IIT Kanpur के हास्टल में बीटेक फाइनल ईयर के छात्र ने की आत्महत्या, बंद कमरे से आ रही थी बदबू
कानपुर आईआईटी में बीटेक फाइनल इयर के छात्र धीरज सैनी का शव फंदे पर लटका मिला। कमरे से बदबू आने पर दरवाजा खोलकर देखा गया तो शव पंखे में लगे फंदे से लटका था। 28 सितंबर से वह किसी को दिखाई नहीं दिया था जिसके बाद बदबू आने पर घटना का पता चला। पुलिस ने शव को मोर्चरी में भेज दिया है और परिवार को सूचित कर दिया है।

संवाद सहयोगी, जागरण, कल्याणपुर (कानपर)। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) कानपुर परिसर स्थित छात्रावास के कमरे में बीटेक अंतिम वर्ष के छात्र धीरज सैनी ने फंदा लगाकर जान दे दी। कमरे के पास से सहपाठियों के गुजरने के दौरान दुर्गंध आने पर घटना पता चली। पुलिस प्रथमदृष्टया आत्महत्या की वजह तनाव या अवसाद को मान रही है। छुट्टियां होने के कारण 28 सितंबर से उसका कमरा बंद था। बाहर भी उसे किसी ने नहीं देखा था।
हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के बुचौली रोड ककरकई निवासी सतीश सैनी का 22 वर्षीय बेटा धीरज आइआइटी में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के स्नातक अंतिम वर्ष के छात्र था। वह यहां एक नंबर छात्रावास में कमरा नंबर ए-123 में अकेले रहता था। बुधवार दोपहर करीब तीन बजे उसके कमरे के पास से कुछ छात्र गुजरे तो दुर्गंध आई। आशंका होने पर छात्रों ने धीरज को आवाज लगाई, लेकिन अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। इसके बाद आइआइटी प्रशासन को जानकारी दी गई। कल्याणपुर थाना पुलिस भी पहुंची।
अंदर से दरवाजा बंद होने पर उसे तोड़ा गया तो पंखे से रस्सी के फंदे पर धीरज का शव लटका मिला। फोरेंसिक टीम ने जांच की व स्वजन को जानकारी दी गई। थाना प्रभारी अजय प्रकाश मिश्रा ने बताया कि धीरज को 28 सितंबर के बाद से किसी ने नहीं देखा था। कारण पूछने पर अन्य छात्रों से पता चला कि इन दिनों छुट्टियां थीं, इसीलिए किसी भी सहपाठी ने ध्यान नहीं दिया। सभी अपने-अपने कमरे में पढ़ाई करते रहे। छात्र के स्वजन देर रात या गुरुवार सुबह तक आइआइटी आ जाएंगे। उनके आने के बाद ही मौत की असली वजह का पता चल सकेगा।
वहीं, पुलिस को आशंका है कि छात्र ने किसी तनाव में ये आत्मघाती कदम उठाया है। आइआइटी कानपुर में जनसंपर्क का काम देखने वाले गिरीश पंत ने बताया कि निदेशक व उप निदेशक शहर से बाहर हैं। निदेशक के संस्थान में आने पर अधिकृत जानकारी मिल सकेगी।
बीटेक अंतिम वर्ष के छात्र धीरज सैनी ने हास्टल नंबर एक के कमरा नंबर ए-123 के कमरे में फंदा लगा आत्महत्या की है।स्वजन को घटना की सूचना दे दी गई है। वे अपने घर से यहां के लिए निकल चुके हैं। उनके आने के बाद पता चलेगा कि उसकी आखिरी बात कब और किससे बात हुई है, क्या कोई समस्या तो नहीं थी। आइआइटी प्रशासन ने भी सिर्फ घटना की सूचना दी है और कोई जानकारी नहीं दी।
- दिनेश त्रिपाठी, डीसीपी पश्चिम।
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