Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bettiah Raj: बैंक में रखी बेतिया की महारानी की तिजोरी का अब खुलेगा ताला, इस बात की जताई जा रही उम्मीद

    Updated: Thu, 10 Apr 2025 10:43 AM (IST)

    बेतिया राज की महारानी जानकी कुंवर की तिजोरी में 200 करोड़ रुपये से अधिक के हीरे और सोने के जेवरात हैं। यह तिजोरी प्रयागराज के भारतीय स्टेट बैंक की त्रिवेणी शाखा में रखी हुई है। बिहार सरकार इस तिजोरी को खुलवाने की तैयारी कर रही है जिसमें ऐतिहासिक दस्तावेज और कीमती सामान हैं। तिजोरी का ताला जल्द ही खोला जाएगा।

    Hero Image
    बैंक में रखी बेतिया की महारानी की तिजोरी का अब खुलेगा ताला। (सांकेतिक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। प्रयागराज स्थित भारतीय भारतीय स्टेट बैंक की त्रिवेणी शाखा में रखी बेतिया राज की महारानी जानकी कुंवर की तिजोरी में कई राज हैं। इसमें ऐतिहासिक दस्तावेजों के अलावा 200 करोड़ रुपये से ज्यादा के हीरे और सोने के जेवरात भी हैं। बिहार सरकार की ओर से अब इस तिजोरी को खुलवाने की तैयारी की गई है। इसी माह अप्रैल में इस तिजोरी का ताला खोलने की तैयारी जिला प्रशासन की ओर से की जा रही है। जिला प्रशासन ने इसके लिए तीन सदस्यीय कमेटी भी गठित कर दी है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बेतिया रियासत की इस तिजोरी में राजघराने से संबंधित ऐतिहासिक दस्तावेज भी हैं। बिहार सरकार बेतिया राज के आखिरी राजा हरेंद्र किशोर सिंह व उनकी पत्नी जानकी कुंवर की संपत्ति अपने कब्जे में लेने जा रही है। सभी तरह की संपत्तियां खंगाली जा रही हैं। रानी जानकी कुंवर अपने आखिरी समय में प्रयागराज में ही रहीं।

    ऐसे में उनकी तिजोरी एसबीआइ की शाखा में भी रखी हुई है। इसमें रखे जेवरात बिहार के संग्रहालय में रखे जाएंगे। बेतिया राजघराने के आखिरी राजा हरेंद्र की दूसरी पत्नी जानकी से शादी के 22 दिन बाद ही 26 मार्च 1893 को निधन हो गया।

    इसे भी पढ़ें- बाइक सवार बदमाशों ने पेट्रोल पंप मैनेजर को उतारा मौत के घाट, ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर मचाया आतंक

    पहली पत्नी रतन कुंवर ने राजभार संभाला लेकिन 24 मार्च 1896 को उनकी भी मृत्यु हो गई। दूसरी पत्नी जानकी ने साम्राज्य संभाला लेकिन अंग्रेजों ने उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया। जानकी प्रयागराज के सिविल लाइंस स्थित महल में रहने लगीं। जानकी का इसी भवन में 24 नवंबर 1954 को निधन हो गया था।

    बिहार राजस्व परिषद के उच्चाधिकारियों की मौजूदगी में भारतीय स्टेट बैंक की शाखा से बाहर निकाली जाएगी तिजोरी। (सांकेतिक तस्वीर)


    बेतिया राज के अभिलेखागार में मौजूद अभिलेख में यह दर्शाया गया है कि बेतिया महारानी जानकी कुंवर के जीवन काल में हीं वर्ष 1939 में कई महत्वपूर्ण हीरे मोती स्वर्णाभूषण एवं अन्य जवाहरात तत्कालीन राज प्रबंधक ने उस समय के इंपीरियल बैंक पटना एवं इंपीरियल बैंक इलाहाबाद शाखा में धरोहर के रूप में सुरक्षित रखवा दिया था।

    बताया गया है कि इन आभूषणों एवं कीमती सामानों में मोतियों की माला, नवरत्न नेकलेस, स्वर्ण जड़ित पलंग, सोने का चंद्रहार आदि शामिल हैं। बेतिया राज के अभिलेखागार में प्राप्त अभिलेखों के मिलने के बाद राजस्व परिषद ने भी भारतीय स्टेट बैंक प्रयागराज के क्षेत्रीय प्रबंधक एवं पटना के एसबीआइ के उप महाप्रबंधक को पत्र भेजकर इन जवाहरातों की खोज करने की बात कही है।

    इसे भी पढ़ें- कुशीनगर में SDM की शादी में हेलीकॉप्टर से आया दूल्हा, एक झलक पाने के लिए उमड़ा पूरा गांव

    अब बैंक की ओर से इन बक्सों को खोलने का काम आंरभ किया गया है। प्रयागराज में एसबीआइ की त्रिवेणी शाखा में तिजोरी रखे जाने की पुष्टि हो गई है, जिसका ताला जल्द खोला जाएगा। यह ताला मुख्य राजस्व अधिकारी, एसडीएम, एसीपी तथा बिहार राजस्व परिषद के यहां तैनात अधिकारी के सामने खोला जाएगा।

    बेतिया राज की संपत्तियों का सर्वे कराया जा रहा है। इसके लिए राजस्व टीमें लगाई हैं, जिनके साथ बिहार राजस्व परिषद के अधिकारी भी हैं। एसबीआइ की तिजोरी को खोलने के लिए प्रशासनिक कार्यवाही तेज हो गई है। शीघ्र ही तिजोरी खोली जाएगी। -पंकज कुंवर, मुख्य राजस्व अधिकारी

    खास-खास

    • 200 करोड़ रुपये के हीरे-जवाहरात रखे होने की जताई गई है उम्मीद
    • 1939 में तत्कालीन इंपीरियल बैंक इलाहाबाद शाखा में रखी थी तिजोरी