Noida: शराब पीकर पुलिस कमिश्नर को किया फोन, बोला- सीएम योगी का प्रमुख सचिव बोल रहा हूं, और फिर...
Noida News उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रमुख सचिव बताकर पुलिस आयुक्त के सीयूजी नंबर पर फोन करने वाले आरोपित को सेक्टर-39 कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान अलीगढ़ के कुलदीप शर्मा के रूप में हुई है।

नोएडा, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रमुख सचिव बताकर पुलिस आयुक्त के सीयूजी नंबर पर फोन करने वाले आरोपित को सेक्टर-39 कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान अलीगढ़ के कुलदीप शर्मा के रूप में हुई है। आरोपित सेक्टर-104 स्थित सोसायटी में रहने वाले व्यक्ति का चालक है।
बुधवार रात करीब 12 बजे एक व्यक्ति ने जिले के पुलिस आयुक्त को उनके सीयूजी नंबर पर फोन किया। जिसे पुलिस आयुक्त के पब्लिक रिलेशन आफिसर (पीआरओ) ने उठाया। फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद को प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद बताकर और पुलिस आयुक्त से बात करवाने को कहा। आवाज सुनकर संदेह होने पर नंबर की जांच की गई।
शराब के नशे में गूगल से निकाला फोन नंबर
जांच में पता चला कि फोन करने वाले व्यक्ति का नाम कुलदीप शर्मा है। पेशे से चालक आरोपित ने शराब के नशे में गूगल से पुलिस आयुक्त का सीयूजी नंबर प्राप्त कर फोन लगा दिया। कोतवाली प्रभारी राजीव बालियान का कहना है कि बृहस्पतिवार को आरोपित को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
ये भी पढ़ें- Noida International Airport: तय समय और बजट में पूरा होगा हवाई अड्डे का काम, महंगाई-कोविड से नहीं पड़ेगा फर्क
फैक्ट्री मालिक के साथ लूट की सूचना फर्जी
सेक्टर-112 के पास फैक्ट्री मालिक के साथ हुई लूट पुलिस जांच में झूठी निकली है। कर्ज में डूबे मालिक ने लूट की झूठी सूचना सेक्टर-113 कोतवाली पुलिस को दी थी। सेक्टर-71 के आयुष नैन की सेक्टर-65 में गारमेंट्स फैक्ट्री है। सोमवार को उन्होंने पुलिस को सूचना दी थी कि सेक्टर-112 में बाइक सवार दो बदमाश उनकी कार को ओवरटेक किया और हथियार दिखाकर 1.83 लाख नकदी, सोने का कड़ा व अंगूठी लूट ली।
एडिशनल डीसीपी नोएडा आशुतोष द्विवेदी का कहना है कि सीसीटीवी कैमरे, सर्विलांस से छानबीन के दौरान सामने आया कि लूट की सूचना झूठी है। पीड़ित ने सख्ती से पूछताछ में बताया कि वह कर्ज में डूबा हुआ है। कर्ज से बचने के लिए लूट की झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाई। जिससे कर्जदारों को बता सके कि लूट की घटना हो गई है। फैक्ट्री मालिक के पिता का कुछ समय पूर्व देहांत हुआ था। इसके बाद से वह काफी परेशान था। पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।