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    Shamli Encounter: 16 साल से STF में थे इंस्‍पेक्‍टर सुनील, दुजाना और मुकीम काला गिरोह के सरगना का क‍िया खात्मा

    Updated: Thu, 23 Jan 2025 09:36 AM (IST)

    मुस्तफा उर्फ कग्गा गिरोह (Kagga Gang) के एक लाख के इनामी अरशद (Shamli Encounter) समेत चार बदमाशों को मुठभेड़ में मार गिराने वाले इंस्पेक्टर 54 वर्षीय सुनील कुमार (Inspector Sunil Kumar) ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। अदम्य साहस का परिचय देते हुए सुनील ने बदमाशों से लोहा लिया। उनकी इस कार्यशैली पर महकमा और परिवार हमेशा गर्व करता रहेगा।

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    एनकाउंटर के बाद बदमाशों की कार, बल‍िदानी इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार (फाइल फोटो)।

    जागरण संवाददाता, मेरठ। मुस्तफा उर्फ कग्गा गिरोह (Kagga Gang) के एक लाख के इनामी अरशद (Shamli Encounter) समेत चार बदमाशों को मुठभेड़ में मार गिराने वाले इंस्पेक्टर 54 वर्षीय सुनील कुमार (Inspector Sunil Kumar) ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल के डॉक्टरों ने बुधवार को दोपहर 2:15 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनका लिवर क्षतिग्रस्त हो गया था। डॉक्टरों ने बताया कि ऑपरेशन कर दो गोली निकाल दी थी। मुठभेड़ में इंस्पेक्टर को तीन गोली लगी थीं। एक 315 और दो 12 बोर के तमंचे से चलाई गई थीं। दो गोली पेट और तीसरी लिवर में लगी थी।

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    अदम्य साहस का परिचय देते हुए सुनील ने बदमाशों से लोहा लिया। उनकी इस कार्यशैली पर महकमा और परिवार हमेशा गर्व करता रहेगा। एंबुलेंस से शव उठाते हुए एसटीएफ के जवानों ने कहा कि सुनील तेरा वैभव अमर रहे, पुलिस के इतिहास में तुम हमेशा याद रहोंगे। पत्नी मुनेश ने कहा कि परिवार की आंखों में आंसू देकर हमेशा के लिए सुनील चले गए, पर उनका अहसास हमें कदम-कदम पर होता रहेगा। गमगीन माहौल में बेटा मोनू भी पिता की वीरता को सलाम कर रहा था। हालांकि, घर पर कोहराम मचा हुआ था। उनकी पत्नी मुनेश और बेटी नेहा एवं पुत्रवूध का रो-रो कर बुरा हाल था।

    भतीजे अजीत ने बताया कि सुनील की शादी 35 साल पहले रोहटा रोड स्थित अमानुल्लापुर गांव में हुई थीं। बेटी और बेटे की शादी कर चुके है। मोनू की शादी को अभी दो साल भी पूरे नहीं हुए।

    1990 में PAC में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे सुनील कुमार

    मूलरूप से मेरठ के इंचौली थाना क्षेत्र के मसूरी गांव निवासी सुनील कुमार पुत्र चरण सिंह एक सितंबर 1990 में पीएसी में सिपाही पद पर तैनाती हुई थीं। तैनाती के बाद 15वीं वाहिनी पीएसी, आगरा, 47वीं वाहिनी पीएसी गाजियाबाद और नौवीं वाहिनी पीएसी मुरादाबाद में तैनाती रही। नौ अगस्त 2002 को हेड कॉन्‍स्टेबल पद पर प्रमोशन हो गया।

    2009 में ज्‍वॉइन क‍िया STF

    वर्ष 2008 में कुख्यात पांच लाख के इनामी बदमाश अंबिका पटेल उर्फ ठोकिया और 50 हजार के इनामी कुख्यात उमर केवट को मुठभेड़ में ढेर करने वाली टीमों में सुनील कुमार शामिल थे। उसी आधार पर एक जनवरी 2009 से वह स्पेशल टास्क फोर्स में आ गए। 16 साल से वह एसटीएफ का हिस्सा रहे।

