यमुना एक्सप्रेसवे पर जानलेवा साबित हो रही निर्धारित दूरी की अनदेखी, इस साल अब तक 113 लोग गवां चुके जान
यमुना एक्सप्रेसवे पर निर्धारित दूरी और गति सीमा की अनदेखी जानलेवा साबित हो रही है। सर्दियों में कम दृश्यता के कारण हादसे बढ़ जाते हैं। इस साल अब तक 11 ...और पढ़ें

यमुना एक्सप्रेसवे पर फर्राटा भरते वाहन । जागरण
अजब सिंह भाटी, ग्रेटर नोएडा। एक्सप्रेसवे पर सफर में निर्धारित दूरी की अनदेखी लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। शर्दियों के दौरान एक्सप्रेसवे पर दृश्यता कम हो जाती है। कोहरे के कारण कई बार दृश्यता शून्य तक पहुंच जाती है। इससे हादसे की आशंका रहती है।
यमुना एक्सप्रेसवे पर वाहनों की अधिकतम गति सीमा 75 किलोमीटर प्रतिघंटा निर्धारित है। वाहनों की एक दूसरे के बीच में दूरी भी 70 मीटर निर्धारित है, लेकिन न तो वाहन चालक निर्धारित दूरी का पालन करते हैं और न ही तय मानक के अनुसार ही वाहनों को चलाते हैं। जो लगातार हादसों का कारण बनते हैं।
यह हालात तब है जबकि यमुना एक्सप्रेसवे पर जगह-जगह वाहन चालकों को जागरूक करने के लिए साइन बोर्ड लगा रखे हैं। नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे हो या फिर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे या फिर एनएच-34 एक्सप्रेसवे यातायात सुगम करने से ज्यादा हादसों का एक्सप्रेसवे बन गए हैं।
यमुना एक्सप्रेसवे पर रोजाना गुजरते हैं 30 हजार वाहन
यमुना एक्सप्रेसवे पर रोजना 30 हजार वाहन गुजरते हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो नींद व ओवर स्पीड की वजह से सबसे ज्यादा हादसे हुए। आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2025 में अबतक 1198 हादसों में 113 लोग जान गवां चुके, 562 घायल हुए हैं।
ग्रेटर नोएडा से आगरा तक 165 किलोमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेसवे यातायात का दबाव अधिक रहता हैं, जिससे यहां हर समय हादसे की संभावना बनी रहती है। जल्द ही नोएडा एयरपोर्ट शुरू होने जा रहा है, इसके बाद यातायात का दबाव अधिक हो जाएगा।
यमुना एक्सप्रेसवे पर हादसों का विवरण
| वर्ष | हादसे | मौत | घायल |
|---|---|---|---|
| 2017 | 763 | 146 | 1426 |
| 2018 | 659 | 111 | 1388 |
| 2019 | 560 | 195 | 1302 |
| 2020 | 509 | 122 | 1015 |
| 2021 | 424 | 136 | 958 |
| 2022 | 303 | 106 | 668 |
| 2023 | 411 | 95 | 729 |
| 2024 | 528 | 112 | 955 |
| 2025 | 562 | 113 | 1198 |
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रात के समय भारी वाहन चालकों को मुफ्त में चाय पिलाई जारही है। सुरक्षित सफर के पंपलेट बाटे जा रहे हैं। हल्के वाहनों की गति सीमा 75 व भाई वाहनों की 60 किलोमीटर तय की गई है। बड़े वाहनों पर रिफलेक्टर टेप भी लगाई जा रही है। जरूरत के हिसाब से सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है ताकि हादसों को रोकने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
- जेके शर्मा, वरिष्ठ प्रबंधक, यमुना एक्सप्रेसवे टोल

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