कानपुर देहात का ये कैसा शिक्षा का मंदिर, दिन में पढ़ाई रात में बार बालाओं के ठुमके; Video Viral
कानपुर देहात के एक प्राथमिक विद्यालय में अश्लील डांस का वीडियो वायरल हो रहा है। मूसानगर के क्योटरा गांव में कार्यक्रम के दौरान स्कूल परिसर में यह आयोजन किया गया जिसमें प्रधान पति और कई ग्रामीण भी शामिल थे। शिक्षा के मंदिर में ऐसा कृत्य होने से लोग हैरान हैं। चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात। शिक्षा के मंदिर का एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है, जिसने शिक्षा अधिकारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्कूल का वायरल वीडियो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। आखिर ऐसा कैसे हो सकता है कि शिक्षा के मंदिर में अश्लील गानों पर महिलाएं डांस कर रही हैं। यही नहीं उनके साथ प्रधान पति और ग्रामीण भी ठुमके लगाते नजर आ रहे हैं। मामला चर्चा में आने पर बड़ी कार्रवाई हुई।
शिक्षा के मंदिर प्राथमिक विद्यालय क्योटरा बांगर में बच्चे की छठी पर एक परिवार ने डांस पार्टी का आयोजन किया। इस दौरान अश्लील गाने पर फूहड़ नृत्य भी महिलाओं संग किए गए जिसमें प्रधान पति संग अन्य ने ठुमके लगाए। इसका वीडियो प्रसारित हुआ तो डीएम ने गहरी नाराजगी जताई और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
मामले में मुकदमा दर्ज करने के साथ ही आयोजक पिता पुत्र, प्रधान पति समेत चार को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं मामले में लापरवाही बरतने की दोषी प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर दिया गया है। मामले में बीईओ सरवनखेड़ा को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है, जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। बीईओ अमरौधा व विद्यालय प्रबंध समिति अध्यक्ष को नोटिस देकर तीन दिन में जवाब मांगा गया है, इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
मूसानगर के गांव क्योटरा बांगर के गजराज के बेटे नरेश के नवजात पुत्र की छठी शनिवार को थी। गजराज के घर के नजदीक प्राथमिक विद्यालय है जहां पर डांस करने वाली महिलाओं को बुलाया गया था। इसके बाद रात में विद्यालय का गेट खोलकर लोग अंदर गए और परिसर में अश्लील गाने संग जमकर ठुमके लगाए। रविवार को इसका वीडियो प्रसारित हुआ तो मामला अधिकारियों तक पहुंचा। पुलिस ने आयोजक गजरात, उसके बेटे नरेश, प्रधान पति राहुल व जगत सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
सार्वजनिक स्थान पर अश्लील गाने व अश्लील नृत्य करने की धारा के तहत पुलिस की तरफ से मुकदमा भी किया गया। वहीं प्रधानाध्यापिका शशिबाला को निलंबित करते हुए विद्यालय सहबापुर से संबद्ध कर दिया गया है। उन पर आरोप है कि थानाध्यक्ष कालीचरण ने फोन कर मामले में उनसे एफआइआर कराने को कहा गया तो उन्होंने आने जाने की समस्या बता दी, साथ ही पास के थाने में प्रार्थना पत्र देने को कहा गया तो भी उन्होंने गंभीरता से नहीं लिया और टाल दिया। साथ ही उनके विद्यालय परिसर में इस तरह की घटना हुई इस पर उनको निलंबित कर दिया गया।
वहीं बीईओ अमरौधा ईश्वरकांत मिश्र की तरफ से भी कोई कार्रवाई न की गई और न ही घटना के बाद उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया। इसके चलते उनको नोटिस बीएसए अजय मिश्र ने दी है और तीन दिन के अंदर जवाब मांगा है। विद्यालय प्रबंध समिति अध्यक्ष को भी नोटिस देकर जवाब मांगा गया है। एसओ मूसानगर कालीचरण कुशवाहा ने बताया कि चारों आरोपितों को जेल भेज दिया गया है।
प्रधानाध्यापिका शशिबाला ने बताया कि देररात फोन एफआइआर कराने के लिए आया था, मैं घर पर अकेली थी इसके चलते नहीं जा सकी। दोपहर में गई पर विभागीय अधिकारी पहले जा चुके थे। स्कूल से सटा घर कार्यक्रम कराने वाले का है, मेरा कोई दोष नहीं है।
बीएसए अजय कुमार मिश्र ने बताया कि प्रधानाचार्या की लापरवाही मिली और टालमटोल करतीं रहीं। बीईओ ने भी जानकारी नहीं दी इसके चलते कार्रवाई हुई है।
प्रकरण काफी गंभीर है, हमारे शिक्षा के मंदिरों को कोई दूषित करें तो उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी एवं जिला पंचायत राज अधिकारी को जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
- कपिल सिंह, जिलाधिकारी
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