Panchayat Election: पंचायत मतदाता सूची की शिकायतों पर प्रशासन सख्त, 30 तक कर सकते हैं आपत्ति
गोरखपुर में पंचायत चुनाव की मतदाता सूची में गड़बड़ियों की शिकायतों पर प्रशासन सख्त हो गया है। मतदाता सूची में नाम जुड़वाने या किसी प्रकार की आपत्ति दर ...और पढ़ें

तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। पंचायत मतदाता सूची में सामने आ रही खामियों को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीएम दीपक मीणा के निर्देश पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी व एडीएम (वित्त एवं राजस्व) विनीत सिंह ने गुरुवार को सभी एसडीएम और बीडीओ के साथ वर्चुअल माध्यम से समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि अनंतिम प्रकाशन के बाद मतदाता सूची को लेकर जो भी शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, उनकी निष्पक्ष और गंभीरता से जांच कराई जाए।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि यदि किसी पात्र मतदाता का नाम किसी कारणवश मतदाता सूची में शामिल नहीं हो पाया है तो उसे अविलंब सूची में दर्ज कराया जाए। वहीं, यदि किसी पंचायत में मृत व्यक्तियों के नाम अभी भी मतदाता सूची में दर्ज हैं तो उन्हें तत्काल कटवाने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। इस कार्य में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और संबंधित बीएलओ की जवाबदेही तय की जाएगी।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी विनीत सिंह ने बताया कि पंचायतों की मतदाता सूची का अनंतिम प्रकाशन मंगलवार को किया गया है। इसके बाद बुधवार से 30 दिसंबर तक दावे और आपत्तियां दर्ज कराने का समय निर्धारित किया गया है। इस अवधि में नए मतदाताओं के नाम भी सूची में जोड़े जाएंगे। साथ ही मतदाता सूची में यदि कोई त्रुटि या विसंगति रह गई है तो उसे दुरुस्त करने का पूरा अवसर मतदाताओं को दिया जा रहा है।
उन्होंने सभी एसडीएम और बीडीओ को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में इस प्रक्रिया की सतत निगरानी करें और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी पात्र मतदाता अपने अधिकार से वंचित न रहे। निर्वाचन आयोग की मंशा के अनुरूप मतदाता सूची को शत-प्रतिशत शुद्ध, पारदर्शी और त्रुटिरहित बनाना प्रशासन की प्राथमिकता है।
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बीएलओ की भूमिका अहम, लापरवाही पर कार्रवाई
बैठक में यह भी कहा गया कि मतदाता सूची की गुणवत्ता में बीएलओ की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। यदि जांच में यह पाया जाता है कि किसी बीएलओ की लापरवाही या उदासीनता के कारण नाम जोड़ने या हटाने में चूक हुई है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पंचायत मतदाता सूची में खामियों को लेकर लगातार शिकायतें सामने आ रही थीं। इस मुद्दे पर दैनिक जागरण ने गुरुवार को 'मृतकों के नाम कायम, सैकड़ों नए मतदाता गायब' शीर्षक से पड़ताल आधारित खबर भी प्रकाशित की थी, जिसके बाद प्रशासनिक स्तर पर सक्रियता और बढ़ गई है।
प्रशासन ने आम जनता से भी अपील की है कि वे निर्धारित समय के भीतर अपनी शिकायतें दर्ज कराएं, ताकि पंचायत चुनाव से पहले मतदाता सूची पूरी तरह दुरुस्त की जा सके।

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