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    Maha Kumbh Stampede: मौनी अमावस्या में भगदड़ के बाद अब कैसे हालात, टाइमलाइन समझें... सुबह से अब तक क्या-क्या हुआ?

    Updated: Wed, 29 Jan 2025 03:25 PM (IST)

    प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन भीड़ बहुत ज्यादा होने के कारण भगदड़ जैसे हालात बन गए। दोपहर 2 बजे तक करीब 5 करोड़ लोगों ने गंगा स्नान किया। तड़के मची भगदड़ के बाद शासन प्रशासन पूरी तरह अलर्ट हो गया। आसपास के जिलों में ही भीड़ को रोका गया। हालांकि कुछ ही घंटों में प्रशासन ने भीड़ पर काबू पा लिया। जानें अब तक क्या-क्या हुआ...

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    महाकुंभ में भगदड़ के बाद स्थिति नियंत्रण में है। (तस्वीर जागरण)

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। प्रयागराज महाकुंभ (Maha Kumbh 2025) में मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) के दिन संगम में स्नान (Ganga Snan) के दौरान भगदड़ मच गई। श्रद्धालुओं के संगम नोज पर जाने से भारी दबाव बना हुआ है। रात एक-दो बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर लगे बैरिकेड्स को फांदकर कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए। लगभग 5 करोड़ लोगों ने दोपहर 2 बजे तक संगम में स्नान किया।

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    बुधवार तड़के संगम की रेती पर हुए भगदड़ के बाद अब स्थिति काबू में हैं। सीएम योगी लगातार ग्राउंड पर मौजूद अधिकारियों से संपर्क में हैं। योगी लगातार मीटिंग्स कर रहे हैं। भगदड़ के बाद संगम में हालात कैसे हैं... स्थिति कैसे काबू में आई... 10 प्वॉइंट्स में समझते हैं पूरा घटनाक्रम...

    1- रात करीब एक बजे के मची भगदड़

    संगम तट से पहले बने द्वार के पास रात करीब 1 बजे भगदड़ की स्थिति बनी। कई श्रद्धालुओं की मौत और घायल होने से अफरातफरी मच गई। पुलिस, प्रशासन, आपदा प्रबंधन की टीम ने तत्परता दिखाते हुए राहत और बचाव कार्य शुरू किया। शास्त्री ब्रिज के नीचे पुलिस ने बैरिकेडिंग कर श्रद्धालुओं को काली मार्ग पर रोक दिया।

    महाकुंभ मेला में संगम पर भगदड़ के बाद किया गया शील। -गिरीश श्रीवास्तव

    बताया गया है कि संगम तट से कुछ दूर पहले बने द्वार पर उस समय हादसा हुआ, जब आने-जाने वाले श्रद्धालु टकरा गए। स्नानार्थियों में आमना-सामना होने पर आगे निकलने के लिए धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इसके बाद भगदड़ मच गई।

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    2- संगम पर कई एंबुलेंस पहुंचे, प्रशासन पहुंचा

    भगदड़ की खबर मिलते ही पूरा महकमा अलर्ट मोड में आ गया। घटनास्थल पर एंबुलेंस पहुंचने लगी और घायलों को अस्पताल लाया जाने लगा। इलाज करने के साथ ही राहत और बचाव कार्य तेजी से बढ़ाया गया। भोर तक सभी अधिकारी स्थिति को पूरी तरह से नियंत्रित करने के लिए प्रयासरत रहे। कुछ ही घंटों में स्थिति को काफी नियंत्रित कर लिया गया, लेकिन पूरी तरह से नियंत्रित करने में अफसर जुटे रहे।

    महाकुंभ मेला में संगम पर भगदड़ के बाद एम्बुलेंस से घायलों को ले जाते।-गिरीश श्रीवास्त्व

    3- प्रशासन ने श्रद्धालुओं से की अपील

    अधिकारियों ने अपील किया कि सभी श्रद्धालु शांति बनाए रखें। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील किया कि स्नान जल्दी करें। स्नान के बाद जल्दी घाट खाली कर दें, ताकि भीड़ इकट्‌ठा न होने पाए। दूसरे श्रद्धालुओं को स्नान करने का मौका मिले।

    महाकुंभ मेला में भगदड़ के बाद रामघाट के पास भीड़ नियंत्रित करता पुलिस का जवान।-गिरीश श्रीवास्तव

    महाकुंभ मेला में संगम पर भगदड़ के बाद पहुंचे कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद। -गिरीश श्रीवास्तव

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    4- पीएम मोदी ने सीएम योगी से फोन पर की बात

