सर्वाइकल स्पान्डिलोसिस; आफिस में घंटों काम और मोबाइल पर लगातार रील देखना खतरनाक, जिंदगी भर....
कानपुर में गलत तरीके से बैठने के कारण युवाओं में गर्दन और कमर दर्द की समस्या बढ़ रही है। सर्वाइकल स्पान्डिलोसिस के मरीज बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों ने सही पाश्चर योगासन और जीवनशैली में बदलाव की सलाह दी है। दर्द को अनदेखा न करने और बचाव के उपायों पर ध्यान देने की सलाह दी गई है।

जागरण संवाददाता, कानपुर। गर्दन और कमर का दर्द गलत पाश्चर यानी बैठने और काम करने के गलत तरीके से बढ़ रहा है। इसकी चपेट में सबसे ज्यादा युवा और बच्चे आ रहे हैं। जो अनदेखी से कई मामलों में मरीज को बिस्तर तक पहुंचा रहे हैं। सर्वाइकल स्पान्डिलोसिस, गर्दन की हड्डियों और डिस्क में घिसाव के कारण होने वाला दर्द, अकड़न, झनझनाहट, खराब पाश्चर और बढ़ती उम्र के कारण होने वाले दर्द की समस्या लेकर न्यूरो सर्जरी विभाग की ओपीडी में हर दिन 300 से ज्यादा मरीज सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सकों के पास पहुंच रहे हैं। दैनिक जागरण के हेलो डाक्टर में जीएसवीएम मेडिकल कालेज के न्यूरो सर्जरी विभाग की एसोसिएट प्रो. डा. आंचल दत्ता ने पाठकों की समस्या का निदान किया। पेश है मुख्य अंश...
जीएसवीएम मेडिकल कालेज के न्यूरो सर्जरी विभाग की एसोसिएट प्रो. डा. आंचल दत्ता। जागरण
- मेरी उम्र 79 वर्ष है, मुझे सर्वाइकल स्पान्डिलोसिस है? अब झनझनाहट की समस्या बढ़ रही है। क्या करें। - केपी सिंह, लालबंगला, उमेश गुप्ता, यशोदा नगर, कमल सिंह, विश्व बैंक बर्रा।
- अगर आप डायबिटिक मरीज हैं, तो विटामिन डी और बी 12 की जांच कराकर एक बार न्यूरो विभाग में दिखा लें। अधिक उम्र में शरीर में विटामिन और कैल्शियम की कमी के कारण झुनझुनाहट की समस्या रहती है। यह सर्वाइकल स्पान्डिलोसिस के लक्षण हैं। इसलिए आप सोते समय तकिया का प्रयोग ज्यादा ऊंचा नहीं करें। वजन उठाने से बचें। लंबे समय तक खड़े होकर काम करने से बचें।
- मेरे बेटा 11 वर्ष का है, वो बिना टेक लिए नहीं बैठ पाता है। सीधा नहीं बैठ पाता है? - रंजीता गौतम, मकड़ीखेड़ा।
- अगर बचपन से ही उसकी यह आदत है, तो एक बार न्यूरो सर्जरी विभाग में जरूर दिखा लें। यह रीढ़ की हड्डी में टेढ़ापन की समस्या के कारण हो सकता है। घर और स्कूल में पढ़ाई के दौरान बच्चा अधिक झुक रहा है। तो इससे मांसपेशियों में कमजोरी आ सकती है। इस वजह से ऐसा हो सकता है। इसलिए घबराएं नहीं, कम उम्र में हर बीमारी को ठीक किया जा सकता है।
- मेरा आफिस वर्क सात से आठ घंटे का रहता है। इस दौरान ज्यादातर बैठकर ही काम करना पड़ता है। इससे कमर और गर्दन में हमेशा दर्द की समस्या बनी रहती है? - पूजा सिन्हा, लालबंगला, कृषांत कुमार, बर्रा, सीपी मिश्रा, जयपुर।
- सही पाश्चर के लिए क्या करना चाहिए? - संजीव बाजपेई, काकादेव।
- सही पाश्चर के लिए तकिया का प्रयोग नहीं करें। जिस बेड पर सो रहे हैं, वो अधिक गद्देदार नहीं होना चाहिए। इससे रीढ़ की हड्डी का पाश्चर ठीक रहेगा। अब बाजार में कई प्रकार के तकिया और गद्दे आ गए हैं, जो शरीर के लिए आरामदायक होता है। किसी फिजियोथेरेपी को दिखाकर सही पाश्चर के लिए जरूर योगासन कर सकते हैं। अगर पैरों में सूजन की समस्या है, तो काम से आने के बाद गर्म पानी में नमक डालकर सिकाई करें और सोते समय कुछ देर के लिए पैरों में तकिया लगाकर लेटे।
