चोर समझ बाइक सवारों को ग्रामीणों ने पीटा, अनजान घर में घुसे तो चल रही थी नरबलि की तैयारी, फिर हुआ...
हमीरपुर के एक गांव में नरबलि की अफवाह से हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने तंत्र-मंत्र कर रहे लोगों को चोर समझकर पीटा। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीन लोगों को हिरासत में लिया जिनमें एक बच्चा भी शामिल है। ग्रामीणों ने घर में गड्ढा और दुर्गंध आने की बात कही है। पुलिस का कहना है कि बीमारी के चलते पूजा हो रही थी नरबलि की अफवाह गलत है।

संवाद सहयोगी, जागरण, मौदहा (हमीरपुर)। तंत्र-मंत्र कर नरबलि देने की अफवाह के चलते पूजा पाठ करने आए दो लोगों को ग्रामीणों ने जमकर पीट दिया। इस दौरान उनके साथ आए अन्य लोग मौके से भाग निकले। सूचना पर पहुंची पुलिस ने एक पांच वर्षीय बालक समेत तीन लोगों को हिरासत में लेकर जांच पड़ताल शुरू की है।
कोतवाली क्षेत्र के परछछ गांव में सोमवार की रात संत राम परिहार के घर में तंत्र मंत्र की पूजा पाठ एक तांत्रिक समेत अन्य लोगों द्वारा कराई जा रही थी। इस पूजा पाठ को लेकर ग्रामीणों के मन में संतराम के घर में नरबलि दिए जाने का शंका थी। बीती रात उसके घर से दो लोग बाइक में कहीं जा रहे थे, तभी ग्रामीणों ने उन्हें चोर समझ कर जमकर पीट दिया। शोर सुनकर संतराम के घर में मौजूद तांत्रिक व अन्य लोग ग्रामीणों का आक्रोश देखते ही मौके से भाग निकले।
वहीं ग्रामीणों के चंगुल में फंसे दोनों युवक किसी तरह बाइक छोड़कर वहां से भाग संतराम के घर जा घुसे। जिसपर ग्रामीणों ने यूपी 112 को मामले की सूचना दी। सूचना पर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने संतराम के घर से तांत्रिक के दो साथियों व संतराम समेत वहां मौजूद एक पांच वर्षीय बालक को हिरासत में लिया है। जिन्हें कोतवाली ले जाकर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
पुलिस को संतराम के घर मिला बालक कुरारा थानाक्षेत्र के पतारा गांव निवासी राजेंद्र पुत्र संतोष का बताया जा रहा है, जो संतराम का साला है। बालक एक माह से संतराम के घर में ही रह रहा था। ग्रामीणों का कहना है कि संतराम के घर के अंदर काफी बड़ा एक गढ्ढा खुदा मिला है। जिसमें पूजा पाठ का सामान व नींबू आदि पड़े मिले हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि संतराम के घर के एक बंद कमरे से दुर्गंध भी आ रही है। वहीं मामले की सूचना मिलने पर बालक राजेंद्र की मां सूर्य कुमारी भी कोतवाली पहुंच गई। जहां मां को देखते ही अबोध बालक उसकी गोद में जाकर दुबक गया।
बालक की मां ने बताया कि राजेंद्र को अपनी बुआ के यहां अच्छा लगता था इसलिए वह वहीं रह रहा था। इस मामले में कोतवाली प्रभारी उमेश कुमार सिंह ने बताया कि संतराम के घर में बीमारी होने के चलते पूजा पाठ कराया जा रहा था। नरबलि होने जैसी घटना अफवाह है। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।
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