Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Raksha Bandhan: बसों में फ्री यात्रा के आदेश, संचालन में तंत्र फेल, देखें, तस्वीरों में बहनों की हालत

    By vivek mishra Edited By: Anurag Shukla1
    Updated: Sat, 09 Aug 2025 07:57 PM (IST)

    Raksha Bandhan प्रदेश सरकार के सुनहरे सपनों को लोकल तंत्र फेल कर रही है। रक्षाबंधन में बहनों और उनके सहयात्री को फ्री बस सेवा के आदेश थे। इसके बावजूद बस ही नहीं उपलब्ध कराई जा सकी। त्योहार की खुशियां मनाने निकली महिलाओं की राह में सिस्टम की अनदेखी बाधा बनी। देखें फोटोजर्नलिस्ट मोहम्मद आरिफ के कैमरे से बदहाल व्यवस्था की तस्वीरें...

    Hero Image
    कानपुर के झकरकटी बस अड्डा में बस का इंतजार करती यात्रियों की भीड़। फोटो: मोहम्मद आरिफ

    जागरण संवाददाता, कानपुर। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह बीते शुक्रवार को शहर आए लेकिन वो बलिदानी मेजर सलमान खान अंतर्राज्यीय बस अड्डा, झकरकटी नहीं गए। अगर वो एक बार वहां का निरीक्षण कर लेते तो अहसास होता कि बस अड्डा के अंदर पहुंचने की डगर कितनी कठिन है। शनिवार सुबह महिलाएं रक्षाबंधन पर पति, पिता और भाई के साथ बस से मायके जाने के लिए बस अड्डा पर पहुंचीं। वहां कदम-कदम पर गड्ढे, कीचड़ और बसों में भारी भीड़ ने खुशी और उत्साह को निराशा में बदल दिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रक्षाबंधन पर्व मनाने निकली बहनें किसी तरह बस तक पहुंचीं तो सीट पाने की जद्दोजहद करनी पड़ी। छोटे बच्चों की जान जोखिम में डालकर खिड़कियों से भीतर बिठाया गया। निराश महिलाओं ने कहा कि रोडवेज के पास पर्याप्त बसें नहीं थीं तो उन्हें निश्शुल्क सफर नहीं कराना चाहिए था। रोडवेज अधिकारियों ने शनिवार देर शाम करीब 64,265 महिलाओं व सहयात्रियों को रोडवेज, इलेक्ट्रिक बसें और सीएनजी बसों में सफर कराने का दावा किया ।

    यह भी पढ़ें- Kanpur जेल का अजब-गजब कांड, कैद से भागा हत्यारोपित असरुद्दीन, जेलर और डिप्टी जेलर समेत चार निलंबित

    Free bus service on Rakshabandhan in Kanpur

    बस के गेट से जाने की जगह नहीं मिली तो खिड़की से बच्चों को अंदर भेजते यात्री। जागरण

    रक्षाबंधन पर महिलाओं को भाइयों तक पहुंचने में सुगम परिवहन सुविधा देने के लिए राज्य सरकार ने 10 अगस्त की रात 12 बजे तक महिला व एक सहयात्री को निश्शुल्क बस यात्रा की सुविधा देने की घोषणा की थी।

    Free bus service on Rakshabandhan in Kanpur

    बस में चढ़ने के लिए मारामारी से बचाने के लिए बच्चों को खिड़की से अंदर भेजते यात्री। जागरण

    उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के कानपुर रीजन में 677 रोडवेज और शहर में संचालित 84 ई-बसों और सीएनजी बसें चलाईं। लगतार दूसरे दिन शनिवार सुबह से आगरा, दिल्ली, गोरखपुर, रायबरेली, कन्नौज, फतेहपुर, लखनऊ, वाराणसी, मैनपुरी, प्रयागराज रूट पर महिलाओं की भीड़ बढ़ने से बसें कम पड़ गईं।

    Free bus service on Rakshabandhan in Kanpur

    बस में चढ़ने के लिए मारामारी से बचाने के लिए बच्चों को खिड़की से अंदर भेजते यात्री। जागरण

