अलविदा 2025: कभी हत्या-दुष्कर्म तो कभी लूट और आतंकी कनेक्शन, इन घटनाओं से डर के साये में रही यूपी की राजधानी
वर्ष 2025 लखनऊ के लिए कानून-व्यवस्था के लिहाज से चुनौतीपूर्ण रहा। जघन्य हत्याओं से लेकर साइबर ठगी और लूट की घटनाओं ने पुलिस को व्यस्त रखा। दिल्ली विस् ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, लखनऊ। वर्ष 2025 राजधानी के लिए कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर कठिन साबित हुआ। नए वर्ष की शुरुआत ही जघन्य पांच हत्याओं से हुई, तो वर्ष के अंत तक साइबर ठगी और लूट की घटनाएं चर्चा में रहीं। हत्या, दुष्कर्म, चेन स्नैचिंग, डकैती और साइबर अपराध ने पुलिस को चुनौती दी।
वहीं, दिल्ली विस्फोट के साजिशकर्ता लखनऊ निवासी निकले, तो लोगों में भी डर बैठ गया। जनवरी से दिसंबर के बीच सामने आई प्रमुख आपराधिक घटनाओं ने यह साफ कर दिया कि अपराध के तरीके बदल रहे हैं और अपराधी पहले से अधिक बेखौफ हो रहे हैं।
एक जनवरी 2025 को पारिवारिक विवाद में मां और चार बहनों की हत्या की घटना ने पूरे शहर को झकझोर दिया। घरेलू हिंसा की यह वारदात वर्ष की सबसे सनसनीखेज घटनाओं में शामिल रही। जनवरी और फरवरी में लूट और डकैती के दौरान हत्या की कई घटनाएं सामने आईं।
आलमबाग, कृष्णानगर और पीजीआइ क्षेत्र जैसे रिहायशी इलाकों में बदमाशों ने बेखौफ होकर वारदातें कीं। बुजुर्गों को बंधक बनाकर लूट, व्यापारियों को गोली मारना और महिलाओं से छीना-झपटी आम होती चली गई। वहीं, ढाई वर्ष की बच्ची के साथ सड़क पर दुष्कर्म ने पुलिस गश्त पर सवाल खड़े कर दिए थे।
पुलिस ने 12 घंटे में आरोपित को मुठभेड़ में मार गिराया था, लेकिन इस घटना ने 2025 में महिला सुरक्षा को सबसे बड़ा मुद्दा बना दिया। छात्रा से छेड़छाड़, युवती से दुष्कर्म और नाबालिग बच्ची के साथ दरिंदगी की घटनाओं ने समाज को झकझोर दिया। कई मामलों में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की, लेकिन लगातार सामने आती घटनाओं ने रोकथाम की पोल खोल दी।
इस दौरान दस नवंबर को दिल्ली में हुए विस्फोट के मास्टरमाइंड डाक्टर शाहीन शहीद और डाक्टर परवेज लखनऊ के रहने वाले निकले, तो लोगों में डर का माहौल भी देखने को मिला।

चेन स्नैचिंग पर पुलिस नहीं लगा सकी लगाम
पूरे वर्ष चेन स्नैचिंग की घटनाएं हुईं, जिन पर पुलिस लगाम नहीं लगा सकी। मई से सितंबर के बीच की बात करें तो चेन स्नैचिंग की घटनाएं चरम पर रहीं। जानकीपुरम में चेन छीनने की कोशिश में युवक की मौत ने राजधानी में आक्रोश फैला दिया।
गोमती नगर, इंदिरा नगर और लोकबंधु रोड जैसे इलाकों में सक्रिय गिरोहों पर पुलिस ने कार्रवाई की, फिर भी महिलाओं में भय बना रहा। हालांकि, पुलिस ने कई लुटेरों को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया, जिससे पुलिस ने अपना इकबाल कायम रखा।
साइबर अपराध बना नया सिरदर्द वर्ष के अंत तक साइबर अपराध तेजी से बढ़ा। डिजिटल अरेस्ट, शेयर ट्रेडिंग समेत अन्य तरीकों से करोड़ों रुपये की आनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ। व्यापारी, नौकरीपेशा और बुजुर्ग सबसे ज्यादा शिकार बने। इससे साफ हो गया कि अपराध अब सड़कों से निकलकर मोबाइल और इंटरनेट तक पहुंच चुका है।
लखनऊ में प्रमुख घटनाओं की टाइमलाइन
- एक जनवरी 2025: बेटे ने पिता के साथ मिलकर मां व चार बहनों की हत्या।
- 18 जनवरी 2025: आलमबाग में लूट का विरोध करने पर बदमाशों ने कपड़ा व्यापारी को गोली मार दी। इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
- 7 फरवरी 2025: सरोजनीनगर में चलती कार में छात्रा से छेड़छाड़ का मामला सामने आया। तीन आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
- 25 फरवरी 2025: कृष्णानगर में बदमाशों ने बुजुर्ग दंपती को बंधक बनाकर लाखों की लूट की थी।
- 19 मई 2025: चारबाग से चिनहट जाने के लिए आटो पर बैठी अयोध्या निवासी महिला को काकोरी ले जाकर किया दुष्कर्म।
- 5 जून 2025: आलमबाग में पांच वर्षीय बच्ची से मेट्रो स्टेशन के पास दुष्कर्म, पुलिस ने 12 घंटे में आरोपित को मुठभेड़ में मार गिराया था।
- 18 जुलाई 2025: स्कूल वैन चालक ने बच्ची से की छेड़छाड़, आरोपित गिरफ्तार।
- 9 जुलाई 2025: मलिहाबाद में बच्ची से दुष्कर्म।
- 20 सितंबर 2025: चेन स्नैचिंग के विरोध में युवक की हत्या, इस मामले में पुलिस ने एक आरोपित को मुठभेड़ में पकड़ा था।
- 4 अक्टूबर 2025: आनलाइन गेमिंग में रकम हारने के बाद बेटे ने मां की हत्या कर दी थी।
- 5 दिसंबर 2025: जानकीपुरम में चोरी के विरोध में पुजारी ने वृद्धा की हत्या कर दी थी।
सुक्षाव: रात की गश्त, स्ट्रीट लाइट, सीसीटीवी नेटवर्क, महिला सुरक्षा और साइबर जागरुकता को मजबूत करना जरूरी है।

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