    उमर केवट को मार गिराने पर आउट ऑफ टर्न म‍िला प्रमोशन

    उमर केवट को मार गिराने में 16 सितंबर 2011 में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन के बाद प्लाटून कमांडर पद पर प्रमोट किया। इसी के चलते 22 अप्रैल 2020 को दलनायक के पद पर प्रमोशन किया गया। एसटीएफ में रहते हुए 22 अप्रैल 2022 में निरीक्षक पद पर प्रमोशन हुआ। अदम्य शौर्य एवं साहसिक कार्यों के लिये वर्ष 2015 में शौर्य के आधार पर 'सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह' और 2022 में 'उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह' तथा 2024 में पुलिस महानिदेशक, का 'प्रशंसा चिन्ह-रजत' मिला था।

    इन घटनाओं में सुनील कुमार का योगदान रहा

    • 19 मार्च 2008 को अंतर परिक्षेत्रीय दस्यु गिरोह के सरगना ओम प्रकाश उर्फ उमर केवट को उसके एक साथी सहित मुठभेड़ में मार गिराने वाली टीम का हिस्सा रहे।
    • फतेहपुर में तैनाती के दौरान 50 हजार के इनामी रामराज पुत्र शिव गोपाल निवासी ग्राम नसीरपुर थाना खेखरेरू जनपद फतेहपुर को मार गिराया था।
    • चार मई 2023 को अनिल नागर उर्फ अनिल दुजाना को मार गिराने वाली टीम का भी सुनील कुमार हिस्सा रहे थे।
    • 14 दिसंबर 2024 को हाशिम बाबा गिरोह के शूटर एक लाख के इनामी अनिल उर्फ सोनू मटका को मार गिराने में भी अहम भूमिका निभाई थी।
    • 20 जनवरी 2025 को मुस्तफा उर्फ कग्गा एवं मुकीम काला गिरोह के सरगना अरशद, मंजीत उर्फ ढिल्ला उर्फ जुबैर, सतीश और मनबीर को मार गिराने की टीम का नेतृत्व कर रहे थे।

    इन अपराधियों की धरपकड़ में सुनील ने निभाई अहम भूमिका

    • 30 मई 2024 को 50 हजार के इनामी राहुल उर्फ रामबाबू को गिरफ्तार करने में अहम भूमिका निभाई थी।
    • 10 जनवरी 2024 को आईएसआई आतंकी संगठन के तहसीम उर्फ मोटा को गिरफ्तार कर मुजफ्फरनगर पुलिस को सौंपा था।
    • 15 अक्टूबर 2023 को इंचौली से 50 हजार के इनामी कुख्यात अपराधी सन्नी काकरान को गिरफ्तार करने वाली टीम में शामिल रहा है।
    • 13 सितंबर 2022 को नजाकत की गिरफ्तारी वाली टीम का नेतृत्व किया था। नजाकत 2015 में कचहरी पर पेशी के दौरान भाग गया था।
    • 14 जनवरी 2022 को 50 हजार के इनामी दीपक चौधरी की गिरफ्तारी कराई थी।
    • आठ अक्टूबर 2021 को नवीन उर्फ छोटू की गिरफ्तारी के लिए सुनील ने मुखबिरी कराई थी।
    • 13 अगस्त 2021 को एक लाख के इनामी आस मोहम्मद उर्फ आसू उर्फ लम्बू उर्फ खालिद की गिरफ्तारी में भी योगदान रहा।
    • 18 नवंबर 2020 को राजस्थान से कपिल उर्फ सर्रा की गिरफ्तारी कराई।
    • 20 जुलाई को मुठभेड़ के दौरान संदीप उर्फ सम्राट को गिरफ्तार किया था।

    इंस्पेक्टर सुनील कुमार का प्रोफाइल

    नाम- सुनील कुमार (उम्र 54 साल)

    पिता - चरण सिंह (किसान)

    पत्नी - मुनेश बेटी,

    बेटा - नेहा और मोनू उर्फ मनजीत

    शिक्षा - इंटरमीडिएट

    पदोन्नति - हेडकांस्टेबल (नौ अगस्त 2002), प्लाटून कमांडर (16 सितंबर 2011), दलनायक (22 अप्रैल 2020)। पदक - सराहनीय सेवा सम्मान (2015), उत्कृष्ट सेवा सम्मान (2022), अति उत्कृष्ट सेवा पदक (2024), प्रशंसा चिन्ह रजत पदक (2024)।

    वर्तमान तैनाती- एसटीएफ यूनिट, मेरठ

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