मार्शल आर्ट ट्रेनिंग और सर्विलांस एनालिसिस... क्राइम पर वार करेगी बरेली विमेन SOG, आईपीएस अंशिका वर्मा करेंगी लीड
Bareilly News बरेली पुलिस ने पहली बार महिला स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) का गठन किया है। पांच महिला कांस्टेबलों का चयन किया गया है और उन्हें पुलिस लाइंस में प्रशिक्षित किया जा रहा है। एसपी साउथ अंशिका वर्मा के नेतृत्व में यह टीम अपराधियों को खदेड़ने और जिले में अपराध को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस टीम के लिए प्रभारी का चुनाव अभी बाकी है।

रजनेश सक्सेना l जागरण बरेली। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) के लिए अभी तक पुरुष पुलिसकर्मियों का ही चयन होता था, लेकिन पहली बार अब जिले में महिला एसओजी भी तैयार की जा रही है। इसके लिए पांच महिला कांस्टेबलों का चयन किया जा चुका है। पुलिस लाइंस में इनकी ट्रेनिंग कराई जा रही है। साथ ही फील्ड में भेजकर इन्हें समय-समय पर टास्क भी दिए जा रहे हैं जिससे यह एसओजी के काम करने के तौर तरीकों के बारे में पूरी तरह से समझ पाएं।
हालांकि, इस एसओजी टीम के प्रभारी के लिए अभी आवेदन लिए जा रहे हैं। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद यह महिला शक्ति अपराधियों के छक्के छुड़ाने के लिए काफी होगी।
जिले में अभी तक तीन एसओजी सक्रिय हैं। इसमें से दो एसओजी सीधे एसएसपी अनुराग आर्य को रिपोर्ट करती हैं जबकि एक एसओजी एसपी साउथ ने तैयार की है, जो साउथ सर्किल में काम करने के साथ ही एसपी साउथ को रिपोर्ट करती है। इसके अलावा महिला शक्ति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एसएसपी अनुराग आर्य के आदेश पर एक महिला एसओजी का भी गठन किया गया है। जिसकी ट्रेनिंग एसपी साउथ अंशिका वर्मा के नेतृत्व में पूरी कराई जा रही है।
पुलिस लाइंस में ट्रेनिंग लेती महिला कांस्टेबल l सौ. पुलिस
एसपी साउथ ही इसकी नोडल अधिकारी भी होंगी
एसपी साउथ ही इसकी नोडल अधिकारी भी होंगी और यह महिला एसओजी उन्हीं को रिपोर्ट भी करेगी। इस टीम को गठन के दौरान इसमें शामिल होने के लिए करीब 25 महिला कांस्टेबलों ने इच्छा जाहिर की थी। इसमें से उनकी दक्षता के आधार पर पांच महिला कांस्टेबलों को चयन किया गया। इस एसओजी टीम के प्रभारी के लिए भी महिला दारोगाओं के आवेदन मांगे गए लेकिन अभी तक केवल पांच आवेदन ही आए हैं। जल्द ही इस पूरी टीम के लिए एक महिला दारोगा को प्रभारी के रूप में चुना जाएगा।
जिले में गोकुशी व मादक पदार्थों की तस्करी में महिलाएं सक्रिय
जिले में दो तरह के अपराध में महिलाएं काफी सक्रिय हैं। सबसे ज्यादा महिलाएं मादक पदार्थों की तस्करी में और दूसरे नंबर पर गोकुशी में शामिल हैं। पिछले दिनों बारादरी में पकड़े गए गोकुशी के गिरोह में महिलाएं भी शामिल थी। ऐसे में यह एसओजी इस तरह के अपराधों को काबू करने में सक्षम होगी।
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टीम को सिखाए जाएंगे सेल्फ डिफेंस के गुर
पहली बार ऐसा देखने को मिलेगा कि अब महिला पुलिसकर्मी भी स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप, सीडीआर सर्विलांस पर एनालिसिस, दबिश और क्राइम को वर्कआउट करने में सक्षम होगी। इन्हें अलग-अलग तरह के वेपंस चलाने, खूंखार अपराधियों को पकड़ने, आत्मरक्षा और, मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दी जा रही है। जिससे किसी भी परिस्थिति से यह निपटने के लिए सक्षम होंगी।
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एक महिला एसओजी का गठन किया गया है। पुलिस लाइंस में एसपी साउथ के नेतृत्व में इनकी ट्रेनिंग कराई जा रही है। इससे अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगेगा। - अनुराग आर्य, एसएसपी।
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