Meerut: तीन बच्चों की मौतों की जिम्मेदार है अराजक व्यवस्था... बिल्डर ने स्वीकारा, जिला पंचायत में की सेटिंग
Meerut News मेरठ के सिवाल खास में तीन बच्चों की दुखद मौत हो गई। बिना चारदीवारी के बने गड्ढे में डूबने से यह हादसा हुआ। ग्रामीणों ने बिल्डर और जिला पंचायत पर लापरवाही का आरोप लगाया है। पुलिस ने बिल्डर को हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच कर रही है। लोगों में इस घटना को लेकर बहुत गुस्सा है।

जागरण संवाददाता, मेरठ। सिवाल खास में तीन बच्चों की मौत की घटना ने सबको हिलाकर रख दिया है। पानी में उतराते बच्चों के शव देख पूरा गांव गमगीन था। कोई बिल्डर पर कार्रवाई की मांग कर रहा था तो कोई पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहा था।
बिना चारदीवारी किए मौत का गड्ढा खोदा
बिना चारदीवारी किए कालोनी में 40 दिन पहले मौत का गड्ढा खोद दिया गया। बरसात का पानी भरने के बाद भी नहीं निकाला गया। लोगों का आरोप है कि जिला पंचायत से सेटिंग कर कालोनी बनाई जा रही है। ऐसे में बिल्डर के साथ जिला पंचायत अफसरों पर भी मुकदमा दर्ज होना चाहिए। हालांकि, पुलिस ने बिल्डर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। निश्चित रूप से अराजक व्यवस्था इसकी जिम्मेदार है लेकिन देखना यह है कि किस-किसको जिम्मेदार ठहराया जाएगा। जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी अथवा तीन मासूमों की मौत कमेटी गठन या जांच के फेर में ही उलझकर रह जाएगी।
सीसीटीवी में बच्चे कालोनी से बाहर निकलते दिखाई दिए
कालोनी में एक तरफ राजेश शर्मा के मकान पर लगे सीसीटीवी कैमरे देखकर पता चला कि बच्चे निर्माणाधीन अनम गार्डन कालोनी में प्रवेश कर गए। दूसरी साइड में एटीएम के पास सुशील गुप्ता के घर पर लगे सीसीटीवी कैमरे में बच्चे कालोनी से बाहर निकलते दिखाई दिए। फिर दुकान से सामान खरीदने के बाद बच्चे दोबारा कालोनी में घुसते दिखाई दिए, लेकिन राजेश शर्मा के घर पर लगे कैमरे में बच्चे कालोनी से दोबारा बाहर निकलते नहीं दिखाई दिए।
ऐसे में साफ है कि बच्चे कालोनी के अंदर ही रहे। शिबू के पिता मोनू ने तीनों बच्चों को सड़क पर घूमते देख घर जाने को कहा था। इस पर बच्चे घर के लिए चल दिए थे। मिट्टी उठान से प्लाट में हुए छह फीट गहरे गड्ढे में भरे पानी में बच्चे डूब गए। यह कालोनी बाहरी छोर पर गांव के ओमवीर की 16 बीघा जमीन में बनाई जा रही है। उक्त जमीन को मुरादनगर के बिल्डर असलम ने खरीदा था।
जिला पंचायत की अनुमति के बिना कैसे काटी कालोनी
सवाल है कि जिला पंचायत की अनुमति के बिना कैसे कालोनी काट दी गई। ग्रामीणों का आरोप है कि कालोनी की चारदीवारी किए बिना ही निर्माण कार्य शुरू किया। यदि चारदीवारी होती तो बच्चे प्रवेश नहीं कर पाते।
बिल्डर ने स्वीकारा, जिला पंचायत में की सेटिंग
‘दैनिक जागरण’ ने इस संबंध में बिल्डर असलम से फोन पर बातचीत की तो उन्होंने खुद स्वीकारा कि जिला पंचायत में सेटिंग कर उन्होंने निर्माण कार्य शुरू किया किया था। यह भी बताया कि 40 दिन पहले जेसीबी से मिट्टी उठाकर दूसरे प्लाट में डाली थी, इसलिए वहां गड्ढा बन गया था। वह कई बार गड्ढे से पानी निकलवा चुके। रविवार को भी पानी निकलवाना था, लेकिन बरसात के चलते नहीं निकलवा सके।
यह भी पढ़ें- Meerut News : तीन बच्चों की मौत के लिए बिल्डर की लापरवाही जिम्मेदार, खुले छोड़े गड्ढे में गिरकर डूबे
बिल्डर असलम खान को पुलिस ने हिरासत में लिया
हादसे में तीन बच्चों की मौत के मामले में मुरादनगर के बिल्डर असलम खान को देर रात पुलिस ने पकड़ लिया। असलम खान ने ही कालोनी में जेसीबी से खोदाई कराई थी। खोदाई के कारण हुए गहरे गड्ढों में बरसात का पानी भर गया था, जिसमें डूबने से तीन बच्चों की मौत हुई है। बच्चों की मौत का जिम्मेदार बिल्डर असलम को माना जा रहा है। मुरादनगर से पुलिस असलम को परतापुर थाने लेकर आई। एसपी देहात राकेश मिश्रा ने बताया कि बिल्डर को हिरासत में ले लिया है। मुकदमे में गैरइरादतन हत्या की धारा बढ़ाकर कार्रवाई की जाएगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।