नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे 10 पर सफल रही टेकऑफ और लैंडिंग, दिसंबर में होने वाली उड़ानों की उलटी गिनती शुरू
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे 10 पर टेकऑफ और लैंडिंग का सफल परीक्षण किया गया। दिसंबर में यहाँ से उड़ानों की शुरुआत होने की संभावना है, जिससे यात्रियों को एक नया विकल्प मिलेगा। यह परीक्षण एयरपोर्ट के संचालन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, जेवर। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे दस (पश्चिमी छोर) पर शुक्रवार को कैलिब्रेशन टेस्ट फ्लाइट की लैंडिंग हुई। सुबह 11:20 बजे भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण के एयरक्राफ्ट ने एयरपोर्ट के रनवे पर लैंडिंग की। रनवे दस के लोकलाइजर और ग्लाइड पाथ सिस्टम का कैलिब्रेशन सफल रहा। इसके साथ ही प्रिसिजन एप्रोच पाथ इंडिकेटर लाइट्स का भी कैलिब्रेशन किया गया। इस बीच एयरपोर्ट के नेविगेशन और कम्युनिकेशन सिस्टम्स ने पूरी तरह ठीक कार्य किया।
तीन बार लैंडिंग और टेकऑफ किया
एयरक्राफ्ट ने शाम करीब चार बजे तक तीन बार लैंडिंग और टेकऑफ किया। अगले सप्ताह रनवे 28 (पूर्वी छोर) पर कैलिब्रेशन के लिए फ्लाइट टेस्ट होगा। डीजीसीए ने सात नवंबर तक एयरोड्रम लाइसेंस जारी होने की संभावना जताई थी, लेकिन रनवे 28 के परीक्षण के बाद नवंबर में ही इसे जारी किया जा सकता है। कैलिब्रेशन फ्लाइट टेस्ट की रिपोर्ट डीजीसीए को भेजी जाएगी। दिसंबर से एयरपोर्ट पर विमान घरेलू उड़ान भरने लगेंगे।
कैलिब्रेशन टेस्ट फ्लाइट को रद करना पड़ा
एयरोड्रम लाइसेंस जारी करने के लिए महानिदेशालय नागर विमानन डीजीसीए ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर नेविगेशन व कम्यूनिकेशन इंस्ट्रूमेंट के कैलिब्रेशन के लिए दो दिन निर्धारित किए थे, लेकिन पहले दिन मौसम खराब होने के कारण कैलिब्रेशन टेस्ट फ्लाइट को रद करना पड़ा।
शुक्रवार को दृश्यता ठीक होने पर दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट से भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण के एयरक्राफ्ट ने उड़ान भरी और 11:20 बजे नोएडा एयरपोर्ट के रनवे दस पर सफल लैंडिंग की।
इस दौरान नेविगेशन, कम्यूनिकेशन व प्रिसिजन एप्रोच पाथ इंडिकेटर लाइट्स का सफल कैलिब्रेशन हुआ। एयरक्राफ्ट ने रनवे दस से लैंडिंग की। इसके जरिये पश्चिमी छोर पर लगे इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम को पूरी तरह ठीक पाया गया।
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लगभग 10 से 15 किमी दूर तक उड़ानें भरी
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. के नोडल अफसर शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि कैलिब्रेशन फ्लाइट एयरोड्रम लाइसेंस जारी करने से पहले जरूरी परीक्षण होता है। इसमें एयरपोर्ट और विमानन उपकरणों की सटीकता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए परीक्षण किया जाता है।
शुक्रवार को नोएडा एयरपोर्ट पर पहुंचे भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण के एयरक्राफ्ट से एयर नेविगेशन और कम्युनिकेशन सिस्टम्स इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आइएलएस) और रडार की जांच की गई। यह पूरी तरह सफल रही।
एयरक्राफ्ट ने एयरपोर्ट के रनवे से उड़ाने भरते हुए अलग-अलग ऊंचाई और दिशा से उड़ाने भर अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानकों के अनुरूप उपकरणों के काम करने की जांच प्रक्रिया को पूरा किया। इस दौरान एयरक्राफ्ट ने लगातार एयरपोर्ट के आसमान में लगभग 10 से 15 किमी दूर तक उड़ानें भरी।
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कैलिब्रेशन फ्लाइट के दौरान की गई जांच के प्रमुख बिंदु
इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन (आइसीएओ) के मानकों के अनुसार सर्विलांस सिस्टम, एयर ट्रैफिक मूवमेंंट आटोमेशन सिस्टम, कम्यूनिकेशन सिस्टम व नेविगेशन सिस्टम की जांच कर डाटा एकत्र किए गए। दो पायलट और एक फ्लाइट इंस्पेक्टर कैलिब्रेशन टेस्ट फ्लाइट में मौजूद थे।
अगले सप्ताह फिर होगी कैलिब्रेशन टेस्ट फ्लाइट
नोएडा एयरपोर्ट के रनवे पर विमान पूर्वी व पश्चिमी छोर दाेनों ओर से लैंडिंग व टेक आफ कर सकेंगे। इसके लिए दोनों छोर पर इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम आइएलएस लगाए गए हैं। रनवे दस के आइएलएस की शुक्रवार को जांच पूरी हो गई। रनवे 28 के कैलिब्रेशन के लिए अगले सप्ताह टेस्ट फ्लाइट होगी। हालांकि यह मौसम पर निर्भर करेगा।
घरेलू विमान सेवा से शुरुआत, दिन में उड़ान भरेंगे विमान
नोएडा एयरपोर्ट से दिसंबर में यात्री व कार्गो विमान सेवा शुरू हो जाएगी। शुरुआत में केवल घरेलू विमान सेवा ही शुरू होगी। यात्रियों की सुरक्षा एवं उपकरणों की जांच को देखते हुए शुुरुआत में केवल दिन मेंं ही विमान नोएडा एयरपोर्ट से उड़ान भरेंगे। इसके सफल होने के बाद रात में विमानों की उड़ान सेवा शुरू होगी। अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा अगले साल जून तक शुरू होने की संभावना है।

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