Bareilly Riots : 2010 बरेली दंगों में मौलाना तौकीर रजा की बढ़ गईं दिक्कतें, कोर्ट ने एसएसपी को दिया यह आदेश
बीते सोमवार को साल 2010 में हुए बरेली दंगा प्रकरण में हाजिर ना होने पर इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल (आइएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खांं समेत चारों के विरुद्ध सेशन जज विनोद कुमार दुबे ने फरार घोषित कर कुर्की की तैयारी के आदेश दिये थे। बाकायदा आदेश में लिखा कि 82 सीआरपीसी (कुर्की प्रक्रिया) का अनुपालन कराना एसएसपी सुनिश्चित करेंगे।
जागरण संवाददाता, बरेली : 2010 बरेली दंगा प्रकरण में दो आरोपित अबरार व आरिफ गिरफ्तार कर जेल भेज दिये गए। आरोपित अबरार भोजीपुरा के पिपरिया व आरिफ प्रेमनगर के बानखाना का निवासी हैं।
कोर्ट के आदेश के अनुपालन में ही रात में प्रेमनगर व कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम आइएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां व दूसरे आराेपित बानखाना निवासी वसीम के घर पहुंची। दोनों के घरों पर 82 सीआरपीसी के तहत कुर्की की उद्घोषणा की कार्रवाई पूरी की और नोटिस चस्पा किया। साेमवार को मामले में सेशन कोर्ट में सुनवाई तय है।
बीते सोमवार को साल 2010 में हुए बरेली दंगा प्रकरण में हाजिर ना होने पर इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल (आइएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खांं समेत चारों के विरुद्ध सेशन जज विनोद कुमार दुबे ने फरार घोषित कर कुर्की की तैयारी के आदेश दिये थे। बाकायदा आदेश में लिखा कि 82 सीआरपीसी (कुर्की प्रक्रिया) का अनुपालन कराना एसएसपी सुनिश्चित करेंगे।
आरोपित की गिरफ्तारी की दशा में कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी व्यक्तिगत रूप से डीएम रविंद्र कुमार को दी। आठ अप्रैल को सुनवाई की अग्रिम तिथि तय की। लिहाजा, रविवार सुबह से ही पुलिस सक्रिय हो गई। गुपचुप तरीके से अबरार व आरिफ को टीम पकड़कर थाने लेकर पहुंची।
फिर दोनों को कोर्ट के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया। इधर, रात में कुर्की की उद्घोषणा की कार्रवाई के लिए भी गुपचुप ही मौलाना तौकीर व वसीम के घर पहुंची। कार्रवाई कर टीम वापस लौट आई। कुर्की की उद्घोषणा का आशय आरोपित की चल-अचल संपत्ति कुर्क करने यानी 83 की कार्रवाई से पूर्व अल्टीमेटम देना है। अब सोमवार को दिन प्रकरण में बेहद अहम है।
प्रकरण में दो आरोपितों अबरार व आरिफ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। आइएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां व दूसरे आरोपित वसीम के घर कुर्की की उद्घोषणा की कार्रवाई पूरी कराई गई है।
पंकज श्रीवास्तव, सीओ, प्रथम