यूपी के इस जिले में नगर शिक्षा अधिकारी ने टीचर को भेजा आपत्तिजनक वीडियो, वाट्सएप पर कॉल भी की और फिर...
Bijnor News बिजनौर जिले में तैनात एक नगर शिक्षा अधिकारी पर शिक्षिका को अश्लील वीडियो भेजने सहित कई गंभीर आरोप हैं। बीएसए की जांच में अधिकारी दोषी पाए गए हैं। शिक्षिका ने उत्पीड़न रिश्वतखोरी और कंपोजिट ग्रांट में हेराफेरी का भी आरोप लगाया है। बीएसए ने कार्रवाई की सिफारिश की है। अधिकारी ने आरोपों को निराधार बताया है।

जागरण संवाददाता, बिजनौर। नगर शिक्षा अधिकारी ने शिक्षिका को आपत्तिजनक वीडियो भेजा और कॉल की। शिक्षिका की शिकायत पर हुई जांच में नगर शिक्षा अधिकारी पर लगे आरोपों की पुष्टि हुई है। साथ ही नगर शिक्षा अधिकारी अधिकारी पर शिक्षकों पर दबाव बनाकर वित्तीय अनियमितताएं करने का भी आरोप लगाया है। मामले में नगर शिक्षा अधिकारी दोषी मिले हैं। बेसिक शिक्षा निदेशक को उनके खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की गई है।
एक शिक्षिका ने नगर शिक्षा अधिकारी चांदपुर गजेंद्र सिंह पर वाट्सएप पर किसी भी समय अनर्गल काल व चैट करने और आपत्तिजनक वीडियो भेजने का आरोप लगाया। कहा कि उसने लोकलाज के डर से पहले नगर शिक्षा अधिकारी की शिकायत नहीं की और उनका मोबाइल नंबर ब्लाक कर दिया।
इसके बाद नगर शिक्षा अधिकारी ने विभागीय कर्मचारियों के साथ मिलकर उनका मानसिक उत्पीड़न शुरू कर दिया।
शिक्षिका का आरोप है कि निलंबित व बर्खास्त कराने, एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कराने, गबन करने, हिंदू-मुस्लिम के भेदभाव के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराने आदि की धमकी देनी शुरू कर दी। नगर शिक्षा अधिकारी ने कुछ समय बाद उनसे 50 हजार रुपये की मांग की जो उन्होंने उनके बताए स्थान पर भिजवा दिए। पैसे देने पर नगर शिक्षा अधिकारी थोड़े दिन शांत रहे लेकिन बाद में फिर से उन्हें फोन पर धमकी दिलानी शुरू कर दी।
उन्होंने स्कूल स्टाफ से हमसाज होकर उन्हें षड्यंत्र के तहत निलंबित करा दिया। उन्होंने एक बार फिर एक व्यक्ति के जरिए फोन पर बात करके 50 हजार रुपये लिए। इसके अलावा शिक्षिका ने नगर शिक्षा अधिकारी गजेंद्र सिंह पर प्राथमिक विद्यालयों में आई कंपोजिट ग्रांट को शिक्षिका पर दबाव बनाकर गलत खातों में भिजवाने व रुपये ऐंठने की शिकायत की थी। जांच में ये आरोप सही निकले हैं।
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जांच में दोषी मिले नगर शिक्षा अधिकारी: बीएसए
बीएसए सचिन कसाना ने कहा कि शिक्षिका द्वारा जो आरोप लगाए गए थे नगर शिक्षा अधिकारी चांदपुर गजेंद्र सिंह जांच में उनमें दोषी मिले हैं। उन पर कार्रवाई की संस्तुति करते हुए बेसिक शिक्षा निदेशक कार्यालय को पत्र लिखा गया हे। शासन स्तर से ही इस मामले में कार्रवाई होगी।
सभी आरोप झूठे: खंड शिक्षा अधिकारी
नगर शिक्षा अधिकारी चांदपुर गजेन्द्र सिंह के कहा कि उन पर लगाए सभी आरोप झूठे हैं। शिकायतकर्ता अध्यापिका वर्ष 2021 से 31 मार्च 2025 तक विद्यालय से बाहर प्रतिनियुक्ति पर अन्य नगर क्षेत्र में तैनात रही है। ऐसी दशा में नगर शिक्षा अधिकारी चांदपुर पर उत्पीड़न के आरोप लगाना पूरी तरह से निराधार है।
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