खौफनाक; युवक को बड़े भाई, भाभी व मां ने मारकर चारपाई में बांध चेहरा जलाया, फिर बोरे में शव भरकर फेंका
कानपुर के चकेरी में मिले अधजले शव की गुत्थी सुलझी। अंतरजातीय विवाह के विरोध में बड़े भाई ने मां और पत्नी के साथ मिलकर मानस की हत्या की। गला दबाकर मारने के बाद शव को जलाने का प्रयास किया गया फिर बोरे में भरकर फेंक दिया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मृतक ने पहले ही अपनी हत्या की आशंका जताई थी।

जागरण संवाददाता, कानपुर। चकेरी में अधजले मिले युवक की हत्या अंतरजातीय प्रेम विवाह के विरोध में बड़े भाई ने मां और पत्नी के साथ मिलकर की थी। गला दबाकर मौत के घाट उतारने के बाद पहचान छिपाने के लिए चारपाई में बांधकर उसका चेहरा जलाया। इसके बाद शव को बोरे में भरकर आटो से मथुरापुर गांव की झाड़ियाें में फेंक आ गए थे। पहचान होने और पिता के परिवार के ही लोगों पर आशंका जताने के बाद पुलिस ने सीसी कैमरे खंगाले तो गुत्थी सुलझ गई। एक फुटेज में आरोपित मां और बड़ा भाई आटो से उतरते दिखे। पुलिस ने मां-भाई और उसकी पत्नी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो तीनों हत्या कबूल ली। इसके पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि 22 सितंबर को चकेरी के मथुरापुर गांव में युवक का अधजला शव बोरे में मिला था। पुलिस ने शव की पहचान के लिए इंटरनेट पर फोटो प्रचलित की थी, जिसके बाद फतेहपुर के जलालपुर न्यूरी गांव के प्रधान ने पुलिस से संपर्क किया। प्रधान ने शव की पहचान रामचंद्र पाल के बेटे मानस पाल के रूप में की गई थी। पुलिस ने रामचंद्र पाल से संपर्क किया।
रामचंद्र ने बताया कि वह मुंबई में काम करते हैं। उनका एक मकान सनिगवां के संदीप नगर में है, जहां पत्नी मंजू देवी, बड़ा बेटा प्रांजल उर्फ गोपी और बहू किरन रहती है। ट्रक चालक छोटा बेटा मानस कभी गांव तो कभी संदीप नगर में रहता था। चार महीने पहले प्रांजल पाल उर्फ गोपी ने फतेहपुर के बकेवर निवासी किरन निषाद से प्रेम विवाह कर लिया था।
अंतरजातीय विवाह होने से यह बात मृतक मानस को पसंद नहीं थी, जिसको लेकर अक्सर बड़े भाई से उसका विवाद होता था। मां मंजू देवी भी बड़े बेटे के पक्ष में ही रहती थी। इस पर बड़े भाई ने पत्नी के साथ मिलकर उसको मारने की साजिश रची और फिर मां को भी साथ देने के लिए राजी कर लिया था।
22 सितंबर को गांव से लौटने के बाद मानस चारपाई पर लेटा था, तभी मां-भाई और भाभी ने मिलकर पहले उसे चारपाई से बांधा और फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी थी। हत्या के बाद चारपाई पर ही जलाकर साक्ष्य मिटाने की योजना थी, लेकिन शव जलाने के बाद तेज दुर्गंध फैलने से उन्हें पकड़े जाने का डर सताने लगा। इस पर तीनों ने पहचान छिपाने के लिए सिर्फ चेहरा जलाने के बाद शव को बोरे में भरा। इसके बाद आटो से बड़ा भाई और मां उसे फेंकने के लिए गए थे।
डीसीपी ने बताया कि मृतक के पिता की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। तीनों आरोपितों को सनिगवां के संदीप नगर से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया है।
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एक दिन पहले प्रधान से जताई थी आशंका
गांव प्रधान ने पुलिस को बताया कि 21 सितंबर को मानस गांव आया था। वह काफी डरा हुआ था। उसने मिलने के बाद खुद की हत्या की आशंका जताई थी। उसने बताया था कि बड़ा भाई व भाभी उसकी हत्या की योजना बना रहे हैं। हालांकि उस वक्त पर शराब के नशे में था। इसलिए प्रधान ने भी उसकी बातों पर गौर नहीं किया। बल्कि उसे समझाकर घर भेज दिया था।
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