महाठग का 'बिटकॉइन' जाल: 5 लाख के लालच में डूबे लाखों, आठवीं पास 'डॉक्टर' ने ऐसे लगाया चूना!
बरेली में एक महाठग ने बिटकॉइन के नाम पर लाखों लोगों को 5 लाख रुपये के लालच में फंसाया। आठवीं पास 'डॉक्टर' ने इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया। पुलिस मामले की ...और पढ़ें

कन्हैया गुलाटी
जागरण संवाददाता, बरेली। महाठग कन्हैया गुलाटी ने लोगों को कोई तरह से नहीं फंसाया बल्कि जो भी विचार दिमाग में उसी से लोगों को फंसाना शुरू कर दिया। उसका केवल यही सिद्धांत था कि लोगों को कम खर्चे में मोटे मुनाफे का झांसा तो वह तुरंत तैयार हो जाएंगे। इसी क्रम में उसने क्रिप्टो करेंसी के नाम पर भी लोगों को ठगना शुरू कर दिया। झांसा दिया कि बिट क्वाइन की 10 आइडी लेने पर पांच लाख रुपये मिलेंगे, जबकि उनका खर्चा केवल 2.40 लाख का होगा।
इस तरह से उसने कई लोगों को ठगा। ऐसे ही एक मामले में बारादरी निवासी फैसल उस्मान ने प्राथमिकी लिखाई है। नवादा शेखान निवासी फैसल उस्मान ने पुलिस को बताया कि, उनका गुलजार नगर निवासी अपनी चाची आलम आरा बेगम के यहां रोज का आना जाना था। इसी बीच उनकी मुलाकात उनके किराएदार मुहम्मद यासीन से हुई जो कैनविज कंपनी में एजेंट थे।
आरोप है कि यासीन ने उन्हें बताया कि, कैनविज कंपनी ने एक नई स्कीम लांच की है। इस स्कीम के तहत 24 हजार रुपये में बिट क्वाइन की एक आइडी मिलेगी। इस तरह से 2.40 लाख रुपये की 24 आइडी लेनी होंगी। आइडी लेने के बाद पांच महीने तक उसका लिकिंग पीरियड होगा और छठे महीने से अगले 1
0 माह तक पांच लाख रुपये किस्तों में मिलेगे।
साथ ही झांसा दिया कि अगर क्वाइन की बैल्यू बढ़ी तो यही रकम 10 लाख रुपये तक भी पहुंच सकती है। इसके बाद यासीन ने उन्हें कंपनी के मालिक कन्हैया गुलाटी और आशीष महाजन से मिलवाया। इसके बाद आरोपितों ने उन्हें भरोसा दिया कि उनका रुपया पूरी तरह से सुरक्षित और समय पर पूरा मिलेगा।
वर्ष 2018 में उन्होंने अलग-अलग चैक से उन्हें कुल 5.16 लाख रुपये दिए। पांच महीने तक इंतजार किया लेकिन छठे महीने में कोई रुपया नहीं आया। जब उन्होंने इस बारे में यासीन और कन्हैया गुलाटी से कहा तो उन्होंने कहा कि कंपनी को घाटा हो गया है। वह उन्हें चेक दे देंगे। इसके बाद वर्ष 2023 में उन्होंने 9.59 लाख रुपये के तीन चेक दिए।
जब उन्होंने चेक बैंक में लगाए तो पता चला कि वह बैंक खाता बंद हो चुका है और तीनों चेक बाउंस हो गए। जब उन्होंने यह बात उन्हें बताई तो आरोपित टालमटोल करने लगा। फैसल के शिकायती पत्र पर आरोपित कन्हैया गुलाटी, मुहम्मद यासीन और आशीष महाजन के विरुद्ध प्राथमिकी लिखी गई है।
आठवीं पास नाम के आगे लिखता है डाक्टर
फैसल का आरोप है कि आरोपित कन्हैया गुलाटी आठवीं पास है और वह खुद के नाम के आगे डाक्टर लिखता है। आरोप है कि शुरूआत में वह खुद किराए के मकान में रहता था और देखते ही देखते उसने शहर की सबसे पाश कालोनियों में दो मकान और करोड़ों की प्रापटी बना ली। आरोप है कि आरोपित ने सभी काला धान अपनी कैनविज कंपनी के माध्यम से निकाल लिया और लोगों का रुपया हड़प लिया।

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