पंचों की बात सुन फूट पड़ा महिला एसपी का गुस्सा, पहुंचा दिया हवालात
पंचो ने भी कबूल कर लिया कि उनसे गलती हुई है। यह सुनते ही एसपी का गुस्सा फूट पड़ा। एसपी के इस रूख को देखकर लखनावली गांव में चर्चा का माहौल गर्म है।
नोएडा [जेएनएन]। दुष्कर्म का झूठा मुकदमा दर्ज कराना एक महिला को भारी पड़ गया। महिला की पैरवी करने वाले पंचों की चाल भी उल्टी पड़ गई। एसपी देहात सुजाता सिंह ने जब मामले की जांच की तो पता चला कि दुष्कर्म का मुकदमा झूठा था और पंचो की मध्यस्थता से महिला को एक लाख रुपये भी दिलाए गए थे।
दरअसल, लखनावली गांव की रहने वाली एक महिला ने गांव के पांच युवकों पर दुष्कर्म का मुकदमा सूरजपुर कोतवाली में दर्ज कराया था। पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि जिन युवकों पर आरोप लगा है, वह लोग घटना के दौरान गांव में थे ही नहीं। वहीं, आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए गांव के पंच व महिला लगातार पुलिस पर दबाव बना रही थी।जब पुलिस की जांच में मुकदमा झूठा निकला तो पूरी तस्वीर ही बदल गई।
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एसपी के पास पैरवी में आए पंचों को एसपी ने आड़े हाथ लिया। जब पंचों ने भी कबूल कर लिया कि उनसे गलती हुई है। यह सुनते ही एसपी का गुस्सा फूट पड़ा। एसपी ने तत्काल सूरजपुर पुलिस को आदेश दिया कि पुलिस को गुमराह करने के आरोप में पंच सहित पांच को गिरफ्तार करो। आदेश होते ही सूरजपुर पुलिस ने पांचों को हवालात में पहुंचा दिया।
पंचों के हवालात पहुंचते ही राजनीति व दूसरे जिले के कई पुलिस अधिकारियों ने सिफारिश शुरू कर दी। पुलिस ने बुधवार की पूरी रात पंचों को हवालात में रखा और बृहस्पतिवार सुबह उनको छोड़ दिया। जबकि महिला के भाई व दो अन्य लोगों को झूठी पैरवी करने पर 151 के तहत एसडीएम कोर्ट में पेश किया गया।
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पकड़े पुलिस के पैर
एसपी ने जैसे ही पंचों को हवालात पहुंचाने का आदेश दिया, पंचों ने एसपी के पैर पकड़ लिए और गिड़गिड़ाने लगे की भविष्य में ऐसा नहीं होगा। पंचों को गिड़गिड़ाते देख एसपी का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। एसपी ने पंचों से कहा कि झूठा मुकदमा दर्ज कराने व उसकी पैरवी करने वालों को हजामत अच्छे से होनी चाहिए। एसपी के इस रूख को देखकर लखनावली गांव में चर्चा का माहौल गर्म है।
गांव में हुई थी पंचायत
दुष्कर्म का झूठा मुकदमा दर्ज होने के बाद पंचों ने गांव में पंचायत की थी और युवकों के परिजन पर दबाव बनाया था कि महिला को आर्थिक मदद मिले। दबाव में आकर युवकों के परिजन ने निर्दोष होते हुए भी एक लाख रुपये महिला को दे दिए थे। लेकिन अब जब एसपी ने पूरी तस्वीर साफ कर दी है तो निर्दोष युवकों के परिजन ने राहत की सांस ली है। रुपये मिलते ही महिला ने पंचायत में लिखित में दिया था पांचों युवक निर्दोष है।
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