प्रतापगढ़ में शारदा सहायक नहर की मुख्य माइनर टूटी, आधा दर्जन किसानों की सरसों, मटर व गेहूं की फसल डूबी
प्रतापगढ़ के पटखौली में शारदा सहायक नहर की मुख्य माइनर टूटने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। घटना डेरवा बाजार के पास हुई, जहाँ कई किसानों की सरसों, ...और पढ़ें

प्रतापगढ़ में पटखौली के पास टूटी शारदा सहायक नहर की मुख्य माइनर से बहता पानी। जागरण
संसू, जागरण, डेरवा (प्रतापगढ़)। शारदा सहायक नहर की मुख्य माइनर शनिवार को सुबह पटखौली वार्ड के पास टूट गई। जानकारी होने पर नगर पंचायत अध्यक्ष ने इसकी सूचना सिंचाई विभाग के अधिकारियों को देने के बाद बुलडोजर मंगवाया। किसी तरह टूटी माइनर को बंद कराया, लेकिन तब तक आधा दर्जन किसानों की सरसों, मटर व गेहूं की फसल डूब चुकी थी। इसे लेकर चिंतित हैं। नहर पहले से ही ओवरफ्लो चल रही थी।
शारदा सहायक नहर की मुख्य माइनर नगर पंचायत डेरवा से होकर निकली है। कई दिनों यह नहर ओवर फ्लो चल रही थी। किसानों ने इसकी शिकायत सिंचाई विभाग के अधिकारियों से की थी, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इधर, शनिवार की सुबह जब किसान अपने खेतों की ओर पहुंचे तो पटखौली गांव के पास माइनर टूटी थी।
नहर का पानी तेज बहाव के साथ आसपास के खेतों में जा रहा था। यह देख किसानों शोर मचाया। सूचना मिलने पर नगर पंचायत अध्यक्ष कुंवर बहादुर पटेल भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने सिंचाई विभाग को नहर टूटने की सूचना दी और आनन-फानन बुलडोजर मंगवाकर नहर बंद कराने का कार्य शुरू कराया।
हालांकि तब तक पानी खेतों में भर चुका था। गेहूं, मटर, सरसों की फसल में पानी लग गया। वंशीलाल, गोरेलाल पटेल, बन्ने लाल पटेल, तुलाराम पटेल सहित किसानों का कहना है कि यदि समय रहते शिकायत पर ध्यान दिया गया होता तो इतना बड़ा नुकसान नहीं होता। उन्होंने प्रशासन से क्षतिपूर्ति दिलाए जाने और लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

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