मऊ में उग्र हुई सरयू नदी, खतरा बिंदु 69.90 मीटर से 15 सेमी ऊपर बह रही नदी, तटवर्ती गांवों में दहशत
सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से तटवर्ती क्षेत्रों में दहशत का माहौल है। पिछले 24 घंटों में जलस्तर में 10 सेमी की वृद्धि हुई है और यह खतरा बिंदु से 15 सेमी ऊपर बह रही है। उफनती लहरें भारत माता मंदिर की दीवार से टकरा रही हैं जिससे कटान का खतरा बढ़ गया है।

जागरण संवाददाता, दोहरीघाट (मऊ)। सरयू नदी इस मानसूनी सत्र में लगातार तल्खी पर बनी रही है। खतरा बिंंदु अक्टूबर माह के शुरुआत के बाद भी कम होने का नाम नहीं ले रहा है। मऊ जिले में सरयू की लहरें उग्र हो चली हैं। बीते 24 घंटे में 10 सेमी सरयू का जलस्तर बढ़ा है। फिलहाल खतरा बिंदु 69.90 मीटर से 15 सेमी ऊपर बह रही सरयू नदी की धारा तटवर्ती क्षेत्रों में चुनौती दे रही है।
सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे तटवर्ती क्षेत्रों में भय का माहौल उत्पन्न हो गया है। उफनती लहरें मुक्तिधाम स्थित भारत माता मंदिर की दीवार से टकरा रही हैं, जिससे नगर की ऐतिहासिक धरोहरों पर खतरा मंडराने लगा है। पिछले 24 घंटे में सरयू नदी के जलस्तर में 10 सेमी की वृद्धि हुई है। वर्तमान में यह खतरा बिंदु 69.90 मीटर से 15 सेमी ऊपर, यानी 70.05 मीटर पर बह रही है।
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सरयू नदी की उग्र लहरें भारत माता मंदिर पर सीधे टकरा रही हैं। लहरों के टकराने के साथ ही नदी तेजी से बैकरोलिंग कर रही है, जिससे बोल्डरों के खिसकने और कटान का खतरा बढ़ता जा रहा है। सिंचाई विभाग के अवर अभियंता प्रिंस कुमार के नेतृत्व में गौरीशंकर घाट से लेकर श्मशान घाट तक नदी के रौद्र रूप से बचाने के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है। नईबाजार के पास फोरलेन पुल के समीप भी नदी बैकरोलिंग कर कटान कर रही है, जिससे एनएचएआई की चिंता बढ़ गई है।
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महुला गढ़वल बांध, गोधनी बीबीपुर बांध, नवली चिऊटीडांड रिंग बंधा और बेलौली रिंग बंधे से होकर नदी प्रवाहित हो रही है, जिससे बंधों पर दबाव बढ़ गया है। बंधों के नीचे धान की फसल बाढ़ के पानी में डूब जाने से किसान लागत मूल्य को लेकर चिंतित हैं। तटवर्ती गांवों जैसे धनौली रामपुर, नई बाजार, चिऊटीडॉड़, नवली, बहादुरपुर, सरयां, पतनई, बीबीपुर, ताहिरापुर, गोधनी, गौरीडीह, जमीरा चौराडीह, ठाकुरगांव, कोरौली आदि में ग्रामीण पानी घुसने के डर से भयभीत हैं।
सरयू नदी की स्थिति को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। ग्रामीणों को सलाह दी गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं और बाढ़ से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए प्रशासन से संपर्क करें। इस संकट के समय में सभी को एकजुट होकर इस चुनौती का सामना करने की आवश्यकता है।
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