    दावा है कि किदवई नगर और आजाद नगर डिपो में रिजर्व में खड़ी बसें बुलवाकर सर्वाधिक मांग वाले रूट पर भेजीं। महोबा निवासी सुनीता ने बताया कि लखनऊ जाने के लिए बस का आधा घंटा इंतजार करना पड़ा। 

    Free bus service on Rakshabandhan in Kanpur

    बस अड्डे पर बस तक पहुंचने से पहले अव्यवस्था की राह यानी कीचड़ से होकर गुजरता परिवार। जागरण

    नौबस्ता हंसपुरम निवासी गीता देवी ने बताया कि रायबरेली जाने के लिए बस पकड़ने बस अड्डा पहुंची थीं लेकिन काफी जतन के बाद बस मिली।

    Free bus service on Rakshabandhan in Kanpur

    भले ही तंत्र की अव्यवस्था हर जगह फैली हो लेकिन रक्षाबंधन पर्व का उत्साह लोगों में कम नहीं था। जागरण

    बस से मायके जाने के लिए बस अड्डा पहुंची थी। यहां गड्ढे और कीचड़ के बीच से होकर बस तक पहुंचने में काफी परेशानी हुई। कीचड़ से कपड़े तो खराब हुए ही बस में बैठने के लिए जगह तक नहीं मिली।

    सरिता देवी, महिला यात्री

    Free bus service on Rakshabandhan in Kanpur

    मुख्य गेट से जगह नहीं मिली तो इमरजेंसी गेट से उतरने लगी युवती। जागरण

    बस में निश्शुल्क सफर की घोषणा होने के बाद शनिवार को रायबरेली स्थित मायके जाने को बस पकड़ने पहुंची लेकिन काफी धक्कामुक्की झेलने के बाद भी जगह नहीं मिली। बस में क्षमता से अधिक यात्री होने से सांस लेना दूभर था।

    आशू देवी, महिला यात्री।

    Free bus service on Rakshabandhan in Kanpur

    बस तक पहुंचने के लिए बच्चे को कीचड़ से बचाने के लिए गोद में लेकर निकलता व्यक्ति। जागरण

    मायके जाने के लिए उत्साह से घर से निकली थी। बस अड्डा पर जगह-जगह कीचड़ देख अंदर घुसने में डर लगने लगा। किसी तरह हिम्मत करके बस तक पहुंचे तो बस पूरी फुल मिली। धक्कामुक्की करके अंदर जा पाए तो बैठने तक की जगह नहीं मिली।

    काजल सिंह, महिला यात्री।

    Free bus service on Rakshabandhan in Kanpur

    बस से उतरे ही कीचड़ में गिरी महिला। जागरण

    खागा स्थित मायके जाने के लिए बस अड्डे पहुंची। बस फुल होने की वजह से अंदर घुसने की हिम्मत नहीं पड़ी। आधा घंटा के इंतजार के बाद बस आई तो उसमें जगह मिली।

    मीनू, महिला यात्री।

    यह भी पढ़ें- Kanpur News: रक्षाबंधन पर शुभम की फोटो को देख रो पड़ी बहन आरती, बोलीं- भैया राखी बांधने आई हूं

    शनिवार को लखनऊ, गोरखपुर, रायबरेली, कन्नौज, मैनपुरी, वाराणसी और प्रयागराज रूट पर बसों की सर्वाधिक मांग रही। यात्रियों की बढ़ती भीड़ देख रिजर्व में खड़ी बसों को बुलवाकर 15-15 मिनट और दिल्ली के लिए आधा घंटा के अंतराल में चलवाया गया। महिला व सहयात्री को निश्शुल्क परिवहन सुविधा दी गई। भीड़ संभालने में सचल दल और अतिरिक्त स्टाफ की अहम भूमिका रही। बस अड्डा पर निर्माण कार्य न होने से अव्यवस्था है।

    पंकज तिवारी, एआरएम, मेजर सलमान खान अंतर्राज्यीय बस अड्डा (झकरकटी)।