बेटियों की डोली उठने से पहले उजाड़ दिया संसार, खून-पसीने की कमाई डकार गया 'सफेदपोश जल्लाद'
बरेली में महाठग कन्हैया गुलाटी ने सैकड़ों परिवारों की जिंदगी भर की कमाई लूट ली। निवेश के नाम पर करोड़ों की ठगी कर आरोपी फरार है। बेटियों की शादी और बच ...और पढ़ें

कन्हैया गुलाटी
जागरण संवाददाता, बरेली। महाठग कन्हैया गुलाटी के ठगी के जाल में फंसकर सैकड़ों लोगों ने अपनी जिंदगी भर की कमाई को एक झटके में लुटा दिया। ठग ने उन्हें इस बात का एहसास ही नहीं होने दिया कि वह उनकी रकम को हड़पने वाला है। किसी ने अपनी बेटियों की शादी को धनराशि एकत्र की तो किसी ने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए रुपये इकट्ठे किए थे। तमाम लोग तो ऐसे थे जिन्होंने जमीन, मकान बेचकर और बैंक से लोन लेकर गुलाटी की कंपनी में इंवेस्ट किया।
महाठग को किसी का भी दर्द दिखाई नहीं दिया उसे जो भी मिला उसने उसकी जिंदगी भर की कमाई को ‘लूट’ लिया। लाखों कराेड़ों रुपये हड़पे जाने के बाद तमाम लोग तनाव में है तो कुछ आत्महत्या की चेतावनी भी दे चुके हैं। हैरत की बात यह है कि इतनी रकम हड़पने के बाद भी पुलिस उसे गिरफ्तार भी नहीं कर पा रही है।
दोनों बेटियों की अच्छी शादी होने का दिया लालच, बिकवा दी जमीन
कैंट के चनहेटा निवासी धर्मदास गुप्ता सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते हैं। उन्होंने बताया कि उनके कोई भी बेटा नहीं हैं बस दो बेटियां ही हैं। करीब दो साल पहले कन्हैया गुलाटी की कंपनी में सलीम नाम का एक एजेंट जुड़ा। वह गांव में आया और उसने धर्मदास गुप्ता से कहा कि तुम्हारे दो बेटियां हैं। कब तक गार्ड की नौकरी करके इनकी शादी के लिए रुपया एकत्र करोगे।
सलीम ने कहा कि जिस कंपनी में वह जुड़े हैं। उस कंपनी में अपना रुपया इंवेस्ट करो दो साल के भीतर कंपनी उस रुपये को दोगुणा करके दे देगी। इसके बाद सलीम के माध्यम से ही उनकी मुलाकात कन्हैया गुलाटी व कंपनी के अन्य सदस्यों के साथ हुई। उन्होंने पहली बार में पांच लाख से अधिक रुपये खर्च कर दिए।
इसके बाद आरोपितों ने उनके 16-16 हजार रुपये की आरडी बना दीं। तब उन्होंने सोचा कि कम से कम बेटियों की शादी की चिंता तो खत्म हुई। कुछ महीनों बाद एजेंट दोबारा आया और फिर से झांसा दिया कि इस बार कंपनी की एक और अच्छी स्कीम आई है। जिसमें रुपये इंवेस्ट करने पर पांच साल में तीन गुणा रुपया हो जाएगा।
इस झांसे के बाद उन्होंने अपना प्लाट बेचा और एक लाख से अधिक की धनराशि कंपनी में इंवेस्ट कर दी। उन्होंने बताया दोनों बार में उन्होंने कुल 6.86 लाख रुपये कंपनी को दे दिए। उनके पास जितनी भी जमा पूंजी थी सभी इंवेस्ट कर दी। इसके बाद समय पूरा होने पर कंपनी की तरफ से जो चेक दिए गए थे वह भी बाउंस हो गए।
जब उन्होंने इसकी शिकायत कंपनी से की तो कहा कि जिस बैंक के चैक आपको दिए हैं उसमें रुपये खत्म हो गए हैं। इसलिए दूसरी बैंक का चेक देंगे। जब दूसरी बैंक का चेक दिया उसमें 15 माह का समय डाल दिया। अक्टूबर में वह भी चैक बाउंस हो गया। तब से सभी आरोपित फरार हैं।
10 साल से फंसी रकम मिली नहीं, जैसे-तैसे करनी पड़ी बेटी की शादी
प्लाट पर 16 लाख रुपये निवेश हो जाएंगे तो बेटी की शादी करने में खर्च करना आसान हो जाएगा। यही सोचकर अंजू गुप्ता ने करीब 10 साल पहले कैनविज ग्रुप की ओर से फरीदपुर के पास विकसित की जा रही एक कालोनी में भूखंड खरीदा था लेकिन उन्हें क्या पता कि उनकी यह मोटी रकम फंस जाएगी।
इतनी मोटी रकम फंसने के बाद उन्होंने कुछ समय पहले ही जैसे-तैसे व्यवस्था कर बेटी की शादी की है। करीब चार साल पहले उनके पति भी गुजर चुके हैं। उज्जवल, महानगर निकट सिल्वर इस्टेट की रहने वाले अंजू गुप्ता ने बताया कि वर्ष 2015 ने फरीदपुर में ह्दयपुर उर्फ अंधरपुर में कैनविज ग्रुप ने एक कालोनी विकसित करने का दावा किया था।
