Kanpur Explosion Update: मेस्टन बाजार विस्फोट की चपेट में आए घायलों के जख्म गंभीर, बोलने, सुनने और देखने में असमर्थ
कानपुर के मेस्टन बाजार में हुए विस्फोट में घायल हुए लोगों की हालत गंभीर है, जिनमें बोलने, सुनने और देखने में असमर्थता शामिल है। विस्फोट की शक्ति से आसपास की इमारतें हिल गईं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ कुछ आईसीयू में हैं। पुलिस विस्फोट के कारणों की जाँच कर रही है, लेकिन अभी तक कारण अज्ञात है।

उर्सुला अस्पताल इमरजेंसी में घायल का हालचाल लेतीं महापौर प्रमिला पांडेय साथ में डायरेक्टर डा. एचडी अग्रवाल। जागरण
जागरण संवाददाता, कानपुर। मिश्री बाजार हादसे में घायल लोगों के जख्म बता रहे हैं कि धमाका कितना बड़ा था। अस्पताल में भर्ती आठ घायलों में चार घायल गंभीर हैं, जिनका शरीर 60 से 80 प्रतिशत तक जला हुआ है। धमाके की तेजी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि घायलों की चमड़ी के साथ मांसपेशियां और हड्डी तक डैमेज हो गई है। जिन्हें उर्सुला अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया है। प्राथमिक इलाज देने वाले डाक्टरों के मुताबिक, जो चार घायल रेफर किए गए उनके जख्म तो अधिक हैं। इसके साथ ही बोलने, सुनने और देखने की क्षमता पर भी गंभीर असर पड़ा है। ऐसे जख्म अधिक तीव्रता के विस्फोट से संभव है।
उर्सुला अस्पताल के डायरेक्टर डा. एचडी अग्रवाल ने बताया कि इमरजेंसी में जैसे ही घायल पहुंचे 25 डाक्टर और करीब 30 नर्सिंग स्टाफ के साथ सभी सीनियर डाक्टर घायलों का उपचार करने में जुट गए। उन्होंने बताया कि सुहाना, अब्दुल, रइसुद्दीन और अश्वनी कुमार की हालत गंभीर थी। जिनके शरीर की खाल, उखड़ गई और घाव मांसपेशियों के साथ हड्डी तक पहुंच गए थे। ऐसे में उनके जख्मों की सफाई और प्राथमिक उपचार देने के बाद उन्हें लखनऊ के केजीएमयू में एंबुलेंस से रेफर कर दिया गया है। डीप बर्न होने के चलते एंबुलेंस से घायलों को शिफ्ट करा दिया है।
उर्सुला अस्पताल इमरजेंसी के बाहर मेस्टन रोड में हुए धमाके में घायल का हालचाल जानने पहुंचे स्वजनों को समझाती पुलिस। जागरण
डीप बर्न घायलों के घाव में पिन जैसे छेद दिख रहे थे। जो धमाके की गंभीरता को दर्शा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शेष दो घायल प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिए गए हैं, जबकि मुर्सलीन और जुबिन करीब 20 से 30 प्रतिशत बर्न हैं, जिन्हें प्राथमिक इलाज के बाद इमरजेंसी से वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। इमरजेंसी इंचार्ज डा. अमन जैन ने बताया कि जो घायल इमरजेंसी आए उनमें बर्न के साथ ब्लड लास और बोन इंजरी थी। इसके साथ ही धमाके की तेजी के कारण देखने, बोलने और सुनने की क्षमता पर भी असर पड़ा है।
प्रत्यक्षदर्शी बोले लगा सिलिंडर फटा, काफी देर तक कुछ सुनाई नहीं दिया
भइया शाम करीब सात बजकर 35 मिनट का वक्त था मैं अपने कैफे में बैठकर एक मित्र से बातचीत कर रहा था। अचानक इतना तेज धमाका हुआ कि लगा कान के पर्दे फट गए काफी देर तक सीटी बजती रही और कुछ सुनाई नहीं दिया और पैर कांपने लगे। पहले लगा कि सिलिंडर फटा जब पास जाकर देखा तो चारों ओर धुंध बिखरा सामान और कबाड़ का ढेर जमा था और दो स्कूटियां जल रही थी। यह देखकर माजरा समझ में आया। कुलीबाजार निवासी मो. शबान ने धमाके की हकीकत अपने दहशत भरे शब्दों में कुछ इस तरह से बयां की। वहीं मिश्री बाजार के मो. उवैद ने बताया कि वह घर के पास ही थे कि धमाके से पूरा इलाका दहल गया दौड़कर पहुंचे तो घटनास्थल पर चीख पुकार मची थी और लोग जहां तहां लहुलूहान पड़े थे। दहशत से आसपास के अन्य दुकानदार अपनी-अपनी दुकानें बंद करके भाग निकले।
मेस्टन रोड जहां आसपास टोपी बाजार, चौक, मनीराम बगिया, मिश्रीबाजार, बिसाती बाजार, शिवाला समेत एक दर्जन से ज्यादा बाजार हैं। करवाचौथ से दो दिन पहले लोग खरीदारी करने में व्यस्त थे महिलाएं जहां कास्मेटिक उत्पाद खरीद रही थीं। वहीं कुछ लोग कुर्ता-पजामा और कोल्हापुरी चप्पल खरीद रहे थे। इसके साथ ही घर को रंगबिरंगी रोशनी से सजाने के लिए लोग मनीराम बगिया से लाइट और झालरों की खरीदारी में व्यस्त थे। कि मिश्रीबाजार मोड़ पर हुए एक विस्फोट से बाजार की कई दुकानों के शटर धड़ाधड़ गिरने लगे और काफी लोग बिना खरीदारी के ही लौट गए। भीड़भाड़ और भारी पुलिस फोर्स देखकर राहगीर पूछ रहे थे क्या हुआ है लोगोें ने उन्हें विस्फोट के बारे में बताया तो उन्हें चेहरे पर दहशत साफ नजर आ रही थी।
पुलिस आयुक्त ने दिया धन्यवाद
घटना की जानकारी पर उर्सुला अस्पताल पहुंचे पुलिस आयुक्त रघुबीर लाल ने इमरजेंसी की सेवा और डाक्टरों की तत्परता पर खुशी जाहिर की। उन्होंने अस्पताल के डायरेक्टर डा. एचडी अग्रवाल और उनकी टीम को आपात स्थिति में सक्रियता पर धन्यवाद किया।
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