40 वर्ष की उम्र के बाद सर्दियों में सेहत का विशेष ध्यान रखने की जरूरत, आइए जानें क्या करें और क्या न करें?
प्रयागराज में स्पर्श चिकित्सा विद सतीश राय ने 40 वर्ष की उम्र के बाद सर्दियों में सेहत का ध्यान रखने के लिए सुझाव दिए। उन्होंने प्रतिरक्षा तंत्र को मज ...और पढ़ें

सर्दियों में स्वास्थ्य देखभाल, आहार और जीवनशैली संबंधी सुझाव स्पर्श चिकित्सा विद सतीश राय ने दिया।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। ठंड सबसे अच्छा मौसम होता है स्पर्श- ध्यान कर शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का सबसे अनुकूल समय यही है। इस मौसम में स्वास्थ्य पर ठीक से ध्यान न देने से पाचन की समस्या बढ़ सकती है। ऐसे में सही खान-पान और स्पर्श ध्यान कर अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं।
एसकेआर योग एवं रेकी शोध प्रशिक्षण और प्राकृतिक संस्थान प्रयागराज रेकी सेंटर पर निश्शुल्क स्पर्श ध्यान कार्यक्रम के पश्चात स्पर्श चिकित्सा विद सतीश राय ने स्वास्थ्य संबंधी टिप्स दिए। उन्होंने कहा बार-बार संक्रमित होना और बीमार पड़ना, शरीर की प्रतिरक्षा तंत्र के कमजोर होने का लक्षण है। यदि मौसम बदलते ही हर बार बीमार होते हैं तो यह गंभीर और अदृश्य बीमारी के होने की सूचना शरीर आपको दे रहा है, इसकी अनदेखी न करें।
सतीश राय ने कहा कि 40 वर्ष की उम्र के पश्चात सर्दियों में सेहत पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। शरीर में होने वाले उतार-चढ़ाव के कारण शरीर में अचानक कुछ बदलाव से असहज हो सकते हैं। इस उम्र में नींद की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है। ऐसे में अपनी दिनचर्या एवं खान-पान पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।
उन्होंने बताया कि ठंड अधिक होने से प्यास कम लगती है। पानी कम पीने से या बार-बार गर्म पानी पीने से बचना चाहिए। रात में सोने से तीन घंटा पहले खाना खाना चाहिए। अत्यधिक चाय-काफी या अल्कोहल पीने से पाचन क्रिया प्रभावित होती है।
सर्दियों के मौसम में बुजुर्गों का उचित ध्यान देना चाहिए। उम्र बढ़ने के साथ ही उनके आंतरिक अंग भी कमजोर हो जाते है। ऐसे में उन्हें सुपाच्य और संतुलित भोजन करना चाहिए। सर्दियों में सभी तरह की हरी पत्तेदार सब्जियां और फलों का सेवन अत्यधिक करना चाहिए।

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