक साबित हुआ। इस बार हादसा पूरामुफ्ती में शनिवार को हुआ। नहाने गए तीन किशोर गंगा नदी में डूब गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने तत्काल बचाव कार्य शुरू किया। इसके बाद जल पुलिस और एसडीआरएफ को बुलाया गया तब शव बरामद हुए। तीनों के परिवार में मातम छा गया।
तीनों शुक्रवार दोपहर घरवालों को बिना बताए निकले थे और फिर लौटकर नहीं आए थे। इससे पहले भी बाढ़ के दौरान गंगा में नहाते वक्त कई युवकों की जान जा चुकी है। बताया गया है कि जौनपुर के बदलापुर थाना क्षेत्र के पिप्टन गांव निवासी जितेंद्र पाल मुंडेरा मंडी में सब्जी मंडी की गाड़ी चलाते हैं। वह मुंडेरा में किराए पर कमरा लेकर पत्नी संगीता व बच्चों के साथ रहते हैं। उनका बड़ा बेटा 14 वर्षीय बेटा शौर्य पाल छठवीं का छात्र था। शौर्य के साथी 15 वर्षीय नमन लूथरा पुत्र संजय और 13 वर्षीय मनीष पुत्र गुड्डू सोनकर पड़ोस में रहते थे।
तीनों साथी शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे एक साथ अपने-अपने घर से पैदल निकले थे। किसी ने अपने घरवालों को नहीं बताया था। शाम तक जब वह घर नहीं लौटे तो परिवार वाले परेशान हो गए। तीनों साथियों के लापता होने से खलबली मच गई। घरवालों ने करीबियों, रिश्तेदारों से जानकारी ली, लेकिन कुछ पता नहीं चला। तभी वह गायब लड़कों की खोजबीन शुरू कर दी। मुहल्ले से लेकर संभावित स्थान पर गए, मगर कोई सुराग नहीं मिला।
शनिवार को वह तलाश करते-करते पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के बमरौली में विष्णापुरी कालोनी में स्थित गोशाला के पीछे गंगा नदी के किनारे तीनों लड़के के कपड़े और चप्पल मिली। यह देख वह सन्न रह गए और फिर पुलिस को खबर दी। मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष पूरामुफ्ती मनोज कुमार ने पूछताछ की और फिर जल पुलिस, एनडीआरएफ को बुलाया। दोनों टीमों ने संयुक्त रूप से गंगा में कई घंटे तक सर्च आपरेान चलाया, जिसके बाद तीनों साथियों की लाश मिली, जिसे देख घरवाले बिलख पड़े।
पिता-भाई के साथ काम भी करते थे तीनों
बताया गया है कि तीनों साथी अपने-अपने पिता के साथ मुंडेरा मंडी में काम भी करते थे। शौर्य के पिता सब्जी वाली गाड़ी चलाते हैं, जबकि मनीष के पिता भी मंडी के भीतर ट्राली चलाते हैं। वह दो भाई एक बहन में छोटा था। मनीष अपने भाई के साथ ठेले पर फल बेचता था। उसकी मां सुनीता है। जबकि संजय मूलरूप से शंकरगढ़ के निवासी हैं। वह मुंडेरा में पत्नी रिंकी व बच्चों के साथ किराए पर रहकर प्राइवेट रेस्टोरेंट में काम करते हैं। तीनों दोस्त मंडी में काम करते हुए परिवार की आर्थिक मदद करते थे।
क्या कहते हैं एसीपी धूमनगंज
एसीपी धूमनगंज अजेंद्र यादव का कहना है कि मुंडेरा में रहने वाले तीन लड़के शुक्रवार दोपहर घरवालों को बिना बताए निकल गए थे। उनके कपड़े घाट के किनारे मिले, जिसकी सूचना पर पहुुंची पुलिस और एनडीआरएफ टीम ने सर्च आपरेशन चलाया। तीनों की लाश बरामद कर पोस्टमार्टम हाउस भिजवा दी गई है। अभिभावकों से अपील है कि वह अपने बच्चों को गंगा-यमुना की तरफ न जान दें।
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