प्रयागराज पुलिस महकमे में न पर्याप्त घोड़े और न ही सवार, शासन के आदेश पर अस्तबल में 31 की जगह अब रहेंगे 24 अश्व
प्रयागराज पुलिस विभाग में घोड़ों और घुड़सवारों की भारी कमी है। शासन के आदेश के बाद अस्तबल में घोड़ों की संख्या 31 से घटाकर 24 कर दी गई है, जिससे पहले ...और पढ़ें

प्रयागराज पुलिस के पास घोड़ों और घुड़सवारों की कमी है, माघ मेला क्षेत्र में घुड़सवार पुलिस। आर्काइव
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। पुलिस महकमे की घुड़सवार टीम पहले से ही कमजोर थी। न तो पर्याप्त घोड़े थे और न ही सवार। अब शासन ने भी इसके आकार को छोटा कर दिया है। यहां पर पहले 31 घोड़े रखे जाते थे, लेकिन अब इनकी संख्या घटाकर 24 कर दी गई है।
घुड़सवार पुलिस टीम में 15 घोड़े कम थे
शासन की ओर से कमिश्नरेट पुलिस प्रणाली वाले जनपदों में घुड़सवार पुलिस टीम भी तैनात की जाती है। प्रयागराज में भी यह टीम तैनात है। पहले जनपद में मुख्यालय से 31 घोड़ों की संख्या निर्धारित थी। इसके सापेक्ष भी पिछले कई साल से यहां घोड़ों की कमी है। मौजूदा समय में सिर्फ 16 घोड़े ही विभाग के पास हैं। यानी 15 अश्व कम थे।
मुख्यालय से घोड़ों की खरीद की जाएगी
माना जा रहा था कि मुख्यालय से इनकी खरीद की जाएगी, लेकिन शासन से संख्या ही घटा दी गई। अब यहां पर सिर्फ 24 घोड़े रखने का आदेश जारी हुआ है। यानी 15 की जगह सिर्फ सात घोड़े और मिलेंगे। विभाग की ओर से इनकी मांग भेजी गई है।
उम्मीद है कि जल्द अश्व व घुड़सवार दोनों मिलेंगे
अफसरों का कहना है कि घोड़ों की खरीद के लिए विभागीय प्रक्रिया उच्च स्तर पर शुरू हो गई है। प्रतिसार निरीक्षक इंद्रपाल सिंह का कहना है कि शासन स्तर से घोड़ों की निर्धारित संख्या 31 से घटाकर 24 कर दी गई है। अभी 16 अश्व हैं। घुड़सवार भी कुछ कम हैं। इनकी मांग की है। उम्मीद है कि जल्द अश्व व घुड़सवार दोनों मिल जाएंगे।
प्रत्येक घुड़सवार के जिम्मे दो-दो अश्व
पुलिस महकमे में घोड़े ही नहीं, घुड़सवारों की कमी है। एक अश्व पर एक घुड़सवार होना चाहिए। यहां पर 16 घोड़े हैं, जबकि आइआर समेत कुल नौ घुड़सवार ही तैनात हैं। ऐसे में एक-एक घुड़सवार दो-दो घोड़े संभाल रहा है। ऐसे में कई बार ऐसा होता है कि घोड़ों की नियमित राइडिंग नहीं होती है।

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