UP Flood : चमोली में बादल फटने के बाद बढ़ा जलस्तर, टूटा मालन नदी का तटबंध, बिजनौर में बढ़ा खतरा
Bijnor News उत्तराखंड के चमोली में बादल फटने से बढ़े जलस्तर के कारण बिजनौर में मालन नदी का तटबंध टूट गया है जिससे बहादरपुर गांव के खेतों में पानी भर गया है। ऐसे ही हालात रहे तो पानी कई गांवों को चपेट में ले सकता है। सिंचाई विभाग तटबंध को ठीक करने में जुटा है।

संवाद सूत्र, जागरण बेगावाला (बिजनौर)। उत्तराखंड के चमोली में बादल फटने से बढ़े जलस्तर के कारण मालन का तटबंध फिर से टूट गया है। मालन का पानी गांव बहादरपुर के खेतों में भरना शुरू हो गया है। अगर तटबंध जल्दी ठीक न हुआ तो दो दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में होंगे। मालन का पानी नई पुलिस लाइंस में भरने से पुलिसकर्मियों के परिवारों घरों में कैद होकर रहने को मजबूर हो गए हैं। इससे पहले छह अगस्त को यह तटबंध टूटा था। वहीं गंगा का जलस्तर भी बढ़ गया है। गंगा की धारा अभी भी कटान कर रही है। गंगा का जलस्तर बढ़ने से जलीलपुर क्षेत्र के कई गांवों के खेतों में पहले ही पानी भरा है। वहां स्थिति और खराब हो जाएगी।
सोमवार को देहरादून में बादल फटने से भयंकर तबाही मची थी। उसका पानी गंगा के जरिए बिजनौर में ही आया था। तब गंगा का जलस्तर 60 हजार क्यूसेक से बढ़कर 1.84 लाख क्यूसेक पर पहुंच गया था। गंगा की धारा पहले ही रावली बैराज तटबंध पर बहुत तेजी से कटान कर रही थी। जलस्तर बढ़ने से तटबंध के कटान से थोड़ी राहत मिली थी लेकिन गुरुवार सुबह जलस्तर कम होने से कटान फिर से शुरू हो गया।
इस बीच उत्तराखंड के चमोली में फटे बादल के बाद पानी सुबह आठ बजे तक मालन में आना शुरू हो गया। मालन की धारा उफनकर गांवों के खेतों और नई पुलिस लाइंस में पहुंच गई। पानी बहुत बढ़ने पर दोपहर लगभग दो बजे मालन ने तटबंध को गांव हमीदपुर के सामने तोड़ दिया। मालन का तटबंध चार से पांच मीटर तक कटा है। छह अगस्त को भी तटबंध यहीं से कटा था। बल्ली गाड़कर उनमें रेत की बोरी भरकर तटबंध के कटान को रोका गया था।
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पानी बल्ली और रेत की बोरी को बहा दिया है। हरिद्वार रोड पर मालन के पुराने रपटे के पास सडक पर पानी आ गया है। वहीं गांव इनामपुरा के पास भी सड़क पर मालन का पानी उतरने लगा है। मालन का पानी दो दर्जन से अधिक गांवों में भर सकता है। पिछले माह मालन का पानी मेरठ पौड़ी नेशनल हाईवे पर आने पर वहां से आवागमन बंद करना पड़ा था।
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सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता अवधेश कुमार शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड में बादल फटने से मालन में पानी बहुत बढ़ गया है। कुछ किसानों ने अपने खेतों का पानी निकालने के लिए भी तटबंध की रेत की बोरी हटा दी थीं। इसकी वजह से तटबंध टूट गया। रात में तटबंध को ठीक कर दिया जाएगा।
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