निर्वाचन आयोग की वेबसाइट में घुसपैठ करने पर एक और गिरफ्तार, दिल्ली में चल रही पूछताछ
Election Commission of India website tampering भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट में घुसपैठ कर डाटाबेस से छेड़छाड़ करने के मामले में दूसरे आरोपित अरमान मलिक को भी गिरफ्तार कर लिया है। उससे दिल्ली में पूछताछ की जा रही है। शाम तक अरमान को सहारनपुर लाया जा सकता है।
सहारनपुर, जेएनएन।Election Commission of India website tampering: भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट में घुसपैठ कर डाटाबेस से छेड़छाड़ करने के मामले में दूसरे आरोपित अरमान मलिक को भी गिरफ्तार कर लिया है। उससे दिल्ली में पूछताछ की जा रही है। शाम तक अरमान को सहारनपुर लाया जा सकता है। सहारनपुर में इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। यहां भी आरोपित से पूछताछ की जा सकती है। वहीं भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट से छेड़छाड़ करने पर एक को जेल भेजा जा चुका है।
नकुड थाना क्षेत्र के गांव माच्छरहेड़ी निवासी विपुल सैनी पुत्र रामकुमार सैनी को इस मामले में गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। उसका साथी अरमान मलिक हत्थे नहीं चढ़ा था। दोनों के खिलाफ सहारनपुर में मुकदमा दर्ज किया गया है। साइबर सेल थाना प्रभारी प्रवीण कुमार विपुल सैनी को रिमांड पर लेने के लिए आज कोर्ट में प्रार्थना पत्र देंगे। सहारनपुर पुलिस अभी यह साफ नहीं कर रही है कि अरमान मलिक को मध्यप्रदेश के हरदा या दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। सहारनपुर पुलिस भी दिल्ली पहुंच गई है।
तीन माह में बनाए 10 हजार वोटर आईडी कार्ड
पूछताछ में विपुल ने बताया कि उसने अरमान जो दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है, उसके कहने पर ही निर्वाचन आयोग की वेबसाइट में घुसपैठ की थी। जिसके बाद से तीन महीने में 10 हजार वोटर आईडी कार्ड बनाए थे। वोटर आईडी कार्ड बनाने के साथ ही वे प्रत्येक से 100 से 200 रुपये लेते थे। छेड़छाड़ करने पर दिल्ली जांच एजेंसियों को इसकी भनक लगी। जिसके बाद इनपुट खगालने पर सहारनपुर के विपुल का निकला।
विपुल के खाते से निकले 60 लाख
पुलिस ने आरोपित को पकडने के बाद इसके खाते की भी जांच की। जिसके बाद पता चला कि विपुल के खाते से 60 लाख की रकम बरामद हुई। हालाकि अभी इन रुपयों के बारे में जानकारी नहीं है कि कहा और किसने डाली है।