Meerut News: सिलिंडर से नहीं मिली आक्सीजन तो अटकने लगी सांसें, चीख पड़ी मरीज और...
Meerut News मेरठ मेडिकल कालेज में कर्मचारी की लापरवाही से मरीज की जान खतरे में पड़ गई। आक्सीजन सिलिंडर का लाक नहीं खोलने से मरीज की सांस अटक गई। बिजनौर से रेफर मरीज को 20 मिनट तक स्ट्रेचर और आक्सीजन नहीं मिला। मेडिकल कालेज की इमरजेंसी सेवाओं में सुधार नहीं होने से मरीज परेशान हैं।

जागरण संवाददाता, मेरठ। एक दिन पहले घायल युवक की मौत के मामले में ड्यूटी पर लापरवाही बरतने वाले दो जूनियर डाक्टरों के निलंबन के बाद भी मेडिकल कालेज की इमरजेंसी की व्यवस्थाओं में कोई सुधार नहीं हुआ।
मंगलवार को एक कर्मचारी की लापरवाही से मरीज की जान सांसत में पड़ गई। सिलिंडर लगाने में हुई गलती से आक्सीजन नहीं मिली तो सांस अटकने से मरीज चीखने लगी। यह देख स्वजन घबरा गए। गनीमत रही कि दूसरे कर्मचारी ने तुरंत सिलिंडर का लाक खोल दिया और आक्सीजन सप्लाई शुरू हो गई। जरा सी देर और हो जाती तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी।
20 मिनट तक नहीं मिला स्ट्रेचर और आक्सीजन सिलिंडर
बिजनौर जिला अस्पताल से रेफर मरीज नरगिस को लेकर एंबुलेंस दोपहर 12 बजे मेडिकल कालेज की इमरजेंसी पहुंची। करीब 20 मिनट तक उसे स्ट्रेचर और आक्सीजन सिलेंडर नहीं मिला। इमरजेंसी की चौखट पर पहुंचने के बाद भी उसे इतनी देर एंबुलेंस में रहना पड़ा। तीमारदार और एंबुलेंस के सहायक के बार-बार कहने पर मरीज को शिफ्ट करने के लिए स्ट्रेचर आया तो उसका गद्दा फटा था। यह देख चालक ने एंबुलेंस का ही स्ट्रेचर मरीज सहित नीचे उतार दिया।
नहीं खोला सिलिंडर का लाक
तभी इमरजेंसी का एक कर्मचारी छोटा आक्सीजन सिलिंडर लेकर आ गया। उसने मरीज को आक्सीजन नली लगा दी थी लेकिन सिलिंडर का लाक नहीं खोला था। स्ट्रेचर चंद कदम आगे बढ़ा था कि सिलिंडर से आक्सीजन मरीज नहीं मिलने से उसकी सांस अटकने लगी। मरीज जोर से चीख पड़ी। दूसरे कर्मचारी ने सिलिंडर से आक्सीजन आपूर्ति खोली और बिना देरी किए बेड पर पहुंचाकर इमरजेंसी की आक्सीजन सप्लाई से नली लगा दी।
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बेड पर पहुंचते ही जूनियर डाक्टर ने अटेंड किया। कर्मचारी की इस लापरवाही से मरीज की जान पर बन आई थी। कर्मचारी ने यूनिफार्म नहीं पहन रखी थी। बताया गया कि वह वार्ड ब्वाय है। साथ आई तीमारदार महिला ने कहा कि वह घबरा गईं थीं। बाद में जानकारी होने पर इमरजेंसी मेडिकल अफसर डा. हर्ष वर्धन ने सिलिंडर को खोल कर चेक किया तो उसमें आक्सीजन भरी थी।
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