पुलों में बेयरिंग का क्या है फायदा ? बिजनौर बैराज पुल के गेट के बेयरिंग में खराबी के कारण वाहनों की आवाजाही है बंद
Bijnor News बिजनौर में गंगा बैराज पुल की मरम्मत तेज़ी से चल रही है। पुल के फाटकों के स्लैब को जैक पर उठाकर गैप कम किया गया है। गेट नंबर 20 की तरफ पेडस ...और पढ़ें
जागरण संवाददाता, बिजनौर। मेरठ-पौड़ी हाईवे पर स्थित गंगा बैराज के पुल की मरम्मत का काम तेजी से जारी है। तकनीकी टीम ने पुल के दो फाटकों के स्लैब को जैक पर उठा दिया है। गैप को कम कर दिया गया है। वहीं पुल के गेट 20 की साइड के गार्डर के दो पेडस्टल बना दिए गए हैं। रविवार को नंबर 21 साइड के गार्डर के नीचे पेडस्टल बनाए जायेंगे। पेडस्टल पूरी तैयार तैयार होने के बाद उनमें बेयरिंग लगा दिए जायेंगे। तकनीकी टीम से हरी झंडी मिलने के बाद पुल से छोटे चौपहिया वाहनों को निकाला जाएगा।
गेट नंबर 21 व 28 के स्लैब के एक्सपेंशन ज्वाइंट का गैप बढ़ा
गंगा बैराज के पुल के गेट नंबर 21 व 28 के स्लैब के एक्सपेंशन ज्वाइंट का गैप बढ़ गया है। गैप एक सेंटीमीटर तक होना चाहिए जबकि पानी के दबाव की वजह से यह बढ़कर ढाई से तीन इंच तक हो गया था। इस कारण दो सप्ताह से गंगा बैराज पर चौपहिया वाहनों का आवागमन बाधित है।
दोनों गेट के स्लैब के बेयरिंग हटाकर जैक लगाए
एनएचएआइ के अधिकारियों द्वारा जांच के बाद तीन दिन पूर्व पुल की मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया था। पुल के दोनों गेट के स्लैब के बेयरिंग हटाकर वहां जैक लगाए गए हैं। शुक्रवार को दोनों गेट के स्लैब के नीचे जैक लगाकर उन्हें उठाया गया है। एक्सपेंशन गैप को कम कर दिया गया है।

शनिवार को मशीनों की मदद से एक्सपेंशन ज्वाइंट के गैप को कम करने का कार्य शुरू किया गया। पेडस्टल बनाया गया है। शनिवार को गेट 20 साइड का पेडस्टल के दो पेडस्टल बना दी गए हैं। रविवार को दूसरी साइड का पेडस्टल बनाया जाएगा। तैयार होने के बाद गेट नंबर 20-21 पर चार बेयरिंग लगाए जायेंगे। अधिकारियों की निगरानी में यह काम किया जा रहा है। इस दौरान पुल से राहगीरों को बहुत सावधानीपूर्वक निकाला रहा है। दुपहिया वाहन पर सवार होकर आ रहे यात्रियों को भी वाहन से उतार कर पैदल ही पुल पार कराया जा रहा है।
गेट 20-21 गेट पर लगाए जाएंगे चार बेयरिंग
गंगा बैराज पुल के एक गेट पर दो गार्डर होते हैं। गार्डर के नीचे दोनों सिरे पर एक-एक बेयरिंग लगा होता है। ऐसे में एक गेट पर कुल चार बेयरिंग होता है। टीम पहले गंगा पुल के गेट 20-21 के बेयरिंग बदलने पर काम कर रही है। ऐसे में कुल चार नए बेयरिंग लगाए जायेंगे। एनएचएआइ मेरठ की एक मेटीनेंस कंपनी के साथ मिलकर मरम्मत कर कार्य कर रही है। कंपनी की ओर से बेयरिंग को मंगवाया जा रहा है।
यह भी पढ़ें- मेरठ-पौड़ी हाईवे पर बिजनौर बैराज पुल के गेट की बेयरिंग में मिली खराबी, यातायात शुरू होने में लगेंगे इतने दिन
क्या होती है बेयरिंग की खासियत
विशेषज्ञों के अनुसार बेयरिंग पुल को लचीलापन और सहारा देते हैं, जिससे पुल तापमान परिवर्तन, यातायात के भार और भूकंप जैसी गतिविधियों से होने वाली हलचल और तनाव को नियंत्रित कर सके। ये पुल के डेक (ऊपरी हिस्से) से भार को खंभों तक पहुंचाते हैं और साथ ही पुल को फैलने और सिकुड़ने के लिए जगह देते हैं, जिससे संरचना को क्षति से बचाया जा सके। एक गेट पर चार बेयरिंग होत हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।