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    फतेहपुर CDPO कार्यालय का कंप्यूटर आपरेटर घूस लेते गिरफ्तार, प्रयागराज विजिलेंस टीम ने की कार्रवाई

    Updated: Sat, 01 Nov 2025 06:17 PM (IST)

    फतेहपुर में विजिलेंस टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सीडीपीओ (बाल विकास परियोजना अधिकारी) कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर को घूस लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी कर्मचारी शिकायतकर्ता से काम के बदले रिश्वत मांग रहा था।

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    संवाद सहयोगी, जागरण, बिंदकी (फतेहपुर)। खजुहा स्थित बाल विकास परियाेजना अधिकारी (सीडीपीओ) कार्यालय में कार्यरत संविदा कप्यूटर आपरेटर पुष्पेंद्र उर्फ अंकित सिंह को प्रयागराज की विजिलेंस (उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान) टीम प्ने 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया है। टीम ने स्थानीय पुलिस को जरिए मोबाइल सूचना देने के बाद आरोपित को प्रयागराज ले गई है।

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    बाल विकास परियोजना विभाग में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मोबाइल पर संचालित योजनाओं पर काम करने के लिए प्रोत्साहन राशि के रूप में मानदेय के अतिरिक्त प्रति माह दो हजार रुपये मिलते हैं। तपनी करेरा की रहने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विभा देवी को सीडीपीओ कार्यालय द्वारा 30 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया गया। इसके बाद शेष राशि के भुगतान के लिए कार्यालय में तैनात संविदा कंप्यूटर आपरेटर पुष्पेंद्र उर्फ अंकित सिंह ने रिश्वत की मांग की। इस पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने विजिलेंस में इसकी शिकायत की।

    इस पर शनिवार को प्रयागराज से विजिलेंस के सीओ संजय कुमार सिंह, इंस्पेक्टर जेएस शुक्ला टीम के साथ शिकायतकर्ता को लेकर सीडीपीओ कार्यालय पहुंच गए। इससे पहले विजिलेंस टीम ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को पांच-पांच सौ के 15 हजार रुपये दिए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता टीम की एक महिला सदस्य के साथ कंप्यूटर आपरेटर के पास पहुंची। इसके बाद प्रोत्साहन राशि की शेष धनराशि खाते में भेजने की बात की।

    आपरेटर ने रिश्वत मांगी तो आंगबाड़ी कार्यकत्री ने उसे 15 हजार रुपये दिए। इस पर विजिलेंस टीम के बाहर मौजूद सदस्य कक्ष के अंदर और आपरेटर को दबोच लिया। इस कार्रवाई के दौरान सीडीपीओ लालमुनि कार्यालय के बाहर कुर्सी पर बैठी थी।

    विजलेंस टीम द्वारा पकड़े जाने के साथ ही पूरे कार्यालय में खलबली मच गई। बाबू ने लिए गए नोट कार्यालय में इधर-उधर फेंकने शुरू कर दिए। सीडीपीओ भी रोने लगी। टीम ने कंप्यूटर आपरेटर को पकड़ कर अपने साथ प्रयागराज ले गई। कोतवाली प्रभारी लान सिंह ने बताया कि विजिलेंस टीम में आए इंस्पेक्टर जेएस शुक्ला ने जरिए मोबाइल सीडीपीओ कार्यालय में हुई कार्रवाई की जानकारी देकर चले गए।

    सीडीपीओ के रोने- चिल्लाने पर छोडकर चली गयी टीम


    कंप्यूटर आपरेटर के रिश्वत लेते गिरफ्तार होने के बाद विजिलेंस टीम सीडीपीओ लालमुनि को भी साथ ले जाने लगी। सीडीपीओ विजिलेंस टीम की गाड़ी से कूद कर अपने कक्ष मेंं चली गई। इसके बाद टीम ने फिर पकड़ने की कोशिश की तो वह फर्श पर लेट गई और जोर-जोर से चिल्लाने लगीं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक सीडीपीओ खुद को बचाने की गुहार लगाते हुए कई आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से लिपट गई। इस पर टीम सीडीपीओ को यह कहकर छोड़ गई कि गिरफ्तार आपरेटर के बयान के बाद गिरफ्तारी हो जाएगी।

    कार्यकर्ता का पुत्र है कंप्यूटर आपरेटर

    संविदा कम्प्यूटर आपरेटर देवमई ब्लाक के सुजावलपुर में की एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का पुत्र है। इस पर पहले से भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता वसूली का आरोप लगा चुकी हैं। दरियापुर गांव की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शोभा देवी पहले भी डीएम को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से प्रोत्साहन राशि के नाम वसूली की शिकायत कर चुकी हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने सीडीपीओ पर शिकायत के बाद धमकाने का भी आरोप लगाया था। हालांकि अभी इस मामले की जांच चल रही है।

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