- शहर की सड़क खराब है, इसलिए पिछले एक महीने से बाइक चलाने पर गर्दन और रीढ़ की हड्डी में असहनीय दर्द होता है। इससे कैसे बचाव करें? - रवि शुक्ला, साकेत नगर, उर्मिला जोशी, बर्रा विश्व बैंक।
- खराब मार्ग पर दो पहिया वाहन से चलने से रीढ़ की हड्डी और कमर और गर्दन पर जोड़ पता है। इससे मांसपेशियों को नुकसान होने से डिस्क प्रभावित होती है। ऐसे में दो पहिया वाहन से चलते समय खराब मार्ग पर वाहन धीमी गति से चलाएं। दर्द लंबे समय तक बना रहे तो एक बार फिजियोथेरेपिस्ट को दिखाएं। हेलमेट हल्का रखें ताकि गर्दन पर जोर कम पड़े। आराम नहीं पड़ने पर सुपर स्पेशलिस्ट ब्लाक के न्यूरो ओपीडी में दिखा लें।
- मेरी उम्र 50 वर्ष है। हमेशा सिर में दर्द, थकान और कमजोरी बनी रहती है? - सुरेश अवस्थी, पांडु नगर। रतन कुमार गुप्ता, मंगला विहार।
- एक बार खून की जांच करा लें। इसके साथ ही पौष्टिक खान-पान का सेवन करें। विटामिन बी 12 के कारण थकान और पैरों में ऐंठन की समस्या हो सकती है। पर्याप्त मात्रा यानी तीन लीटर से अधिक पानी का सेवन करें। लंबे समय तक बैठने और खड़े रहने की आदत से बचें।
- आफिस में काम करने और बच्चों के पढ़ते समय किस स्थिति में बैठना सही रहता है, ताकि गर्दन, कमर और रीढ़ की हड्डी के दर्द से बचा जा सके? - मनोहर लाल पुष्कर, आइआइटी।
- आफिस में काम करते और पढ़ाई करते समय हमेशा पाश्चर को सीधा रखें। बैठते समय खुद से रीढ़ की हड्डी पर हाथ फेरकर देख लें कि आप सीधे या नहीं। गर्दन और कंधे को झुकाकर नहीं बैठना चाहिए। इससे नसों पर दबाव पड़ सकता है। जो दर्द का कारण बनता है। रात में सोते समय कुछ देर प्रोन स्थिति में जरूर लेटने की आदत डालें।
- हमेशा कमर में दर्द की समस्या रहती है। इसकी अनदेखी क्या खतरनाक हो सकती है? - हाकिम सिंह, इंद्रानगर।
- शरीर में होने वाला कोई भी दर्द अनदेखा नहीं करें। इसकी अनदेखी करने से पाचन क्रिया और फेफड़ों की कार्य प्रणाली प्रभावित होती है। डायबिटीक, बीपी का खतरा बढ़ जाता है। रीढ़ की हड्डी पर तनाव के कारण डिस्क और नसों को नुकसान होता है जो सिरदर्द और माइग्रेन की समस्या पैदा करता है।
बचाव के लिए डाले यह आदत
- स्क्रीन टाइम के दौरान अपने बैठने की स्थिति को सुधारें।
- काम के दौरान नियमित रूप से ब्रेक जरूर लें।
- हर एक से दो घंटे के अंतराल में स्ट्रेंचिंग करें।
- हर दिन योग और व्यायाम करने की आदत डालें।
- शरीर में पानी की कमी न होने दें और पौष्टिक आहार लें।
- अधिक उम्र में कमर दर्द और गर्दन दर्द में फिजियोथेरेपी कराएं।
- तनाव मुक्त रहें, पर्याप्त नींद लें।
इन्होंने किए प्रश्न :
शालिनी शुक्ला, विजय नगर। संजय द्विवेदी, कल्याणपुर। मोहिनी द्विवेदी, बारादेवी। सीमा जैन पशुपति नगर। श्याम शुक्ला किदवई नगर। पूजा द्विवेदी ग्वालटोली। प्रेमा गुप्ता, विश्व बैंक बर्रा। रीना गुप्ता, गोविंद नगर। राम संजीवन यादव, बिल्हौर।
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