इसमें उन्होंने भी 124 वर्गमीटर का भूखंड करीब 16 लाख रुपये की कीमत से खरीदा था। उनका कहना था कि उस समय उनके पति रामऔतार गुप्ता भी इस दुनिया में थे। उनका कहना है कि उन्होंने यह सोचा था कि प्लाट पर निवेश करने के बाद वह अपनी बेटी की शादी आसानी से कर सकेंगी लेकिन वह कंपनी की ठगी का शिकार हो गईं।
आज तक इस कालोनी का कोई विकास नहीं कराया गया है। जबकि खरीदते समय यह दावा किया गया था कि जल्द ही कालोनी को बीडीए से स्वीकृति दिला दी जाएगी। करीब चार साल पहले पति इस दुनिया से भी चले गए। इसके बाद किसी तरह से बेटी की शादी की है।
बच्चों का भविष्य संवारने को डेढ़ करोड़ किया निवेश, ठगी ने दिया मानसिक तनाव
शाहजहांपुर के तिलहर क्षेत्र के पोटरगंज मोहल्ला निवासी प्रिंस गुप्ता ने कन्हैया गुलाटी के झांसे में आकर अपने जीवन की पूंजी को गवां दिया। उन्होंने सोचा था कि खरीदे हुए प्लाट बच्चों का भविष्य संवारने में काम आएंगे, लेकिन ठगी का शिकार होने से वह मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं।
लगभग डेढ़ करोड़ का निवेश करने में उन्होंने बैंक से लोन भी लिया, जिसे वह अब तक चुका रहे हैं। वह कहते है कि कर्जा अधिक होने से तनाव में पिता को हार्ट अटैक भी पड़ गया, किसी तरह घर की स्थिति को नियंत्रित कर रहे हैं। उन्होंने फरीदपुर की बिल्स वैली कालोनी में 1500 वर्गमीटर के दो प्लाट खरीदे, जिसमें एक पत्नी सुनैना गुप्ता के नाम था।
वर्ष 2018 में बैंक से लोन लेकर करीब 83 लाख रुपये का नगद भुगतान किया, चेक भी दिए। इसका बैनामा कराने के लिए कई बार कन्हैया गुलाटी से कहा, लेकिन वह बीडीए से नक्शा स्वीकृत कराने की बात कहकर टालता रहा। जबकि, प्लाट खरीदनेे से पूर्व उसने कालोनी बीडीए अप्रूव्ड होने की बात कही थी।
रुपये वापस मांगने पर उन्हें धमकाया गया, इससे परिवार तनाव में आ गया। पिता का हार्ट अटैक तक पड़ गया, वह कहते हैं कि बैंक का लोन वह अभी तक चुका रहे हैं। ऐसे में मानसिक तनाव बढ़ने लगा है।
बेटियों के सपनों पर भारी पड़ा ठगी का जाल
तीन बेटियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए सालों की मेहनत, दिन-रात की कमाई और माता-पिता के सपने सब कुछ एक ठगी के जाल में फंसकर बिखर गया। सिविल लाइंस, बदायूं के आदर्श नगर कालोनी निवासी शिवकुमार गुप्ता अब गहरे सदमे में हैं। उनके सामने अब बेटियों की पढ़ाई व उनके भविष्य का सवाल है।
शिवकुमार गुप्ता गेहूं-धान की खरीद-फरोख्त कर परिवार का पालन-पोषण करते हैं। इसी मेहनत से उन्होंने एक-एक रुपया जोड़कर बेटियों की शिक्षा और शादी के लिए रकम जमा की थी। यह पैसा पंजाब नेशनल बैंक में सुरक्षित रखा गया था। इसी बीच उनका संपर्क कन्हैया गुलाटी की कंपनी के रियासत हुसैन से हुआ।
उन्होंने रिश्तेदारी का हवाला देकर भरोसा दिलाया गया कि पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहेगा। कहा कि 10 लाख रुपये जमा करने पर हर महीने 46 हजार रुपये मिलेंगे और 23 महीने बाद पूरी मूल राशि वापस कर दी जाएगी। झांसे में आए शिवकुमार गुप्ता ने पहले पांच लाख और फिर बाकी रकम जमा कर दी।
यह वही रुपये था, जिससे उनकी 18 वर्षीय बेटी बीटेक की पढ़ाई कर रही थी। दूसरी बेटी हाईस्कूल में है और तीसरी अभी पांचवीं कक्षा की छात्रा है। जब तय समय पर रकम नहीं मिली, तो ठगी का अहसास हुआ। फोन करने पर आरोपितों ने पहचानने से इन्कार कर दिया। शिवकुमार की पत्नी अंजलि कहती हैं कभी नहीं सोचा था कि हमारी जिंदगी भर की कमाई इतनी आसानी से छिन जाएगी।

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