Kanpur Explosion Update: मेस्टन रोड में विस्फोट हादसा या साजिश, दहशत बयां कर रही ये कहानी
कानपुर के मेस्टन रोड में हुए एक शक्तिशाली विस्फोट ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी है। विस्फोट के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है, जिससे यह दुर्घटना है या किसी साजिश का नतीजा, इस पर अटकलें लगाई जा रही हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है और स्थानीय लोगों में डर का माहौल है। विस्फोट के कारणों का जल्द पता लगाने की कोशिश जारी है।

मेस्टन रोड स्थित मिश्री बाजार मोड़ के पास गाड़ी में धमाका होने की घटना के बाद दुकानदार से जानकारी लेते पुलिस आयुक्त रघुवीर लाल ( बाएं )। जागरण
जागरण संवाददाता, कानपुर। दीपावली से 12 दिन पहले मिश्री बाजार मोड़ पर स्कूटी में हुए विस्फोट ने पुलिस अफसरों की नींद उड़ा दी है। अधिकारियों ने टीम के साथ जांच पड़ताल शुरू की तो घटनास्थल पर उड़ी दुकान के अंदर की फाल सीलिंग और घायलों की हालत धमाके की तीव्रता बयां करते मिली। संयुक्त पुलिस आयुक्त आशुतोष कुमार का कहना है कि जांच के बाद ही साजिश या हादसा होने की बात कही जा सकती है। वहीं, दुकानदारों का कहना है कि जिस तरह की आवाज थी वह किसी पटाखे की नहीं हो सकती है। हम सभी दहशत में आ थे। विस्फोट के बाद धुंध छा गई थी।
शाम करीब 7:35 बजे विस्फोट के बाद दुकानों के शटर धड़ाधड़ गिरने लगे। बाजार के ज्यादातर दुकानदार दुकानें बंद करके भाग निकले। यहां की संकरी गलियों में दुकानदारों ने पटाखों जैसे फुलझड़ी, अनार, महताब, राकेट की आड़ में तीव्र क्षमता के पटाखों का भंडारण कर रखा है जिसे चोरी-छिपे बेचा जा रहा है। पुलिस की पूछताछ और कार्रवाई से बचने के लिए ज्यादातर दुकानदार भाग गए। विस्फोट की तीव्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्लास्टिक के खिलौने बेचने वाले अब्दुल की दुकान का टिनशेड उड़ गया और सामने की दुकान में फालसीलिंग शीशे की तरह टूटकर गिर गई।
मेस्टन रोड स्थित मिश्री बाजार मोड़ के पास गाड़ी में धमाका होने की घटना होने के बिखरा पड़ा सामान देखते दुकानदार। जागरण
अति संवेदनशील जिलों में होती है शहर की गिनती
शहर की गिनती प्रदेश के अति संवेदनशील शहरों में होती है। प्रदेश में कहीं भी कोई घटना हो, इसका कनेक्शन कानपुर से जरूर होता है। इन दिनों आइ लव मोहम्मद और इससे जुड़े तमाम मामलों की वजह से संवेदनशीलता बढ़ी है। इसी संवेदनशीलता के बीच हुए इस धमाके ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जिसकी वजह से लोगों के दिमाग में साजिश की बात भी आ रही है। सबसे बड़ा सवाल त्योहार के दौरान इस धमाके की साजिश कहां रची गई। विस्फोट इतना तेज था कि दुकान के अंदर की फालसीलिंग तक चकनाचूर हो गई।
मेस्टन रोड स्थित मिश्री बाजार मोड़ के पास गाड़ी में धमाका होने के बाद घायल की हालत देखकर रोती स्वजन। जागरण
मिश्रित आबादी वाला इलाका है मेस्टन रोड
शहर मेस्टन रोड, परेड और कुलीबाजार इलाका मिश्रित आबादी वाला है। कुछ दिन पहले फर्रुखाबाद में धमाका और उसके बाद शहर में हुए इस विस्फोट ने त्योहार की तैयारी में जुटे लोगों को दहशत में डाल दिया है। बताते चलें कि मेस्टन रोड आतिशबाजी की वजह से जाना जाता है, यहां पूरे साल आतिशबाजी मिलती है। शादी बरात के लिए भी यहां से आतिशबाजी की बुकिंग की जाती है। वहीं, हर साल दीपावली के पहले इसी बाजार से अवैध पटाखों की चोरी-छिपे बिक्री और छापेमारी के दौरान अवैध पटाखों की धरपकड़ भी होती है।
उर्सुला अस्पताल इमरजेंसी से धमाके में घायल को दूसरे अस्पताल में ले जाने के लिए एंबुलेंस में चढ़ाते स्वजन। जागरण
धमाके में ये लोग हुए घायल
लाल बंगला निवासी 58 साल के अश्वनी कुमार साहनी होजरी कारोबारी हैं और वे माल लेने बाजार आए थे। 36 वर्षीय रईसुद्दीन मूलरूप से बंगाल के रहने वाले हैं और वह बेकनगंज में रहकर जेवर बनाने का काम करते हैं। मेस्टन रोड निवासी 24 साल वर्षीय अब्दुल की स्पोर्ट्स की दुकान है। मखनिया बाजार निवासी मो. मुरसलीन की बैग की दुकान है। मीरपुर निवासी 15 साल का जुबिन बेल्ट की दुकान में काम करता है। वहीं 16 साल की सुहाना कूड़ा बीनने का काम करती है। वहीं भरत भाटिया के होश में न होने की वजह से जानकारी नहीं हो पाई।
एक साल में तीसरा बड़ा विस्फोट
इससे पहले चार अक्टूबर को फर्रुखाबाद में सेंट्रल जेल के पास कोचिंग सेंटर के बाहर विस्फोट में दो छात्रों की मौत हो गई थी। पुलिस और फोरेंसिक ने जांच के बाद कहा था कि सेप्टिक टैंक में मीथेन गैस से हादसा हुआ। पिछले वर्ष कानपुर के गांधीनगर स्थित गणेश पार्क में 31 अक्टूबर को मोपेड में पटाखे गिरने से विस्फोट हुआ था और दंपती की मौत हो गई थी। हालांकि पुलिस ने इसे सिलिंडर से विस्फोट होना बताया था।

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