इलाहाबाद विश्वविद्यालय के PCB छात्रावास में नवप्रवेशी छात्रों से रैगिंग, छापेमारी से राजफाश, कई छात्र पकड़ाए, रैगिंग का तरीका अलग
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पीसीबी छात्रावास में रैगिंग का मामला सामने आने के बाद प्रशासनिक और पुलिस टीम ने छापेमारी की। छापेमारी में कई वरिष्ठ छात्र रैगिंग में शामिल पाए गए जो वाट्सएप के माध्यम से नए छात्रों पर दबाव बना रहे थे। छात्रावास से अवैध हीटर बरामद हुए और कई अपंजीकृत छात्र भी मिले। विश्वविद्यालय प्रशासन दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पीसीबी छात्रावास में रैगिंग का मामला प्रकाश में आया है। एंटी रैगिंग पोर्टल, उत्तर प्रदेश शासन और कुलानुशासक कार्यालय तक इसकी शिकायत की गई। इस पर कुलानुशासक प्रो. राकेश सिंह ने तत्काल कुलपति और कुलसचिव को प्रकरण से अवगत कराया।
विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस की छापेमारी
रैगिंग को लेकर वस्तुस्थिति को जानने के लिए शुक्रवार देर रात छात्रावास पर प्रशासनिक और पुलिस टीम ने पीसीबी छात्रावास में छापेमारी की। इस दल में कुलानुशासक, उप कुलानुशासक डा. अतुल नारायण सिंह, विश्वविद्यालय के सुरक्षा गार्ड और कर्नलगंज थाना पुलिस बल शामिल रहा।
वाट्सएप काल और संदेशों के माध्यम से बनाते थे दबाव
छापेमारी के दौरान कई वरिष्ठ छात्र रैगिंग में संलिप्त मिले। जांच में पता चला कि छात्र वाट्सएप काल और संदेशों के माध्यम से नवप्रवेशी छात्रों पर दबाव बना रहे थे। उन्हें अनुचित निर्देश दे रहे थे। इस पर तत्काल छात्रावास के वाट्सएप ग्रुप में रैगिंग रोकने और सतर्क रहने के संदेश प्रसारित किए गए।
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जांच टीम ने कहा- रैगिंग जैसी गतिविधि हो रही थी
जांच टीम के सदस्यों ने स्पष्ट किया कि तकनीक का गलत प्रयोग कर रैगिंग जैसी गतिविधि को अंजाम दिया जा रहा था। छापेमारी में छात्रावास के कई कमरों से बड़े क्वायल हीटर भी मिले। छात्रावास के नियमों के अनुसार इनका प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए थे। यह सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक हैं। इसके अलावा, कई ऐसे छात्र पकड़े गए जिनका विश्वविद्यालय या छात्रावास में पंजीकरण नहीं था। यह प्रशासनिक नियमों की गंभीर अनदेखी को बताता है।
की जाएगी कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई
पूरे मामले की जानकारी छात्रावास अधीक्षक डा. राघवेंद्र प्रताप सिंह को दी गई। रैगिंग के ही अन्य प्रकरण में अधीक्षक पहले ही सात छात्रों को दोषी पाए जाने पर छात्रावास खाली करने का नोटिस जारी कर चुके हैं। अब विश्वविद्यालय प्रशासन दोषी छात्रों के खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी में है। इस संबंध में जांच समिति गठित कर साक्ष्यों के आधार पर विस्तृत रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
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नवप्रवेशी छात्रों के लिए विश्वविद्यालय करेगा काउंसिलिंग
वहीं, नवप्रवेशी छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और आत्मविश्वास को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने विशेष परामर्श (काउंसिलिंग) सत्र आयोजित करने का निर्णय लिया है। इन सत्रों का उद्देश्य नए छात्रों को सुरक्षित और सकारात्मक वातावरण उपलब्ध कराना है, ताकि वे भयमुक्त होकर शिक्षा ग्रहण कर सकें।
क्या कहते हैं विश्वविद्यालय के कुलानशासक
विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो. राकेश सिंह ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय रैगिंग जैसी असामाजिक प्रवृत्तियों को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा और दोषी छात्रों के विरुद्ध कठोरतम कदम उठाए जाएंगे। नियमित तौर पर छात्रावास में जांच भी की जाएगी।
दहशत में हैं नवप्रवेशी छात्र
छापेमारी के दौरान छात्रावास के वाट्सएप ग्रुप में जो संदेश मिले हैं वह साफ करते हैं कि छात्रावास में रैगिंग चल रही थी। कुछ वरिष्ठ छात्रों ने चेतावनी वाले संदेश भी प्रसारित किए। कहा जा रहा है कि जांच टीम सुबूत के तौर पर इन संदेशों का प्रयोग करेगी। जो भी इसमें लिप्त मिलेगा उनका निष्कासन भी हो सकता है। जूनियर छात्र काफी सहमे हुए हैं। विश्वविद्यालय के छात्रों का कहना है कि इस तरह की गतिविधि अन्य छात्रावासों में भी चल रही है। वहां भी जांच और छापेमारी की आवश्यकता है।
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