एंटी करप्शन टीम का सदर कर्वी तहसील में छापा, मालबाबू व कर्मचारी घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार
चित्रकूट में एंटी करप्शन टीम ने कर्वी तहसील में छापा मारा। मालबाबू राहुल और कर्मचारी इश्तियाक को घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। लखनऊ से आई टीम ने यह कार्रवाई की। दोनों कर्मचारी कर्वी तहसील कार्यालय में तैनात थे और भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे हुए थे। एक व्यक्ति से घूस लेते समय पकड़े गए।

जागरण संवाददाता, चित्रकूट। जनपद में भ्रष्टाचार के खिलाफ एंटी करप्शन टीम की सख्त कार्यवाही जारी है। मंगलवार शाम करीब पौने पांच बजे बांदा से आई टीम ने कर्वी सदर तहसील में छापेमारी कर मालबाबू राहुल देव और उनके सहयोगी कर्मचारी इश्तियाक को छह हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर तहसील परिसर में हड़कंप मचा दिया।
पुरवा तरौंहां निवासी रमाकांत द्विवेदी पुत्र राजकिशोर ने शिकायत दर्ज कराई थी कि हैसियत प्रमाण पत्र बनवाने के एवज में मालबाबू राहुल देव उनसे छह हजार रुपये की मांग कर रहे हैं। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए बांदा एंटी करप्शन कार्यालय ने जांच के बाद टीम गठित की और योजनाबद्ध तरीके से छापा मारा। जैसे ही रिश्वत की रकम रमाकांत से ली गई, प्रभारी निरीक्षक सीबी सिंह के नेतृत्व में टीम ने दोनों कर्मचारियों को दबोच लिया। राहुल देव के पास से कुल 10,070 रुपये नकद बरामद हुए हैं।
इसके बाद दोनों को कर्वी कोतवाली लाया गया, जहां देर शाम तक पूछताछ चलती रही। गिरफ्तारी की खबर फैलते ही तहसील परिसर में अफरा-तफरी मच गई। दोनों आरोपितों को बचाने के लिए कुछ कर्मचारी कोतवाली पहुंचे, लेकिन टीम की सख्ती के चलते किसी की दाल नहीं गली। कोतवाली प्रभारी उपेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा कर टीम उन्हें लखनऊ लेकर रवाना हो गई।
गौरतलब है कि यह दो माह में जिले में भ्रष्टाचार पर दूसरी बड़ी कार्रवाई है। इससे पहले 15 जुलाई को थाना रैपुरा में तैनात एसआई शिवसागर दुबे को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया था। शिकायतकर्ता शत्रुघ्न सिंह ने आरोप लगाया था कि उसे चोरी के झूठे मामले में जेल भेजने से बचाने के एवज में रिश्वत मांगी गई थी। एंटी करप्शन टीम की लगातार कार्रवाई से सरकारी दफ्तरों में खलबली मची हुई है।
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