    प्रधानमंत्री मोदी ने महाकुंभ मेले की स्थिति के बारे में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की। पूरे मामले की समीक्षा की और तत्काल सहायता उपाय करने को कहा है। एएनआई के मुताबिक, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी सीएम योगी से फोन पर बात की। उन्होंने घटना की जानकारी ली। 

    5- योगी की श्रद्धालुओं से अपील- अफवाह पर ध्यान न दें

    सुबह घटना की सूचना मिलने के बाद से ही सीएम योगी लगातार अधिकारियों से अपडेट लेते रहे। मुख्यमंत्री योगी ने अपील किया कि श्रद्धालुगण मां गंगा के जिस भी घाट के समीप हैं, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें। स्नानार्थियों के लिए कई घाट बनाए गये हैं, जहां सुविधाजनक रूप से स्नान किया जा सकता है।

    उन्होंने सभी से मेला प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की। सीएम योगी ने सभी से अपील की है कि वह किसी भाी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान न दें। प्रशासन के निर्देशन का अनुपालन करें। व्यवस्था बनाने में सहयोग करें। किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।

    साथ ही सीएम ने लखनऊ में ही इमरजेंसी बैठक भी की। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी के साथ 4:00 बजे से बैठक कर रहे हैं। जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए।

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    6- 13 अखाड़ों ने अमृत स्नान रद्द करने का एलान किया

    उधर, अखाड़ों ने अमृत स्नान करने से इनकार कर दिया था। अखाड़ों ने कहा कि वह मेला प्रशासन के साथ पूरा सहयोग करेंगे। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा- जो घटना हुई उससे हम बहुत दुखी हैं। हमारे साथ हजारों श्रद्धालु थे। इस अपील पर सहमति जताते हुए कहा, "हम प्रशासन का पूरा सहयोग करेंगे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि है।"

    7- प्रयागराज की तरफ जाने वाली ट्रेनों को रोका गया

    सुबह 9 बजे के आसपास भीड़ इतनी पढ़ गई थी कि पीडीडीयू जंक्शन पर प्रयागराज की तरफ जाने वाली ट्रेनों को रोका गया। सभी यात्रियों को प्लेटफॉर्म से बाहर जाने व ट्रेन पर न चढ़ने की सलाह दी गई। 

    डीडीयू स्टेशन से बुधवार की सुबह सात बजे कुम्भ स्पेशल ट्रेन प्रयागराज के लिए रवाना किया गया। जिसे मेजारोड में रोक दिया गया। रेल सूत्रों ने बताया कि प्रयागराज किसी स्पेशल ट्रेन को रिसीव नहीं कर रहा है। डीडीयू स्टेशन के बाहर बैरीकेडिंग लगाकर यात्रियों को रोका गया और यात्रियों को पूछकर स्टेशन जाने दिया गया।

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    8- बंद किया गया लखनऊ-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग

    महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर संगम स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आना जारी रहा। ऐसे में श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने के चलते लखनऊ-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिया गया। हाईवे पर जगह-जगह बैरिकेडिंग लगा दिए गए। दो पहिया वाहन चालकों को भी आगे नहीं जाने दिया गया।

    जिले में प्रवेश कर चुके प्रयागराज जा रहे श्रद्धालुओं को जगह-जगह बनाए गए होल्डिंग एरिया में रोका गया। इस बीच खबर ये भी आई कि फाफामऊ गंगापुल पर श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। प्रशासन ने भीड़ को वहीं रोक दिया।

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    9- संगम पर भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया

    मौनी अमावस्या के अवसर पर अमृत स्नान के लिए अखाड़ों और संतों के लिए मार्ग प्रशस्त करने के लिए त्रिवेणी संगम पर भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया। अखाड़ा क्षेत्र से संगम की ओर आने वाले सभी रास्ते बंद किए गए हैं। श्रद्धालु शास्त्री पुल से होकर शहर की ओर भेजा गया। बीएसएफ के जवान प्रत्येक पुल पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तैनात किए गए।

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    10- एसएसपी बोले- स्थिति कंट्रोल में है

    महाकुंभ मेला SSP राजेश द्विवेदी ने का भी बयान सामने आया। उन्होंने कहा, "कोई भगदड़ नहीं हुई, अत्यधिक भीड़भाड़ थी, जिसके कारण कुछ श्रद्धालु घायल हो गए। किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। मेरी श्रद्धालुओं से अपील है कि जो घाट उनके लिए खुले हैं, वहां आराम से स्नान करें।"

    महाकुंभ मेला क्षेत्र में भगदड़ के बाद अब स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में है। प्रशासन ने ग्राउंड जीरो पर उतरकर भीड़ को मेला क्षेत्र में कंट्रोल किया। दोपहर 1 बजे के बाद अखाड़ों ने अमृत स्नान शुरू किया।

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